वतन वापसी की बढ़ी उम्मीदें
गिरिडीह,19 जनवरी 2022 (ए)। झारखण्ड के गिरिडीह जिले के बगोदर समेत अन्य जगहों के अफ्रीकी देश माली में मजदूरों की वतन वापसी की प्रक्रिया शुरू हो गई है. माली में फंसे मजदूरों का मामला विदेश मंत्री तक पहुंचने के बाद उन्हें वतन वापसी सुरक्षित लाये जाने का रास्ता साफ होता दिख रहा है. इसको लेकर वहां पर फंसे मजदूरों ने भारतीय दूतावास लाये जाये की सूचना सोशल मीडिया पर शेयर की है. भारतीय दूतावास से इन मजदूरों को वतन वापसी की प्रक्रिया की जायेगी, जिससे उनके घर वापसी की उम्मीदें काफी बढ़ गयी है.
पश्चिमी अफ्रीका के माली में फंसे झारखंड के मजदूर मंगलवार को सकुशल भारतीय दूतावास पहुंचे. यहां पहुंचते ही अब वतन वापसी की उम्मीद इन मजदूरों में काफी बढ़ गयी है. इसको लेकर इन मजदूरों ने केंद्र और राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया.
अपनी समस्याओं को लेकर इन मजदूरों ने सोशल मीडिया पर अपनी पीड़ा बतायी. इसको लेकर विदेश मंत्रालय ने संज्ञान लेते हुए इस पर पहल शुरू किया. वहीं, मजदूरों ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दिया कि अब वो भारतीय दूतावास पहुंच गये हैं. अब यहां से सकुशल वतन वापसी की उम्मीद बढ़ गयी है. इसको लेकर इन मजदूरों ने केंद्र और झारखंड सरकार दोनों का आभार व्यक्त किया है. बता दें कि गिरिडीह जिला अंतर्गत बगोदर प्रखंड के तिरला, माहुरी और ढिभरा के पांच मजदूर समेत झारखंड के कुल 33 मजदूर एक साल पहले काम करने पश्चिमी अफ्रीका के माली गये थे. यहां मजदूरों को विगत पांच माह से काम कराये जाने के बाद से मजदूरी नहीं दिया जा रहा था. साथ ही मजदूरों को खाने-पीने की समस्या भी हो रही थी. वहीं, मजदूरों ने इसे लेकर भारत सरकार से वतन वापसी की गुहार और बकाया मजदूरी भुगतान की पहल करने की मांग की थी.
इधर, प्रवासी मजदूरों के हित में काम कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने बताया कि विदेशों में मजदूरों के फंसने की समस्या लगातार बनी हुई है. झारखंड में रोजगार का अभाव होने के कारण यह समस्या बनी हुई है. इस पर सरकार को पहल करनी चाहिए, ताकि रोजगार के अभाव में मजदूर विदेशों में ना फंसे.
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