कांग्रेस जिलाध्यक्ष को लेकर भी फूटा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का आक्रोश…प्रदेश अध्यक्ष ने साफ तौर पर कहा कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ उपेक्षा बर्दाश्त नहीं
अपने ही शासन की एक योजना से अनभिज्ञ दिखे कांग्रेसी,प्रदेश अध्यक्ष ने योजना को साझा किया…बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र के नेताओं को नहीं मिला शिकायत का मौका
रवि सिंह-
बैकु΄ठपुर 24 सितम्बर 2021(घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम का मनेंद्रगढ़ से जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में आगमन हुआ। तय समय से जिला मुख्यालय पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने पहले तो अपने आगमन से ही सभी को चौका दिया क्योंकिं वह समय से पहले मुख्यालय पहुंच गए, वहीं कई कांग्रेस पदाधिकारी ही विलम्ब से पहुंच सके। प्रदेश अध्यक्ष ने नवनिर्मित राजीव भवन में जिलेभर के कांग्रेसी पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं से मुलाकात की जबकि जिले के कांग्रेसी कार्यकर्ता व पदाधिकारियों की शिकायतें सुनकर वह भी एक समय असहज हो गए क्योंकिं उन्हें भी बिल्कुल आभास नहीं था कि कोरिया जिले में कांग्रेस का संगठन पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं को लेकर उनकी सहूलियतों को लेकर बिल्कुल भी सजग नहीं है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को जैसे ही इस बात का एहसास हुआ कि कोरिया जिले में सत्ता का विरोध तो है ही वहीं संगठन नेतृत्व का विरोध सत्ता से ज्यादा है उन्होंने कार्यकर्ताओं को नसीहत देना ज्यादा जरूरी समझा और शिकायत व दर्द बाहर सार्वजनिक करने की बजाय पार्टी फोरम में करने की समझाइस देते हुए पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को मनाते दिखे। वहीं जिले के दौरे पर पहुंचे छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के समक्ष जब जिलेभर के कांग्रेस पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को बोलने का मौका मिला और मंच का संचालन कर रहे चिरिमिरी नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष के क्रमशः सभी को माइक देकर अपनी बात रखने का मौका देना आरंभ किया वैसे ही पदाधिकारी व कार्यकर्ता अपनी तकलीफ बताते नजर आए वहीं सभी उपस्थित पदाधिकारी व कार्यकर्ता अपनी बात रखने उत्सुक नजर आए। इस अवसर पर संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव, जिला कांग्रेस अध्यक्ष हाजी नजीर अजहर, पीसीसी सदस्या योगेश शुक्ला, जिला पंचायत उपध्यक्ष वेदांती तिवारी, शिलेन्द्र सिंह, प्रदीप गुप्ता, ब्लॉक अध्यक्ष अजय सिंह अन्य लोग उपस्थित थे।
मनेंद्रगढ़ व भरतपुर सोनहत विधानसभा के कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को मिला शिकायत का मौका
प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में जिले के मनेंद्रगढ़ व भरतपुर सोनहत विधानसभा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को अपनी बात प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष रखने का मौका मंच संचालक ने जब प्रदान किया तो पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने जमकर अपनी भड़ास निकाली और जमकर शिकायत भी की। सभी का लगभग यही कहना था कि जिले में सत्ता व संगठन का तालमेल है ही नहीं वहीं जिलाध्यक्ष की भूमिका को लेकर भी सभी की शिकायत जारी रही। नागपुर से आये कार्यकर्ताओं ने तो यहां तक कह दिया कि हमें तो न पार्टी का ही सहयोग मिल रहा है और न ही सत्ता का, आज भी वह अपनी ही गाड़ी से अपने खर्च पर बैठक में पहुंचे हैं और जहाँ भी जाना होता है पार्टी के आहवान पर हमें अमूनन हर बार खुद से ही प्रयास करना होता है। न सत्ता से सहयोग मिल पा रहा है और न ही कोई काम या रोजगार ही मिल पा रहा है,वहीं जिलाध्यक्ष को पार्टी की और पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की कोई चिंता नहीं यह भी सभी ने खुल कर कहने से परहेज नहीं किया।
बैकुंठपुर विधानसभा के गिने चुने पदाधिकारियों को अपनी बात रखने का मौका मिला
बैकुंठपुर विधानसभा के कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता इस बार पूरी तैयारी से प्रदेश अध्यक्ष के कार्यक्रम में उपस्थित होकर अपनी बात रखने अपनी पीड़ा बताने पहुंचे जरूर लेकिन बात रखने का मौका नहीं मिल पाने की वजह से उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा यह भी देखने व सुनने को मिला। बताया जा रहा है जिलाध्यक्ष को पहले से आभास हो गया था वहीं सत्ता के करीबी होने की वजह से उन्हें इस बात का भी अंदेशा था कि बैकुंठपुर विधानसभा की ताजा स्थिति को देखते हुए यदि यहां के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को बोलने का मौका दिया गया अपनी बात रखने का मौका दिया गया तो शिकायत ढेर सारी सामने आ जायेगी वहीं वह खुद जवाब दे पाने की स्थिति में नहीं रह पाएंगे इसलिए उन्होंने मंच संचालक को बैकुंठपुर विधानसभा से एक दो वरिष्ठ लोगों के अलावा किसी को अपनी बात रखने का मौका नहीं देने का निर्देश पहले ही दे दिया था यह भी आरोप अब जिलाध्यक्ष पर लग रहे हैं। बैकुंठपुर विधानसभा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को अपनी बात नहीं रख पाने का मलाल हुआ और वह मायूस हुए ऐसी भी सूचना मिल रही है वहीं अब पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का केवल यही कहना है कि सत्ता के साथ मिलकर जिलाध्यक्ष ने अपनी ही पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की आवाज को पार्टी मंच पर उठाने से ही रोक दिया गया।अब वह अपनी बात कहां जाकर रखें जब उन्हें मौका ही नहीं दिया जा रहा है यह भी चर्चा आपस मे सभी करते सुने गए।
सबकुछ ठीक नहीं पार्टी में समझ गए प्रदेश अध्यक्ष
बैकुंठपुर पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी मोहन मरकाम यह समझ गए की जिले में खासकर बैकुंठपुर विधानसभा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है वहीं सत्ता व संगठन में जिलाध्यक्ष तक बातें सामान्य हैं वहीं जिलाध्यक्ष खुद पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से संपर्क में नहीं हैं यह भी बात उनको समझ मे आई शायद इसलिए ही उन्होंने जाते जाते सभी को एक ही समझाइस देना ज्यादा उचित समझा कि पार्टी से नाराजगी हो या कोई शिकायत बात घर की है घर से बाहर न जाने पाए। प्रदेश अध्यक्ष का ऐसा कहना इस बात की समझाइस के तौर पर सभी के लिए देखा जा रहा है कि पार्टी एक परिवार है और परिवार में कई बार कुछ बातों को लेकर मतभेद होना स्वाभाविक है वहीं मतभेदों को आपस मे ही सुलझाकर परिवार को एकजुट रखा जा सकता है बाहर बात करके के नहीं।
खड़गवां के नेताजी पर भड़के कोरिया जिला बचाव मंच के लोग
कोरिया जिला बचाव मंच के लोगों ने भी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के समक्ष उपस्थित होकर कोरिया जिले में खड़गवां विकासखण्ड को शामिल रहने देने की मांग को उनके सज्ञान में लाया जिसपर प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने यह कहकर उन्हें समझाने का प्रयास किया कि प्रदेश के चार नवीन जिलों की घोषणा के बाद कोरिया व मनेंद्रगढ़ चिरिमिरी भरतपुर जिले का विषय सबसे ज्यादा उलझनों वाला हो गया है वहीं इसकी चर्चा पूरे प्रदेश में है जिस तरह यहां जगह जगह लोग आंदोलनरत हैं तो शायद इसके लिए आयोग गठित न करने की आवश्यक्ता पड़ जाए वहीं इसी दौरान खड़गवां कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी बातचीत के बीच ही खड़गवां को नवीन जिले में शामिल करने की बात कह गए जिसपर कोरिया जिला बचाव मंच के लोग भड़क पड़े और बात बिगड़ती देखकर खड़गवां के नेताजी को चुपचाप वहां से खिसकना पड़ा वरना स्थिति उनके विपरीत बनने तक कि सूचना प्राप्त हुई है।
जिले में प्रदेश अध्यक्ष का आगमन दो विधायक रहे अनुपस्थित
प्रदेश अध्यक्ष का आगमन कोरिया जिले में हुआ जहाँ तीनों विधायकों को उपस्थित रहना था पर एक ही विधायक उपस्थित रहे दो विधायक अनुपस्थित नजर आए क्यों नहीं आए इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई, पर दोनों विधायकों की अनुपस्थिति सभी को दिखा और लोग इस बात को लेकर चर्चा भी करते दिखे।
स्वागत रहा फीका,प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकार रहे उपेक्षित
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष मोहन मरकाम दो दिवसीय कोरिया प्रवास पर बुधवार को पहुँचे थे। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के शीर्ष नेता व प्रदेशाध्यक्ष के आगमन पर उनके स्वागत ससम्मान पर शहर सहित çज़ले भर में कही भी पोस्टर फ्लेक्स नजर नही आये और नाही कहीं स्वागत द्वार दिखा। जबकि किसी अन्य मंत्री व नेता के आगमन पर कांग्रेसी पूरे शहर को फ़्लेक्स पोस्टर से लाद देते हैं। जिसे देखकर कहा जा सकता है कि कांग्रेसियों ने उनके आदिवासी वर्ग से होने व उनकी सादगी को नजरंदाज कर दिया। वहीं राजीव भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकार उपेक्षित नजर आए। पत्रकारों को गरिमापूर्ण तरीक़े से आमंत्रित नही किया गया था। जिससे गिनती के पत्रकार ही प्रेस कांफ्रेंस में उपस्थित रहे और प्रेस कांफ्रेंस में अव्यवस्था नजर आयी वहां पानी तक कि व्यवस्था नही थी। जिससे पत्रकारों में रोष नजर आया।