- भाई को प्रत्याशी बनाना पूर्व जिलाध्यक्ष को पसंद नहीं अपने अन्य रिश्तेदार के बेटे को प्रत्याशी बनाया और भाई को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया?
- क्या पूर्व जिलाध्यक्ष के नक्शे कदम पर चल रहे हैं वर्तमान जिलाध्यक्ष भाजपा कोरिया?
- क्या भाजपा जिलाध्यक्ष को अधिकार है किसी को अपने पार्टी से निकलने का या फिर अनुशंसा करना है उनका अधिकार?
- पूर्व जिलाध्यक्ष के साडु के बेटे के खिलाफ टिकट मांगना क्या पूर्व जिलाध्यक्ष के भाई को पड़ा महंगा?
- भारतीय जनता पार्टी जिला कोरिया में संगठन चुनाव के बाद अल्प समय में विवाद प्रारंभ
- पार्टी के 40 वर्ष पुराने और विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके कार्यकर्ता के निष्कासन का मामला
- प्राथमिक सदस्यता से निष्कासन का पत्र सोशल मीडिया में जारी होते ही गरमाई राजनीति
- निष्कासित कार्यकर्ता ने भाजपा जिला अध्यक्ष के ऊपर द्वेषपूर्वक कार्रवाई का लगाया आरोप
- वहीं जिलाध्यक्ष का कहना की पार्टी एवं पदाधिकारी के विरुद्ध अमर्यादित टिप्पणी और आचरण के कारण किया गया है निष्कासन
- मामला जनपद पंचायत चुनाव में पार्टी समर्थित प्रत्याशी घोषित करने से उत्पन्न हुआ विवाद
- निष्कासित कार्यकर्ता ने प्रदेश महामंत्री को लिखा पत्र
-रवि सिंह-
बैकुंठपुर,30 जनवरी 2025 (घटती-घटना)। वर्तमान में छाीसगढ़ प्रदेश में नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की गहमा गहमी है। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी जिला कोरिया में एक कार्यकर्ता के जिलाध्यक्ष द्वारा निष्कासन किए जाने के पत्र के वायरल होते ही जिले की राजनीति गर्मा गई है। भारतीय जनता पार्टी के कोरिया जिले के नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष देवेंद्र तिवारी द्वारा अपना हस्ताक्षर युक्त पत्र जारी कर पार्टी कार्यकर्ता विपिन बिहारी जायसवाल का निष्कासन जैसे ही सोशल मीडिया में वायरल हुआ, चर्चा का विषय बन गया। निष्कासन पत्र में भाजपा जिलाध्यक्ष ने पार्टी एवं पार्टी पदाधिकारी से अमर्यादित व्यवहार तथा और अमर्यादित टिप्पणी के कारण अनुशासनहीनता पाए जाने पर विपिन बिहारी जायसवाल की प्राथमिक सदस्यता समाप्त कर दी। जैसे ही यह पत्र सोशल मीडिया में वायरल हुआ निष्कासित कार्यकर्ता विपिन बिहारी जायसवाल ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री पवन साय जी को पत्र लिखकर भाजपा जिलाध्यक्ष के ऊपर झूठा लांछन लगाने एवं एकतरफा कार्यवाही का आरोप लगाते हुए निष्कासन रद्द करने की मांग की है। विपिन बिहारी जायसवाल ने संगठन महामंत्री को लिखे अपने पत्र में उल्लेख किया है कि बगैर किसी नोटिस के और बिना किसी सुनवाई के उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया है, जो की पूरी तरह गलत है। बिना उनका पक्ष सुने उन्हें पार्टी से कैसे निष्कासित किया जा सकता है। जबकि उन्होंने 40 वर्षों से लगातार कई दायित्वों का निर्वहन करते हुए भारतीय जनता पार्टी की सेवा की है। विपिन बिहारी जायसवाल ने अपने ऊपर लगाये गये अनुशासनहीनता के आरोप को निराधार बताया है। और कहा की उन्होंने कोई अमर्यादित टिप्पणी या किसी प्रकार की कोई अनुशासनहीनता नहीं की है।
मामला जनपद पंचायत चुनाव को लेकर जिले में भाजपा समर्थित प्रत्याशी बनने को लेकर है। कोरिया जिले के बैकुंठपुर जनपद के जनपद क्षेत्र क्रमांक छिंदिया से कई दावेदारों ने भारतीय जनता पार्टी के समर्थित प्रत्याशी बनने के लिए आवेदन दिया था। विवाद की स्थिति में भाजपा की टीम ने क्षेत्र में आकर स्थिति का जायजा लिया और अपनी अंतिम सूची में क्षेत्र क्रमांक 11 से भाजपा समर्थित प्रत्याशी के रूप में अंकित जायसवाल को घोषित किया। जो की पूर्व जिलाध्यक्ष के निकट के रिश्तेदार हैं। इस पर अन्य दावेदार विपिन बिहारी जायसवाल ने आपçा दर्ज कराई और आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष के एवं पूर्व मंडल अध्यक्ष के दबाव के कारण वर्तमान संगठन में विपिन बिहारी जायसवाल के बदले अंकित जायसवाल को पार्टी संबंधित प्रत्याशी बनाया है। यह जगविदित है कि विपिन बिहारी जायसवाल भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष कृष्ण बिहारी जायसवाल के सगे भाई हैं, एवं दोनों के आपस में नहीं बनती। विपिन बिहारी जायसवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि पारिवारिक वैमनस्यता के कारण पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष ने दबाव पूर्वक उनका नाम पार्टी समर्थित प्रत्याशी के रूप में आने नहीं दिया। बड़ा सवाल यह है कि क्या कोरिया जिले के वर्तमान भाजपा अध्यक्ष की पार्टी में नहीं चल रही है, वे पूर्व जिलाध्यक्ष के दबाव में काम कर रहे हैं। इस छोटे से मामले और इस मामले के कारण हुए वरिष्ठ कार्यकर्ता के निष्कासन तथा निष्कासन उपरांत निष्कासित कार्यकर्ता द्वारा संगठन महामंत्री को लिखे गए पत्र से भाजपा जिला संगठन एवं नवनिर्वाचित जिला अध्यक्ष की किरकिरी हो रही है।
विपिन बिहारी जयसवाल ने पूर्व एवं वर्तमान भाजपा जिलाध्यक्ष पर लगाये आरोप
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष एवं जनपद पंचायत बैकुंठपुर के पूर्व उपाध्यक्ष विपिन बिहारी जायसवाल ने भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष के ऊपर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उनके निष्कासन के कार्यवाही में पूर्व जिलाध्यक्ष का हाथ है। आरोप लगाते हुए विपिन बिहारी जायसवाल ने कहा कि जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 11 से उनकी दावेदारी पूख्ता थी, परंतु वर्तमान संगठन, पूर्व जिलाध्यक्ष के हाथों की कठपुतली बना हुआ है। और उन्हीं के कारण मेरी दावेदारी को दरकिनार करते हुए अपने निकटतम रिश्तेदार को पार्टी समर्थित प्रत्याशी बनाया। जिस पर विपिन बिहारी जायसवाल ने वर्तमान जिलाध्यक्ष के साथ फोन पर बात करते हुए अपनी आपçा दर्ज कराई, तथा काफी लंबी बातचीत के बाद सौहार्दपूर्वक वार्तालाप का पटाक्षेप हुआ। विपिन बिहारी जायसवाल ने आरोप लगाया है कि मेरी इस आपçा को ढाल बनाते हुए पूर्व जिलाध्यक्ष ने अपनी मनमर्जी चलाई और द्वेषपूर्वक वर्तमान जिलाध्यक्ष पर दबाव डालकर उन्हें पार्टी से निष्कासित करने का आदेश प्रसारित किया। विपिन बिहारी जायसवाल ने यह भी आरोप लगाया कि यदि मेरे द्वारा कोई गलत किया गया तो मुझे पार्टी संगठन में अपनी बात रखने का मौका दिया जाना था। नियमानुसार पहले नोटिस जारी की जानी चाहिए थी, उसके बाद उचित कार्यवाही से सबसे पहले मुझे अवगत कराना चाहिए था। परंतु मेरी बदनामी करने के उद्देश्य से निष्कासन पत्र को सोशल मीडिया में वायरल कर दिया गया, जो की पूरी तरह गलत है।