@ आइंस्टीन को लिखी गईं नेहरू की चिट्ठियों समेत अन्य ऐतिहासिक दस्तावेज…
नई दिल्ली ,16 दिसम्बर 2024 (ए)। प्रधानमंत्री संग्रहालय ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उनसे नेहरू से जुड़े ऐतिहासिक दस्तावेज़ वापस करने का अनुरोध किया गया है। 10 दिसंबर को भेजे गए इस पत्र में कहा गया कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की 51 बक्सों में रखी सभी चिट्ठियों को म्यूजियम को लौटाया जाए। इन चिट्ठियों में पंडित नेहरू द्वारा एडविना माउंटबेटन, अल्बर्ट आइंस्टीन, जयप्रकाश नारायण और विजयलक्ष्मी पंडित जैसी प्रमुख हस्तियों को लिखे गए पत्र शामिल हैं। म्यूजियम ने इन दस्तावेजों को वापस करने या उनकी स्कैनिंग की अनुमति देने की अपील की है ताकि उनका संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके।
2008 में सोनिया गांधी ने मंगवाई थीं चिट्ठियां
प्रधानमंत्री म्यूजियम और लाइब्रेरी सोसाइटी के सदस्य रिजवान कादरी ने बताया कि 2008 में यूपीए सरकार के दौरान ये चिट्ठियां सोनिया गांधी के पास भेजी गईं। नेहरू परिवार की प्रतिनिधि के रूप में सोनिया गांधी ने इन चिट्ठियों को मंगवाया था। कादरी ने यह भी कहा कि एक बार दान की गई वस्तुएं वापस नहीं ली जानी चाहिए थीं, लेकिन राहुल गांधी की मंशा पर सवाल नहीं उठाते हुए उन्होंने इन चिट्ठियों की फोरेंसिक ऑडिट की मांग की है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन दस्तावेजों के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है।
नेहरू मेमोरियल
का नाम बदला गया
15 जून 2023 को नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलकर‘प्रधानमंत्री म्यूजियम और लाइब्रेरी’ रखा गया था। यह म्यूजियम दिल्ली के तीन मूर्ति मार्ग पर स्थित है और इसका क्षेत्रफल 15,600 स्मयर मीटर है। 306 करोड़ रुपए की लागत से बने इस म्यूजियम में देश के प्रधानमंत्रियों के योगदान को समर्पित किया गया है, और इसका प्रबंधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होता है।
भाजपा ने उठाए सवाल
भाजपा सांसद संबित पात्रा ने गांधी परिवार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा कि इन दस्तावेजों को सार्वजनिक क्यों नहीं किया जा रहा है। पात्रा ने यह भी पूछा कि क्या राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी से इन चिट्ठियों को वापस लौटाने पर चर्चा करेंगे। भाजपा का कहना है कि यह दस्तावेज़ देश की धरोहर हैं और इन्हें म्यूजियम में संरक्षित रहना चाहिए। पात्रा ने कहा कि इन चिट्ठियों में वैश्विक और देश के प्रमुख नेताओं से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य हो सकते हैं, और अब राहुल गांधी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ये दस्तावेज म्यूजियम में वापस लौटाए जाएं।
म्यूजियम ने मांगी
स्कैनिंग की अनुमति
इतिहासकारों और म्यूजियम प्रबंधन का मानना है कि नेहरू के ये पत्र ऐतिहासिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण हैं। इन दस्तावेजों को संरक्षित करने और जनता के सामने लाने की मांग बढ़ रही है। म्यूजियम ने स्पष्ट किया है कि वह केवल इन चिट्ठियों को संरक्षित करना चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने गांधी परिवार से इन पत्रों को लौटाने या उनकी स्कैनिंग की अनुमति देने की अपील की है।
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