अंबिकापुर/प्रतापपुर@11 केवी तार की चपेट में आने से गर्भवती हथिनी की मौत

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कम ऊंचाई पर झूल रहा था बिजली तार,ग्राम दरहोरा के आसनपारा की घटना

अंबिकापुर/प्रतापपुर 19 जनवरी 2022 (घटती-घटना)। 11 केवी का तार की चपेट में आने से गर्भवती हथिनी की मौत हो गई। मामला सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के दरहोरा आसनपारा की है। यहां तीन हाथियों का दल विचरण कर रहा था। मंगलवार की रात हाथियों का दल विचरण करते हुए दरहोरा के आसनपारा में पहुंच गया। इसी दौरान दल में शामिल एक गर्भवती हथिनी काफी नीचे झूल रहे 11 केवी के तार की चपेट में आ गई। वहीं दो अन्य हाथी तार के नीचे से निकल गए। इधर करंट लगने से हथिनी तड़प कर चिंघाडऩे लगी। उसके चिंघाडऩे की आवाज ग्रामीणों ने भी सुनी। कुछ ही देर में उसने तड़पकर दम तोड़ दिया। सुबह उसकी लाश ग्रामीणों ने देखी तो इसकी सूचना वन विभाग को दी। इस पर सीसीएफ सरगुजा, सीएफ वाइल्ड लाइफ, डीएफओ सूरजपुर तथा प्रतापपुर, रमकोला, घुई, ओडग़ी, भैयाथान के रेंजर मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने घटना की जांच की। इसके बाद पशु चिकित्सक डॉ. महेंद्र पांडे की अगुवाई में टीम ने मृत हथिनी के शव का पीएम किया। पीएम के दौरान हथिनी के गर्भ से शावक भी मृत अवस्था में निकला, उसे भी करंट लगा था। हथिनी व शावक के पीएम के बाद उन्हें घटनास्थल पर ही दफना दिया गया। हथिनी 17 माह की गर्भवती थी तथा शावक मेच्योर हो गया था। वन विभाग की घोर लापरवाही उजागर हुई है। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार हाथी रहवास क्षेत्र में 11 केवी के विद्युत तार की ऊंचाई जमीन से चार से पांच मीटर होनी चाहिए। ताकि विचरण के दौरान हाथी इसकी चपेट में न आ सकें। लेकिन दरहोरा के आसनपारा में 11 केवी का तार निर्धारित ऊंचाई से काफी नीचे झूल रहा था। इसी कारण से मंगलवार की देर रात जब हाथियों का दल यहां पहुंचा तो गर्भवती हथिनी नीचे झूल रहे 11 केवी के तार की चपेट में आ गई व तड़पकर उसकी जान चली गई।


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