अंबिकापुर,02 जनवरी 2025 (घटती-घटना)। एक ओर जहां पूरे देश में पूर्व पीएम डा. मनमोहन सिंह के निधन के बाद केंद्र सरकार ने सात दिनों तक राष्ट्रीय शोक घोषित किया है वहीं दूसरी तरफ सरगुजा सांसद चिन्तामणि महाराज एक शासकीय आयोजन में मांदर की थाप पर थिरकते नजर आ रहे हैं। आयोजन में उनके स्वागत के लिए कर्मा, सुआ और सैला नृत्य करने वालों की अलग-अलग टीम बुलाई गई गई थी। मौके पर उत्साह व जोश का संगम सांसद को रोक नहीं पाया और वे जमकर लुफ्त उठाते नजर आ रहे हैं। मामला सूरजपुर जिले के ओडगी विकासखंड के ग्राम पंचायत लूल का है।
सांसद चिंतामणि महाराज के रुकने के लिए ग्राम लूल में ही विशेष झोपड़ी तैयार की गई थी, जहां वे 31 दिसंबर को शाम पांच बजे पहुंचे और रात को वहीं स्टे किया। इसके बाद नव वर्ष पर एक जनवरी को दर्जनभर से अधिक पंचायतों से पिकअप में भरकर ग्रामीणों को लाया गया था,तब कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
इस दौरान सांसद ने लोगों की समस्याएं भी सुनी और उससे संबंधित आवेदन लेकर अधिकारियों को समस्याओं के समाधान के लिए निर्देशित किया। इस दौरान नए साल के मौके पर अनेक पंचायतों से आए लोगों को भोजन करा कंबल वितरित किया गया। आयोजन के अंत में नृत्य का कार्यक्रम भी रखा गया था, जिसमें सभी लोग मस्ती के साथ झूमे-नाचे और नए साल की खुशियां मनाई।
ग्रामीणों ने रखी सांसद के सामने प्रमुख मांगें
उद्यान क्षेत्र में आने वाले ग्रामीणों को तेंदूपाा तोड़ने की अनुमति सरकार दें। इन इलाकों में करीब 2 हजार ग्रामीण रहते हैं, जो तेंदुपाा तोड़ने देने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं।
ग्रामीण इलाके के जो बच्चे घर में ही जन्म लेते हैं, उनका जन्म प्रमाण-पत्र बनाने की अनुमति दें, जिससे उनका आधार कार्ड बन सके और राशन कार्ड में नाम जुड़ जाए।
मोली नदी में बांध और पुल का निर्माण हो, जिससे खेती के लिए पानी मिल सकें। नदी पर पुल नहीं होने के कारण बरसात के समय चार से पांच गांवों का संपर्क लॉक मुख्यालय से कट जाता है।
भुंडा में प्राथमिक और माध्यमिक शाला के लिए भवन का निर्माण किया जाए। इन दोनों स्कूलों के बच्चे अभी किसी वैकल्पिक भवन में पढ़ाई करते हैं।
