रात 2.30 बजे ब्लास्ट कर उड़ाया
गिरिडीह/नई दिल्ली,23 जनवरी 2022 (ए)। झारखंड के गिरिडीह जिले में नक्सलियों ने करोड़ों रुपये की लागत से बराकर नदी पर बने पुल को विस्फोट कर उड़ा दिया. ब्लास्ट के बाद पुल के बीच में बड़ा छेद हो गया है और ये पुल अब आवागमन के लायक नहीं रह गया है
बताया जाता है कि शनिवार रात लगभग ढाई बजे नक्सलियों का दस्ता मुफस्सिल थाना इलाके के बरागढहा गांव स्थित बराकर नदी पर पहुंचा और यहां बने पुल पर ब्लास्ट किया. इस वारदात में पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया. इस घटना की जानकारी के बाद रविवार की सुबह पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची और जांच कर रही है. इससे एक दिन पहले नक्सलियो ने गिरिडीह में ही दो मोबाइल टॉवरों को उड़ा दिया था.
नक्सलियों ने कुख्यात माओवादी नेता प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के खिलाफ 21 जनवरी से लेकर 26 जनवरी तक झारखंड-बिहार और अपने प्रभाव वाले दूसरे क्षेत्रों में में प्रतिरोध सप्ताह मनाने का ऐलान किया है. 27 जनवरी को बंद भी बुलाया है. झारखंड और बिहार की पुलिस ने अलर्ट जारी किया है. हालांकि नक्सली विस्फोट करने में सफल रहे. बता दें कि मधुबन व खुखरा का इलाका पूरी तरह नक्सल प्रभावित है ऐसे में रात के समय पुलिस संभल कर गश्त करती है.
इस घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है. ब्लास्ट करने के बाद नक्सलियों ने उक्त स्थल पर पोस्टर छोड़ा है. इस पोस्टर में नक्सली प्रशांत बोस की गिरफ्तारी का विरोध किया गया है. जानकारी के मुताबिक बीती रात को करीब 20 से 25 की संख्या में हथियारबंद नक्सलियों ने गिरिडीह जिले के डुमरी थाना क्षेत्र अंतर्गत सिंदवरिया-बरागढ़ा घाट एवं लुरंगो घाट पर मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना से बराकर नदी पर बने पुल के एक हिस्से को ब्लास्ट कर ध्वस्त कर दिया है. यह इलाका डुमरी और मुफस्सिल थाना का सीमावर्ती क्षेत्र है.
इसपर छोटी गाçड़यों का परिचालन होता था. आवागमन बाधित होने से दो गांव के 5 हजार की आबादी प्रभावित हुई है. लोगों को अब दूसरे रास्ते से लंबी दूरी तय कर तय कर गंतव्य स्थान जाना पड़ रहा है. विभागीय सूत्रों के मुताबिक इस पुल के बनने में दो माह से अधिक का समय लग सकता है.
बराकर नदी पर बने जिस पुल को आईईडी विस्फोट के जरिए उड़ाया है, वो गिरिडीह के सदर प्रखंड के सिंदवारिया और लुरंगी गांव के बीच बना है. इस पुल का निर्माण 2018 में हुआ था.