सूरजपुर,15 जनवरी 2025 (घटती-घटना)। कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन के दिशा-निर्देश एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कपिलदेव पैकरा, जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ. जे एस आर सरूता के उपस्थित में जिला जेल सूरजपुर में टीबी मुक्त भारत के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें टीबी का स्क्रीनिंग कर 33 संभावित व्यक्तियों का लाईन लिस्टिंग किया गया तथा उन सभी लोगों को स्पूटम कन्टेनर दिया गया। जिसका सैम्पल कलेक्शन कर ट्रू नेट मशीन से जांच किया जायेगा। इस अवसर पर डॉ. कपिलदेव पैकरा ने कहा कि नि-क्षय निरामय कार्यक्रम सौ दिवसीय कैम्पेन है। जिसमें ज्यादा से ज्यादा सस्पेक्टेड टीबी और कुष्ठ के मरीजों का पहचान और जांच करवाना है। साथ ही वयोवृद्ध लोगों की देखभाल भी की जाएगी। डल्यूएचओ कंसल्टेंट डॉक्टर पुलतस्य थवाईत ने कहा कि सभी जानते हैं कि टीबी की बिमारी हवा के माध्यम से फैलती है। जिससे संक्रमण की सम्भावना रहती है इसलिए राज्य सरकार और भारत सरकार इस कार्यक्रम पर विशेष फोकस कर भारतवर्ष को 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ जे एस आर सरूता ने कहा कि टीबी मुक्ति का अभियान सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पुरे विश्व में चल रहा है। सम्पूर्ण विश्व को 2030 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इसलिए हम सभी जागरूक रहें टीबी से दूर रहें। डीपीसी संजीत कुमार सिंह ने कहा कि टीबी से बचने के लिए हम सतर्क रह कर भी कुछ नहीं कर सकते। यह हवा के माध्यम से फैलती है इसके लिए हमें अपने पड़ोसी का ध्यान देना है किसी पड़ोसी को दो सप्ताह से अधिक दिनों का खांसी है तो उसका बलगम जांच करवाये। पड़ोसी टीबी मुक्त तो हम भी टीबी मुक्त है। कार्यक्रम का संचालन पिरामल फाऊंडेशन के जिला कार्यक्रम अधिकारी महेन्द्र तिवारी ने किया। कार्यक्रम में विशेष सहयोग जेल डाक्टर विजय सिंह, सुरेश गुप्ता कुष्ठ रोग प्रभारी, सुभाष यादव, लेपरा सोसायटी के रितेश गुप्ता का रहा।
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