अधिकारियों के आदेश ठंडे बस्ते में…जिले में अतिक्रमणकारियों की बाढ़,आवागमन में हो रही भीषण समस्या,लोगों को प्रशासनिक भय बिल्कुल नहीं
-बागी कलम-
अनूपपुर,18 नवंबर 2024 (घटती-घटना)। जिले में अतिक्रमणकारियों की बाढ़ सी आ गई है जिससे जिला मुख्यालय होने के बावजूद अनूपपुर अपनी अव्यवस्थाओं के कारण आज भी जिला सा नजर नहीं आता। नगर पालिका का अमला, राजस्व अमला एवं यातायात विभाग सभी मौन धारण किए हुए हैं जिससे अतिक्रमणकारियों को किसी तरह की कोई चिंता नहीं। वह तो प्रतिस्पर्धा में अपनी-अपनी दुकाने सड़कों के दोनों तरफ आगे बढ़ा-बढ़ा कर लगा रहे हैं। वहीं शहर में पार्किंग की सुविधा नहीं होने से सभी दुकानों के सामने वाहनों का जखीरा लगा रहता है। यही नहीं अधिकांश बैंकों के सामने भी पार्किंग की कोई सुविधा नहीं है जिससे बैंकों के सामने भी भारी संख्या में वाहन सड़को पर मनमाने तरीके से खड़े कर दिए जाते हैं। आवारा घूमते पशु, सड़कों पर बैठे पशु आवागमन में बहुत बड़ी बाधा उत्पन्न करते हैं। ये सभी कारण कि बाहर से आने- जाने वालों की नजर में अनूपपुर आज भी पूर्णतया अव्यवस्थित है।
लोगों को प्रशासनिक भय बिल्कुल नहीं
जिला में योग्य युवा कलेक्टर होने के बावजूद भी लोगों को प्रशासनिक भय बिल्कुल नहीं है। पूरा नगर पालिका क्षेत्र अतिक्रमण की चपेट में आ चुका है। सड़कों पर जगह-जगह सजी मंडी लग रही हैं जबकि फुटकर एवं थोक सजी मंडी के लिए अलग- अलग स्थान निर्धारित है। उसके बावजूद भी प्रशासनिक कमजोरी के चलते लोग जगह जगह सड़क पर ही सजी की दुकानें लगाकर बेचते नजर आते हैं। वहीं जबकि प्रदेश के कई शहरों में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान आज भी जारी है। जिला कलेक्टर से अपेक्षा है कि पूरे जिले में अतिक्रमण के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश जारी करें, जिससे शहर अतिक्रमण से मुक्त हो सके।
अधिकारियों के आदेश पड़े ठंडे बस्ते में
जबकि पूर्व में कलेक्ट्रेट में समीक्षा बैठक में सजी की दुकान निर्धारित स्थान में लगाने के निर्देश हुए थे लेकिन आज तक उस पर अमल नहीं हो सका। नगर पालिका क्षेत्र में चारों तरफ सजी की दुकान सड़कों पर लगी मिल जाएगी। संबंधित विभाग का अभियान नहीं चलने से अतिक्रमण कारियों के हौसले बुलंदी के शिखर पर हैं। पूर्व में नगर पालिका अधिकारी ज्योति सिंह, स्नेहा मिश्रा एवं प्रभारी सीएमओ सुषमा मिश्रा ने अभियान चलाकर शहर को अतिक्रमण से मुक्त कराने में अहम भूमिका का निर्वहन किया था। जिसके चलते शहर की फिजा ही बदल गई थी लोगों को अनूपपुर शहर, शहर सा दिखाई पड़ने लगा था।
अतिक्रमण से पुनः पट गया पूरा शहर
ज्ञातव्य हो कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी अनूपपुर ज्योति सिंह 10 दिन की बच्ची को लेकर दवा खा-खाकर बिना किसी मातृत्व अवकाश के पूरे शहर का ऐतिहासिक अतिक्रमण हटवाकर अपने फर्ज को निभाया था। उन्होंने पूरी तरह से राजनीति को तिलांजलि देते हुए बिना किसी भेदभाव के सभी के अतिक्रमण को नियमों के अनुसार हटाकर नगर के अंदर अपनी एक अलग साख बनाई थी। उनके जाने के बाद भी दो मुख्य नगर पालिका अधिकारी स्नेहा मिश्रा एवं प्रभारी सीएमओ सुषमा मिश्रा ने भी अतिक्रमण कारियों पर ऐतिहासिक कार्यवाही कर शहर को अतिक्रमण से मुक्त कराने में अहम भूमिका का निर्वहन किया था। लेकिन उन सबके जाने के बाद फिर से शहर अतिक्रमणकारियों से पट गया,अब कोई देखने-सुनने वाला नहीं।