- नगर पंचायत पटना के चुनाव प्रभारी बनने पर पहली बार पहुंचे अशोक…तो कांग्रेसियों में दिखा आक्रोश,दोबारा करनी पड़ी बैठक
- दोबारा हुई यवत सिंह की अगुवाई में मासुरमाडा में बैठक,चुनाव प्रभारी अशोक जायसवाल ने कहा संगठित होना जरूरी
- बैठक में सभी ने यवत सिंह की अगुवाई में चुनाव लड़ने का लिया फैसला
- एक कांग्रेसी को लेकर दिखा कांग्रेसियों में आक्रोश बैठक में भी बुलाने से किया गया परहेज
- घंटों चली बैठक में गिलेशिकवे दूर कर चुनाव जीतने पर जोर
-संवाददता-
बैकुंठपुर,24 दिसम्बर 2024 (घटती-घटना)। कोरिया जिले में नवीन नगर पंचायत पटना का पहली बार चुनाव होगा, पटना नगर पंचायत के पहले चुनाव में चुनाव में कांग्रेस ने अपना अध्यक्ष बनाने के लिए सबसे पहले पर्यवेक्षक बनाकर अशोक जायसवाल को भेजा,अशोक कुमार जायसवाल को नगर पालिका चुनाव का काफी अनुभव है वह दो बार नगर पालिका चुनाव लड़ चुके हैं इस वजह से उन्हें पटना नगर पंचायत के लिए पर्यवेक्षक बनाया गया है ताकि उनके अनुभव से पटना नगर पंचायत में जीत दर्ज हो सके और कांग्रेसियों को संगठित किया जा सके, अशोक जायसवाल की वैसे भी पार्टी में छवि अच्छी है और वह जब भी जिम्मेदारी मिलती है उस जिम्मेदारी को ईमानदारी के साथ निभाते हैं इस बार भी उन्हें जिम्मेदारी मिली और इस बार भी वह निभाने के लिए पहली बार पटना पहुंचे और पटना पहुंचने के बाद उनकी पहली बैठक हनुमान मंदिर के पास हो गई इसके बाद यह बात काफी तेजी से फैल गई कि बाकी कांग्रेसियों को अपेक्षित करके बैठक वहां रखी गई और कांग्रेसियों में इस बातों को लेकर काफी आक्रोश रहा इसके बाद 22 दिसंबर को यवत सिंह की अगुवाई में मासुरमाडा मैं बैठक रखी गई इसके बाद वहां पर पर्यवेक्षक अशोक जायसवाल को काफी खरी-खोटी सुननी पड़ी कांग्रेसियों का गुस्सा का सामना करना पड़ा इसके बावजूद भी सहनशील पर्यवेक्षक अशोक जायसवाल ने कांग्रेसियों को एकजुट करने के लिए अपनी शालीनता बनाए रखी और हुई गलतियों पर उन्होंने क्षमा मांगते हुए पार्टी में संगठित रहने की ही बात कही, उन्होंने यह भी कहा कि मेरी कोई बैठक नहीं रखी गई थी बस औपचारिकता के तहत एक मुलाकात हो गई जहां पर वह मेरा पटना पहुंचना बैठक का रूप ले लिया। पूरे मामले की जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार अशोक जायसवाल को पटना नगर पंचायत चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपना प्रभारी बनाया है और वह इस तारतम्य में पहली बैठक लेने पटना पहुंचे और जहां पटना के ही कांग्रेसियों के साथ एक जगह उनकी बैठक हुई। बैठक के बाद वह चले भी गए लेकिन जिस जगह और जिस व्यक्ति की अगुवाई में बैठक हुई उसको लेकर बैठक के बाद आक्रोश कांग्रेसियों का फुट पड़ा और उन्होंने बैठक पुनः आयोजित करने और प्रभारी को आमंत्रित करने निर्णय लिया उसके बाद यह बैठक आयोजित हुई जो स्थान यवत सिंह का फॉर्म हाउस था।
एक कांग्रेसी को दूसरी बैठक में नहीं किया गया आमंत्रित, किया गया उसका बहिष्कार
बताया जा रहा है कि दूसरी बैठक जो मासूरमाडा में आयोजित हुई वहां एक कांग्रेसी का बहिष्कार किया गया और उसे न बुलाने की शर्त पर ही प्रभारी को आमंत्रित किया गया। उक्त एक कांग्रेसी को लेकर सभी ने अपनी भड़ास प्रभारी अशोक जायसवाल के समक्ष निकाली।
एकजुटता का अशोक जायसवाल ने पढ़ाया पाठ, एकजुटता से मिलेगी जीत सभी से एकजुट रहने की उन्होंने की अपील
अशोक जायसवाल ने सभी उपस्थित कांग्रेसियों से एकजुट रहने की अपील की। एकजुटता से जीत मिलेगी उन्होंने सभी को समझाया और सभी को पटना चुनाव के जीत के लिए संगठित रहने का मंत्र दिया। अशोक जायसवाल ने यह भी कहा कि संगठन और पार्टी के लिए हर व्यक्ति महत्वपूर्ण है जो पार्टी की नीति नीति को मानता समझता और उसे स्वीकार करता हो। चुनाव एकदम करीब है और गिले शिकवे भूलकर एक साथ काम करने की जरूरत है ऐसा उन्होंने उपस्थित सभी कांग्रेसियों से अपील किया।
प्रथम जिला पंचायत अध्यक्ष यवत सिंह की अगुवाई में चुनाव लड़ने का लिया गया बैठक में निर्णय
बैठक में प्रथम जिला पंचायत अध्यक्ष की अगुवाई में चुनाव लड़ने का निर्णय लिया गया। बताया जा रहा है कि सर्व सम्मति से यह निर्णय स्वीकार भी किया गया कि पटना नगर पंचायत का चुनाव प्रथम जिला पंचायत अध्यक्ष की अगुवाई में ही लड़ा जाएगा।
सभी वरिष्ठ और युवा कांग्रेसी रहे बैठक में मौजूद
बैठक में वरिष्ठ और युवा सभी पटना नगर के कांग्रेसी उपस्थित थे। सभी ने अपनी उपस्थिति से बैठक में एकजुटता का परिचय दिया। अशोक जायसवाल की उपस्थिति में हुई बैठक इस मामले में सफल रही की वहां कई ऐसे कांग्रेसी भी पहुंचे जिनका आपसी तालमेल कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रहा है।