झुंझुनू,22 नवम्बर 2024 (ए)। राजस्थान के झुंझुनू में हैरान कर देने वाला एक मामला सामने आया है. यहां एक व्यक्ति को पोस्टमार्टम के बाद मृत घोषित कर दिया गया. उसके शव को चार घंटे तक डीप फ्रीज में रखा गया, लेकिन जब अंतिम संस्कार के लिए शव दिया गया तो उस मृत व्यक्ति की सांसें चलती हुई दिखाई दीं, जिसके बाद हड़कंप मच गया. इस मामले में लापरवाही बरतने वाले तीन डॉक्टरों को सस्पेंड कर दिया गया है.
झुंझुनू के बग्गड़ में रोहिताश नाम का एक दिव्यांग और मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति मां सेवा संस्थान में रह रहा था. गुरुवार की सुबह बेहोशी की हालत में उसे इलाज के लिए सरकारी बीडीके अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया था, जहां डॉक्टर ने रोहिताश को मृत घोषित मृत घोषित कर दिया. उसके बाद शव को बीडीके अस्पताल की मोर्चरी में शिफ्ट करवा दिया गया.
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में हुई मौत
करीब दो घंटे बाद शव का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार के लिए संस्थान को सुपुर्द किया गया था, लेकिन अंतिम संस्कार पर ले जाने के दौरान मृत रोहिताश जिंदा हो गया. आनन-फानन में रोहिताश को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई. फिलहाल शव को अस्पताल के मोर्चरी में रखा गया है.
तहसीलदार और सीएमएचओ ने की मामले की जांच
इस हैरतअंगेज घटना की सूचना पर सरकार ने तहसीलदार ओर बगड़ थानाधिकारी को जांच के लिए अस्पताल भेजा. अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों को घुमा दिया गया था. जिला कलक्टर रामवतार मीणा ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए स्वास्थ्य विभाग को पूरी रिपोर्ट भेजी, जहां देर रात सरकार ने दोषी डाक्टरों पर एक्शन लिया है.
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