- क्या करोड़ों रुपए की लागत का उच्च स्तरीय पुल बिना आर एम सी प्लांट (रेडी मिक्स कांक्रीट ) के निर्माण किया जा सकता है
- क्या अजक्स मशीन से बन रहे आर सी सी कांक्रीट से करोड़ों के लागत की पुल का निर्माण कार्य किया जा सकता है?
- बन रहे पुल का हो रहा घटिया एवं गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य
- सेतु विभाग के द्वारा कराया जा रहा निर्माण कार्य
-राजेन्द्र शर्मा-
खड़गवां,21 जनवरी 2025 (घटती-घटना)। पैनारी से कौडीमार व्हाया छोटे कलुआ से जाने वाले रास्ते पर ग्राम कौडीमार के हसदेव नदी में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण किया जा रहा है जिसमे जो निर्माण कार्य कि सामाग्री का उपयोग किया जा रहा है वो गुणवाा विहीन उपयोग किया जा रहा है 20 एम एम गिट्टी का उपयोग भी गुणवाा विहीन किया जा रहा है 20 एम एम की जगह पर 25 एवं 30 एम एम गिट्टी का धडल्ले से ठेकेदार के द्रारा उपयोग सीमेंट कंक्रीट के लिए किया जा रहा है इस निर्माणाधीन पुल की लागत का किसी प्रकार का कोई बोर्ड नहीं लगाया गया हैं करोड़ों रुपये की लागत के पुल का निर्माण कार्य बिना आर एम सी ( रेडी मिक्स कंक्रीट) प्लांट किया जा रहा है।
इस करोड़ों रुपये की लागत से निर्माण हो रहे पुल के लिए आर एम सी प्लांट से गिट्टी रेत सीमेंट पानी बराबर मात्रा में मिश्रित होकर मिक्सर वाहनों के द्वारा प्लांट से मिश्रित कंक्रीट से ढलाई किया जाना है मगर यहां पैनारी से कौडीमार व्हाया छोटे कलुआ मार्ग पर हसदेव नदी पर निर्मित करोड़ों रुपये की लागत के पुल का निर्माण कार्य ठेकेदार के द्रारा बिना आर एम सी प्लांट के निर्माण कार्य कराया जा रहा है जबकि ठेकेदार को बिना आर एम सी प्लांट के पुल का निर्माण कार्य नहीं किया जाना है मगर यहां पर ठेकेदार अजकस मशीन से बिना गिट्टी सीमेंट रेत पानी की बराबर मात्रा में मिश्रण कर तैयार कर उपयोग किया जा रहा है। इस करोड़ों रुपये के लागत के पुल की कितनी गुणवत्ता होगी ये सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
आर सी सी कंक्रीट निर्माण कार्य में आर एम सी प्लांट ( रेडी मिक्स कांक्रीट) प्लांट लगाया जाता है जिससे सीमेंट गिट्टी रेता पानी आदि का मिश्रण एक बराबर मात्रा में कंक्रीट तैयार किया जाता है जिससे आर सी सी पुल निर्माण कार्य किया जाता है जो इस करोड़ों रुपए की लागत की पुल निर्माण कार्य में उसकी गुणवत्ता और मापदंडों पर सही रहता है मगर यहां पर आर एम सी प्लांट भी कहीं पर पुल निर्माण स्थल पर नहीं लगाया गया है और ठेकेदार के द्वारा उच्च स्तरीय पुल का निर्माण कार्य धड़ल्ले से सेतु निगम के अधिकारियों के संरक्षण में निर्माण कार्य किया जा रहा है। इस उच्च स्तरीय पुल निर्माण कार्य में निर्माण सामाग्री के मापदंड के कम मात्रा में सिंमेट और अन्य सामाग्री का उपयोग गुणवााहीन निर्माण कार्य में ठेकेदार के द्वारा किया जा रहा है। जिस विषय पर सेतु निगम के एस डी ओ से बात करना चाहा तो उन्होंने ने फोन ही रिसिव नहीं किया गया । और सेतु निगम के अधिकारी कभी फोन उठाना मुनासिब भी नहीं समझते है। सेतु विभाग के अधिकारी और ठेकेदार के मिलीभगत से काम को गुणवााहीन करवा कर पैसों का बंदरबांट किया जा रहा हैं?
विभागीय अधिकारी भी मौन
आपको बता दे की पैनारी से कौडीमार व्हाया छोटे कलुआ के हसदेव नदी में बन रही उच्च स्तरीय पुल में जिसे आर एम सी प्लांट से और जिस मापदंड की सामाग्री से पुल का निर्माण कार्य किया जाना है वो ठेकेदार के द्वारा नहीं किया जा रहा है उसके बावजूद भी विभागीय अधिकारी ना ध्यान दे रहे हैं और काम को सही तरीके से गुणवाा युक्त किया जा रहा हैं। इस विषय में जब हमने अधिकारी से जानना चाहा तो वो कभी फोन रिसीव नहीं करते। अब देखना यह लाजमी होगा कि खबर चलने के बाद विभागीय अधिकारी ठेकेदार के ऊपर क्या कार्यवाही करते हैं? क्षेत्र में पूर्व में हुए उच्च स्तरीय पुल निर्माण कार्य के संबंध में सेतु निगम के पूर्व कार्य पालन अभियंता एस के महापात्रा से जानकारी ली गई थी तो उन्होंने बताया था कि बिना आर एम सी प्लांट के निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता है। मगर अभी निर्माणधीन पुल महज अजक्स मशीन से निर्माण कार्य धड़ल्ले से किया जा रहा है। इस पुल निर्माण कार्य के अधिकारी एस डी ओ से मोबाइल पर संपर्क कर जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने ने फोन ही नहीं उठाया।