- सूरजपुर के कबाड़ व्यवसायी कुलदीप साहू द्वारा प्रधान आरक्षक की पत्नी व बेटी की हत्या के बाद की जा रही है सख्ती, दोहरा हत्याकांड के बाद पुलिस पर कबाडिय़ों से साठगांठ के लगे थे आरोप
बिश्रामपुर,13 नवम्बर 2024 (घटती-घटना)। सूरजपुर के नवपदस्थ एसएसपी प्रशांत सिंह ठाकुर के निर्देश के बाद बिश्रामपुर पुलिस ने कबाडिय़ों को थाने तलब कर काम समेटने की हिदायत दी है। बिश्रामपुर पुलिस ने मंगलवार को क्षेत्र में कबाड़ का कारोबार करने वाले गुलाम मोहम्मद उर्फ गुड्डा, करमजीत सिंह उर्फ करमू, नितेश कबाड़ी सहित अन्य को थाना तलब कर अपना अवैध कार्य पूरी तरह से बंद करने के निर्देश दिए हैं।
14 अक्टूबर को सूरजपुर थाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी व उसकी बेटी की कबाड़ कारोबारी कुलदीप साहू ने जघन्य हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस की कबाड़ के कारोबारियों से तथाकथित साठगांठ को लेकर भी काफी बातें सामने आईं थी।
वहीं इस हत्याकांड को लेकर जिले में काफी बवाल मचा था, जो प्रदेश स्तर पर चर्चित हो गया था। इसके बाद कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक का प्रदेश सरकार ने तबादला कर नए अधिकारियों की नियुक्ति की थी।
अब बताया जा रहा है कि आईजी के निर्देश के बाद नवपदस्थ एसएसपी ने जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर नए सिरे से कानून व्यवस्था की समीक्षा की है। उन्होंने सभी थाना व चौकी प्रभारियों को दो टूक कहा है कि कबाड़, कोयला, मादक पदार्थों जैसे अवैध कारोबार पूरी तरह बंद होने चाहिए।
थाना व चौकी प्रभारी की तय की गई जिम्मेदारी
एसपी ने कहा है कि अगर किसी भी क्षेत्र में अवैध गतिविधि संचालन की जानकारी आती है तो इसके लिए संबंधित थाना व चौकी प्रभारी जिम्मेदार होंगे। एसएसपी ने वरिष्ठ अधिकारियों को थाना चौकी क्षेत्र के प्रभारियों के कार्यों की सतत समीक्षा करने पैदल गश्त कर लोगों के बीच पुलिस की प्रभावी उपस्थिति का अहसास कराने भी निर्देशित किया है
ये काम करें बंद,दूसरा कारोबार शुरू कर लें
पुलिस ने बताया कि कबाड़ कारोबारियों को पूरी तरह से दुकान का संचालन बंद कर दूसरा कारोबार करने निर्देशित किया गया है। दरअसल क्षेत्र के कबाड़ी पुट्ठा, प्लास्टिक, टीन टप्पर खरीदी की आड़ में कबाड़ दुकान का लंबे समय से संचालन कर रहे हैं।
यहां खदानों से चुराया हुआ लोहा व स्क्रैप, केबल खरीदकर रातों रात अंबिकापुर व सूरजपुर के कबाड़ कारोबारियों के यहां भेज दिया जाता है। कबाड़ कारोबार में स्थानीय पुलिस की संलिप्तता समय-समय पर सामने आती रहती है।