रायपुर@ पत्रकार हत्या के मामले पर राजनीतिक पार्टियों में सियासत

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@ भाजपा ने आरोपी को बताया ‘कांग्रेसी कांट्रेक्ट किलर’
तो कांग्रेस ने कहा…
रायपुर,04 जनवरी 2025 (ए)।
बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले ने सियासी तूल पकड़ लिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस एक-दूसरे पर आरोप लगाकर इस घटना को लेकर तीखे बयानबाज़ी कर रहे हैं।
भाजपा ने पत्रकार हत्याकांड के मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को कांग्रेस का करीबी बताते हुए निशाना साधा। भाजपा ने सोशल मीडिया पर सुरेश चंद्राकर और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज की एक फोटो साझा की। इसके साथ लिखा, कांट्रेक्टर है या कांग्रेसी कांट्रैक्ट किलर! भाजपा का आरोप है कि सुरेश चंद्राकर को कांग्रेस ने एससी मोर्चा के प्रदेश सचिव के रूप में नियुक्त किया था। पार्टी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, कांग्रेस का हाथ अपराधियों के साथ क्यों?
भाजपा के मुताबिक, कांग्रेस इस हत्याकांड में अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश कर रही है। पार्टी ने कांग्रेस पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया और कहा, “मोहब्बत की दुकान में अपराधी सेल्समैन बन गए हैं।
कांग्रेस का पलटवार,भाजपा पर उठाए सवाल
कांग्रेस ने इस हत्याकांड को लेकर भाजपा सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। पार्टी ने इसे छत्तीसगढ़ में भाजपा का जंगलराज करार दिया। कांग्रेस ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार का खुलासा किया था। इससे नाराज ठेकेदार ने उन्हें बुलाया और हत्या कर उनके शव को सेप्टिक टैंक में डाल दिया। भाजपा राज में कोई सुरक्षित नहीं है।
कांग्रेस ने मीडिया पर भी निशाना साधते हुए कहा, इस खबर को मीडिया नहीं दिखाएगा, क्योंकि सब कुछ ‘सब चंगा सी’ मोड में है। हमारी मांग है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई हो और पीडç¸त परिवार को जल्द न्याय मिले।
क्या है पत्रकार हत्याकांड का पूरा मामला?
दरअसल, 1 जनवरी 2025 को शाम 7 बजे से मुकेश चंद्राकर घर से लापता हुए थे। अगले दिन 2 जनवरी को उनके भाई युकेश चंद्राकर ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। शिकायत के बाद पुलिस लगातार मुकेश के फोन को ट्रेस कर रही थी। फोन बंद होने की वजह से अंतिम लोकेशन घर के आस-पास का ही दिखा रहा था। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए, जिसमें अंतिम बार मुकेश टी-शर्ट और शॉर्ट्स में दिखे। वहीं पत्रकारों ने भी अलग-अलग जगह पता किया। लोकेशन के माध्यम से लोकेशन ट्रेस किया गया, जिसमें मुकेश का अंतिम लोकेशन बीजापुर जिला मुख्यालय के चट्टानपारा में होना पाया गया।
पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्या, वन मंत्री केदार कश्यप परिजनों से मिले


वन मंत्री केदार कश्यप ने शनिवार को सुबह बीजापुर में दिवंगत पत्रकार मुकेश चंद्राकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके परिजनों को ढाँढस बंधाया। उन्होंने कहा कि पत्रकार मुकेश चंद्रकारजी के नृशंस हत्या की घटना से मन व्यथित है। भारी मन से उनके परिवार जनों से मिलकर ढांढस बंधाया और अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।इस दुःखद क्षण में पूरा भाजपा परिवार मुकेश चंद्राकरजी के परिवार के साथ खड़ा है। आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। इससे परे पत्रकार को श्रद्धांजलि देने मीडिया कर्मियों और आम लोगों का तांता लगा रहा।
पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या को
लेकर प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया ने की कड़ी निंदा


पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की खबर से स्तब्ध प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ समयबद्ध कार्रवाई की मांग की है. इसके साथ प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया से मामले का संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से उचित कार्रवाई करने की मांग की करने को कहा है.प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने विज्ञप्ति के जरिए दिवंगत मुकेश चंद्राकर के परिवार के सदस्यों और मित्रों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि चंद्राकर ने बस्तर जंक्शन नामक एक लोकप्रिय यूट्यूब चैनल चलाया, इसके अलावा उन्होंने भ्रष्टाचार, आदिवासी अधिकारों और संघर्ष प्रभावित बस्तर में उग्रवादी हिंसा के मुद्दों पर विभिन्न मीडिया घरानों के लिए लेखन और रिपोर्टिंग भी की। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों पर हमले और उनकी हत्या कोई नई बात नहीं है, लेकिन जिस तरह से इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है, वह अस्वीकार्य है और इस पर प्रभावी तरीके से कार्रवाई की जानी चाहिए. इसके साथ ही राज्य सरकार को पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कानून बनाने की स्थानीय पत्रकारों की लंबे समय से चली आ रही मांग पर तुरंत गौर करना चाहिए. प्रेस क्लब ऑफ इंडिया अगले सप्ताह की शुरुआत में क्लब परिसर में शोकसभा सह विरोध सभा आयोजित करने की योजना बना रहा है, जिसमें तमाम पत्रकारों, खासकर उन पत्रकारों से जो इस क्षेत्र को कवर कर रहे हैं, उनसे खासतौर पर शामिल होने की अपील की है।
मुख्य आरोपी ठेकेदार का भाई हैदराबाद से गिरफ्तार,विदेश भागने की थी तैयारी
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। इस हत्याकांड में पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, सुरेश विदेश भागने की तैयारी में था।पत्रकार मुकेश चंद्राकर बीजापुर जिले के पत्रकार थे। जिनका शव 3 जनवरी को ठेकेदार के सेप्टिक टैंक में पाया गया। परिजन 1 जनवरी से पत्रकार की तलाश में थे। बीजापुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। मुकेश ने ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के भ्रष्टाचार को उजागर किया था, जिससे ठेकेदार पर कार्रवाई हुई थी।इस हत्या के विरोध में संभाग के सभी पत्रकारों ने नेशनल हाईवे पर चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। पत्रकारों ने सभी आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी, मुख्य आरोपी ठेकेदार की वैध-अवैध संपत्तियों की कुर्की, ठेकेदार के सभी सरकारी टेंडरों को निरस्त करना और बैंक खातों को सीज करने की मांग की है।
पंचतत्व में विलीन हुए पत्रकार मुकेश चंद्राकर


पंचतत्व में पत्रकार मुकेश चंद्राकर विलीन हुए। भ्रष्टाचार को उजागर करने पर बस्तर के युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की ठेकेदार ने निर्मम हत्या कर दी थी। लापता बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की लाश तीन दिन बाद एक ठेकेदार के बाड़ा में बने सेप्टिक टैंक से मिली है। माना जा रहा है कि मुकेश की हत्या सड़क घोटाले को उजागर करने की वजह से ठेकेदार ने की है।
पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड: मुख्य आरोपी ठेकेदार के अवैध कब्जा चला प्रशासन का बुलडोजर

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छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। हत्या के मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के गंगालूर मार्ग पर अवैध कब्जे को हटाने के लिए बुलडोजर चलाया गया। सुरेश चंद्राकर ने सड़क निर्माण के नाम पर 5 एकड़ वन भूमि पर अवैध कब्जा कर रखा था। मौके पर एसडीएम, राजस्व विभाग और वन विभाग के अधिकारी मौजूद हैं। प्रशासन का यह कदम पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के बाद तेजी से हो रही जांच और कार्रवाई का हिस्सा है।
पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में आरोपी गिरफ्तार,पत्रकारों का गुस्सा फूटा


पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। इस जघन्य अपराध में पुलिस ने चार को गिरफ्तार किया है, और स्थानीय पत्रकार समुदाय और निवासियों ने न्याय की मांग को लेकर उग्र प्रदर्शन शुरू कर दिया है। मुकेश चंद्राकर तीन दिनों से लापता थे, जिनका शव एक सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ। जांच में यह खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी रितेश चंद्राकर और एक साथी ने लोहे की रॉड से मुकेश के सिर पर हमला किया और उनकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को सेप्टिक टैंक में डालकर अपराध को छिपाने की कोशिश की गई। इसके अलावा यह भी सामने आया है कि ठेकेदार सुरेश चंद्राकर और उनके छोटे भाई ने अपराध के सबूत को छिपाने में मदद की, जिसके बाद उन्हें भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें रितेश चंद्राकर, उनका साथी, ठेकेदार सुरेश चंद्राकर और उनका भाई शामिल हैं।
रायपुर में पत्रकारों ने विरोध प्रदर्शन किया,राजभवन पहुंचे तो रोका गया


छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार की हत्या कर दी गई। रिपोर्टर मुकेश चंद्राकर की लाश रिश्तेदार के बैडमिंटन कोर्ट कैंपस में बने सेप्टिक टैंक में मिली है। लाश क छिपाने के बाद टैंक को 4 इंच कंक्रीट से ढलाई कर पैक कर दिया गया था। शनिवार को मुकेश चंद्राकर का अंतिम संस्कार किया गया। जांच में पता चला कि, मुकेश चंद्राकर का पहले गला घोंटा गया। बाद में सिर पर कुल्हाड़ी मारी। इस हमले से मुकेश के सिर पर ढाई इंच गड्ढा हो गया। पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। रिश्तेदार सुरेश चंद्राकर के ठिकाने पर बुलडोजर भी चलाया गया है। बीजापुर में हुई इस हत्या के बाद पत्रकारों में आक्रोश है। उन्होंने बीजापुर नेशनल हाइवे-63 पर 4 घंटे तक चक्काजाम किया। वहीं, रायपुर में भी धरना प्रदर्शन किया गया। पत्रकारों ने आरोपियों को फांसी देने की मांग की है। रायपुर पुलिस क्लब में भी नम आंखों से मुकेश चंद्राकर को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर पत्रकारों और पुलिस के जवानों ने मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से कामना की। श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकार राज्यपाल को ज्ञापन देने राजभवन पहुंचे। राजभवन पहुंचे पत्रकारों को वहां पर रोक दिया गया।
पत्रकार को धमकी देने का मामला,वन अधिकारी के खिलाफ बड़ा एक्शन हुआ


पत्रकार संदीप शुक्ला को जान से मारने की धमकी देना वन अधिकारी को भारी पड़ गया। मामले में संज्ञान लेते हुए वन विभाग ने धमकी देने वाले अधिकारी के खिलाफ जांच का आदेश दिया है। बता दें कि अवैध वसूली का खुलासा किए जाने के बाद बौखलाए अफसर ने पत्रकार संदीप शुक्ला को 6 बार फोन करके जान से मारने की धमकी दी थी। वन विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि नरेश चन्द्र देवनाग, वनक्षेत्रपाल परिक्षेत्र अधिकारी सीतानदी, उदंती-सीतानदी टायगर रिजर्व, गरियाबंद के द्वारा न्यूज चैनल संवाददाता से अभद्र व्यवहार किया है, जो कि एक शासकीय सेवक के लिये कर्तव्य के प्रति अशोभनीय कृत्य है। छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1965 के नियम-3 के अनुसार शासकीय लोक सेवक को ऐसा कोई भी कृत्य नहीं करना चाहिए जो कि शासकीय सेवा में अशोभनीय हो। उक्त घटना की सूक्ष्मतापूर्वक जॉच कर, तथ्यात्मक जॉच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने हेतु उपनिदेशक उदंती-सीतानदी टायगर रिजर्व को आदेशित किया गया है। अतः नरेश चन्द्र देवनाग, वनक्षेत्रपाल परिक्षेत्र अधिकारी सीतानदी, उदंती-सीतानदी टायगर रिजर्व, गरियाबंद को तत्काल प्रभाव से विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी, धमतरी वनमंडल के पद पर एतद् द्वारा पदस्थ किया जाता है।
पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या मामले में एसआईटी का गठन


बीजापुर के युवा पत्रकार स्वर्गीय मुकेश चन्द्राकर की हत्या के मामले को लेकर गृहमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अपने आवास में आयोजित पत्रकारवार्ता में कहा कि स्वर्गीय चन्द्राकर की हत्या दुखद है। उनके परिवार के साथ उनकी पूरी संवेदना है, परिवार को हर संभव मदद दी जाएगी। जिस तरह से पत्रकारों की हत्या हो रही है, वह चिंता जनक है। स्वर्गीय मुकेश चन्द्राकर की हत्या के मामले को लेकर एएसपी गुर्जर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय एसआईटी टीम का गठन जांच के लिए किया गया है। 3 से 4 हफ्तों में रिपोर्ट प्रस्तुत होते ही पुलिस त्वरित कार्यवाही करते हुए मामला कोर्ट में प्रस्तुत करेगी।


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