- क्या 49 साल के व्यक्ति को 45 साल का साबित करने सही में कूट रचित आधार कार्ड रूपी दस्तावेज प्रस्तुत किया गया?
- क्या वर्तमान कोरिया भाजपा जिलाध्यक्ष ने अपने पसंदीदा मंडल अध्यक्षों के मनोनयन के लिए सभी तरह के हथकंडे अपनाए?
- कोरिया जिले के मंडल अध्यक्षों के मनोनयन को लेकर आई बड़ी खबर,अपात्र को भी किया गया मंडल अध्यक्ष मनोनीतःसूत्र
- मंडल अध्यक्ष पद के लिए 45 वर्ष के उम्र तक के ही व्यक्ति को किया जाना था मनोनीत,बैकुंठपुर मंडल अध्यक्ष मनोनीत हुए व्यक्ति की उम्र है 49 वर्षःहै आरोप
- मंडल अध्यक्षों के मनोनयन को लेकर यह भी आ रही खबर,जो नहीं करें विरोध और जो हां में हां मिलाएं हमेशा उन्हें ही मिला मौका
- निगम मंडल और नए जिलाध्यक्ष को लेकर भी मंडल अध्यक्ष न करें अन्य नाम का प्रस्ताव यह भी थी मंडल अध्यक्ष मनोनयन के लिए योजना
- कुल मिलाकर वही मनोनीत हुए मंडल अध्यक्ष जो थे किसी न किसी के लिए समर्पित,जो थे मेहनती और कर्मठ उन्हें नहीं मिला मौका,सूत्रों का दावा
- यदि आरोप है सही…और हुई है एक जगह गड़बड़ी तो क्या होगा जिलेभर का मनोनयन निरस्त?
- एक जगह यदि हुई है गड़बड़ी अन्य जगह भी फिर हुआ है खेल यह भी अंदरखाने ही लोग लगा रहे आरोप…


-जिला प्रतिनिधि-
कोरिया,23 दिसम्बर 2024 (घटती-घटना)। कोरिया जिले के 7 मंडलों के मंडल अध्यक्ष मनोनयन को लेकर नई खबर सामने आ रही है। पूरी प्रक्रिया दोषपूर्ण थी और पूरी प्रक्रिया में उन लोगों को उन कर्मठ कार्यकर्ताओं को मौका नहीं दिया गया जो असल मायने में पात्र थे या जिन्हे ही इस बार मंडल अध्यक्ष बनाया जाना था, अपने अपने चहेतों को और हां में हां मिलाने वालों का ही मनोनयन किया गया और उसके लिए कूट रचित दस्तावेज भी इस्तेमाल किए गए और उम्र छिपाने के लिए फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल हुआ अब यह बात सामने आ रही है। यह आरोप सबसे बड़ी बात यह है कि जिला मुख्यालय के बैकुंठपुर मंडल अध्यक्ष के मनोनयन को लेकर सामने आई है। वैसे इस मामले में घटती घटना आरोपों की पुष्टि नहीं करता लेकिन यह आरोप लग रहा है कि बैकुंठपुर मंडल अध्यक्ष का मनोनयन पूरी तरह पार्टी गाइड लाइन के विपरीत जाकर हुआ है और पार्टी की गाइडलाइन जिसके अनुसार मंडल अध्यक्ष के लिए 45 वर्ष की उम्र सीमा तय थी को दरकिनार करने के लिए नया तरीका ढूंढा गया और 49 वर्ष के उम्र के व्यक्ति को मौका देने फर्जी आधार कार्ड का सहारा लिया गया। फर्जी आधार कार्ड में उम्र कम करके 45 वर्ष का व्यक्ति मनोनीत मंडल अध्यक्ष को बताया गया और इस तरह पार्टी के ही नेतृत्वकर्ताओं ने मंडल अध्यक्ष चुनाव संपन्न कराने की निष्पक्ष कराने की जिन्हे जिम्मेदारी मिली थी उन्होंने पार्टी को ही धता बताने का काम किया। वैसे बैकुंठपुर का मामला यह बताने काफी है यदि आरोप सही है तो की मंडल अध्यक्ष का जिलेभर में मनोनयन दोषपूर्ण प्रकिया अंतर्गत किया गया और अपात्र को योग्य वहीं कर्मठ पर अनर्गल आरोप लगाकर भी उसे अपात्र किया गया।
कोरिया जिले के जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के मंडल अध्यक्ष मनोनयन में यदि आरोपों अनुसार बातें सही हैं और बैकुंठपुर का मंडल अध्यक्ष पार्टी निर्देश के विपरीत 45 की जगह 49 वर्ष का है और उसने उम्र छिपाई है फर्जी आधार कार्ड उसने प्रस्तुत किया है तो फिर यह तय है कि पूरे जिले का मनोनयन झूठा है और मनोनयन में पात्र को अपात्र किया गया है और वरिष्ठों ने भाजपा संगठन प्रदेश प्रभारी के निर्देशों की अवहेलना कर पार्टी की छवि धूमिल की है पार्टी को झूठा साबित किया है। भाजपा में अनुशासन ही उसकी महानता उसकी विशालता का कारण है उसकी नीतियां पार्टी उसके सिद्धांत ही उसकी पहचान हैं। पार्टी की गाइडलाइन के विपरीत जाकर भाजपा में कोई निर्णय लिया जाए और वह स्वीकार हो जाए ऐसा कभी हुआ नहीं है और उसे खारिज ही किया गया है वहीं बैकुंठपुर मंडल अध्यक्ष का मनोनयन कहीं न कहीं पार्टी की छवि को धूमिल करने वाला उसके निर्देशों की अवहेलना करने वाला निर्णय है जिसे पार्टी शायद ही स्वीकार करेगी। बैकुंठपुर मंडल अध्यक्ष मनोनयन को लेकर जो बात सामने आई है उसके अनुसार एक बड़े उम्र के व्यक्ति जो पार्टी गाइडलाइन अनुसार पात्र नहीं था को मंडल अध्यक्ष बनाने के लिए सभी बड़े पदाधिकारी एक जुट एक राय हुए और फिर उन्होंने फर्जी कूटरचित आधार कार्ड का इस्तेमाल करने मनोनीत हुए अध्यक्ष को सहमति दी। वैसे यह आरोप मय दस्तावेज एक व्यक्ति नाम न छापने की शर्त पर लगा रहा है वह एक आधार कार्ड शिकायत के साथ प्रस्तुत कर रहा और उसका दावा है कि अन्य जन्म संबंधी दस्तावेज यदि जांच लिए जाएं पूरा मामला फर्जी सामने आ जाएगा। वैसे यह आरोप सत्य है या यह दस्तावेज फर्जी है यह पुष्टि हम नहीं करते यह जांच का विषय है। एक मामला सामने आने के बाद अब पूरे कोरिया जिले के मनोनयन पर प्रश्नचिन्ह लगता नजर आ रहा है और यह सवाल उठ रहा है कि क्या आरोप जो लग रहे हैं वह सही है क्या अपात्र ही जिले के मंडल अध्यक्ष मनोनीत किए गए पात्र और कर्मठ को किनारे करने सभी वरिष्ठ एकजुट हुए। वैसे बताया जा रहा है कि निगम मंडल से लेकर जिलाध्यक्ष तक की तैयारी इसी मनोनयन से कर ली गई है और कौन होगा जिलाध्यक्ष कौन निगम मंडल जाएगा यह सबकुछ आपस में बंटवारा हो गया है और मनोनीत मंडल अध्यक्षों पर एहसान है यह बताकर कि पात्र को कैसे अपात्र किया गया उनकी सहमति भी मिल जाएगी रबर स्टाम्प की तरह उनका उपयोग हो जाएगा यह तय कर लिया गया है।
अपने स्वार्थ के लिए पार्टी को गर्त में डालने का प्रयास
यदि कोरिया जिले के जिला मुख्यालय के मंडल अध्यक्ष के उम्र का मामला सही है तब तो यह भी मानना होगा कि पूरे जिले सातों मंडलों के मनोनयन में धांधली हुई है। वही ऐसा करके पार्टी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है आने वाले समय में पार्टी को गर्त में डालने का प्रयास किया गया है। एक अनुशासित दल में यह पहली बार देखने को मिला है यदि आरोप सही हैं तो की पार्टी की गाइडलाइन को दरकिनार करने किसी को कूट रचित कोई दस्तावेज प्रस्तुत करने की अनुमति दी गई है। बता दें कि कूट रचित दस्तावेज का मामला पहले ही उठा था और इस कारण जिले में मनोनयन भी विलंब से हुआ और दिखावे के लिए पार्टी ने सभी से आधार कार्ड की छायाप्रति भी प्राप्त की लेकिन मनोनयन के समय इन सभी के विपरीत उन्हीं का मनोनयन हुआ जो अपात्र होकर भी वरिष्ठ के लिए रबर स्टाम्प बनने तैयार थे।
जब उम्र निर्धारित कर दी गई थी तो फिर छेड़छाड़ क्यों?
मंडल अध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने उम्र सीमा तय कर दिया था। मंडल अध्यक्ष के लिए 45 वर्ष की उम्र सीमा तय थी। कोरिया जिले के जिला मुख्यालय में आरोपों अनुसार 49 वर्ष के व्यक्ति को मंडल अध्यक्ष बनाया गया है। फर्जी आधार कार्ड उसने लगाया है जिसकी अनुमति भी उसे वरिष्ठ भाजपाइयों ने जो मनोनयन के लिए अधिकृत थे ने दी थी। माना जा रहा है वहीं आरोप लग रहा है कि अन्य मंडल अध्यक्ष मामले में भी कई फर्जी दस्तावेज या फर्जी कोई ऐसा दस्तावेज या कोई प्रमाण लगाया गया है जो पात्र को अपात्र करने काफी हो कारगर हो। अब सवाल यह है कि जब पार्टी अनुशासित विश्व में अनुशासित मानी जाने वाली पार्टी में मनोनयन के लिए मापदंड तय थे तब कैसे छेड़छाड़ संभव हुआ कैसे सबकुछ तय हुआ क्योंकि कौन क्या है उम्र क्या है और क्या उसकी असलियत है यह स्थानीय स्तर पर छिपा पाना आसान नहीं ।
बहुत बड़े ख्वाब देख रहे हैं वर्तमान जिला अध्यक्ष
आरोप है कि जिलाध्यक्ष सहित जिले के संगठन के उनके खास लोग बड़े ख्वाब देख रहे हैं। सभी ने इस मनोनयन में रबर स्टाम्प बनकर निर्देश सुनने और पालन करने वाले का चयन आपसी तालमेल से कर लिया है। अब जब उनकी बारी आएगी रबर स्टाम्प बनकर वह उनके काम आयेंगे इसीलिए अपात्र को पात्र किया गया है यह बैकुंठपुर मंडल अध्यक्ष की उम्र वाली बात यदि सही हुई तो सत्य जो जाना जायेगा। कुल मिलाकर जिला अध्यक्ष वर्तमान ने खुद सहित अपने साथ के जिला पदाधिकारियों का जुगाड फिट करने गड़बड़ी की है और कौन क्या बनेगा वह नेमप्लेट तैयार है। वैसे इस समझौते में नगरीय मामलों का भी समझौता हुआ है और नगरीय मामलों में भी वरिष्ठ लोगों ने अपनों को ही धोखा दिया है।।आरोप जारी है जांच की प्रतीक्षा में भाजपाई ही हैं
छत्तीसगढ़ के प्रभारी नितिन नवीन के बातों निर्देशों की भी हुई अवहेलना
छत्तीसगढ़ के प्रभारी नितिन नवीन ने बैठक में साफ निर्देश दिए थे कि जो गाइडलाइन बने हैं उसका पालन होना चाहिए गाइडलाइन के अनुरूप ही काम होगा यदि इसके अनुरूप काम नहीं होता है तो ऐसे में ऐसे मामलों पर कार्यवाही भी की जाएगी पर छत्तीसगढ़ के प्रभारी की बातों को भी कोरिया जिले में दरकिनार करके पार्टी के वरिष्ठ लोगों ने अपने लोगों को मंडल अध्यक्ष बनाने के लिए कहीं उम्र को कम करके दिखाया गया यहां तक की फर्जी तरीके से कूट रचित उम्र बताने के लिए दस्तावेज लगाए गए।वहीं कहीं तो कई नए कंडीशन जोड़े गए जिससे पात्र अपात्र हो जाए।प्रदेश प्रभारी के निर्देशों की अवहेलना यदि हुई है तो जिले के सभी मंडलों के मनोनयन को निरस्त कर पुनः मनोनयन की प्रकिया अपनाई जाए यह पार्टी के अंदरखाने आवाज उठ रही है और अब देखना है कि क्या सच में ऐसा होता है क्या पार्टी निर्देश की अवहेलना कर पार्टी की छवि धूमिल कर किए गए मनोनयन को निरस्त किया जाता है।