स्टाफ की कमी से जूझ रहे क्लीनिक,संपूर्ण दवा व जांच की भी सुविधा नहीं
अंबिकापुर,18 अक्टूबर 2024 (घटती-घटना)। लोगों को मोहल्ले में ही स्वास्थ्य सुविधा मिल सके इसके लिए कांग्रेस शासन काल में हमर क्लीनिक की शुरूआत की गई थी। अंबिकापुर नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत 8 हमर क्लीनिक संचालित है। जबकि शहर के अंदर 10 हमर क्लीनिक बनाया जाना था। लकिन दो हमर क्लीनिक का अब तक कोई अता पता नहीं है। वहीं शहर में संचालित 8 हमर क्लीनिक की भी स्थिति कुछ अच्छी नहीं है। स्टाफ की कमी बनी हुई है। कुछ जगहों पर डॉक्टर भी नहीं हैं। डॉक्टर व स्टाफ की कमी के कारण हमर क्लीनिक की उपयोगिता शून्य साबित हो रही है। आज भी मरीजों का दबाव जिला अस्पताल पर है। सर्दी-खांसी जैसे मरीजों को भी हमर क्लीनिक में इलाज नहीं मिल पा रहा है।
निजी अस्पतालों से छुटकारा व जिला अस्पताल का चक्कर न लगाने पड़े इसके लिए कांग्रेस शासन काल में हमर क्लीनिक की शुरूआत की गई है। लेकिन अंबिकापुर में यह सुविधा अब धीरे-धीरे खत्म होती नजर आ रही है। अंबिकापुर नगर निगम के 48 वार्ड अंतर्गत 8 हमर क्लीनिक संचालित है। लेकिन सभी में स्टाफ की कमी बनी हुई है। कुछ जगहों पर डॉक्टर भी नहीं हैं। जबकि हर हमर क्लीनिक में 1 डॉक्टर के साथ 5 स्टाफ का सेटअप दिया गया था। लकिन किसी भी हमर क्लीनिक में स्टाफ नहीं है। इससे मरीजों को समुचित स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही है। आज भी लोग निजी अस्पताल व जिला अस्पताल का चक्कर लगाने को मजबूर हैं। कुछ दिन पूर्व नगर निगम के सामान्य सभा में भी हमर क्लीनिक में डॉक्टर व स्टाफ की कमी का मुद्दा उठा था। मामले पर पक्ष व विपक्ष के पार्षद एक राय होकर स्वास्थ्य विभाग से जल्द से जल्द डॉक्टर व स्टाफ की कमी को दूर करने की बात कही गई थी।
एक-दो जगहों पर नहीं हैं डॉक्टर
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी सामुदायि स्वास्थ्य केन्द्र नवापारा डॉ. शीला नेताम ने बताया कि हमर क्लीनिक में पदस्थ डॉक्टरों का संविधा खत्म हो गया था। इस लिए कुछ दिनों तक डॉक्टर की कमी बनी हुई थी। पुन: संविधा पर डॉक्टर की नियुक्ति हो गई है। शहर के अंदर संचालित 8 हमर क्लीनिक में एक-दो जगहों को छोडक सभी हमर क्लीनिक में डॉक्टर की नियुक्ति हो गई है।
न तो फॉर्मासिस्ट और
न ही स्टाफ नर्स
अंबिकाुपर नगर निगम क्षेत्र के 48 वार्ड में कुल 10 हमर क्लीनिक बनना था। लकिन अभी केवल 8 ही हमर क्लीनिक संचालित है। दो हमर क्लीनिक का निमार्ण अभी भी पूर्ण नहीं हो सका है। इसके अलावा एक लखनपुर में भी हमर क्लीनिक संचालित है। लेकिन इन सभी जगहों पर स्टाफ की कमी के कारण मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। हमर क्लीनिक में न तो दवा वितरण के लिए फॉर्मासिस्ट हैं और न ही स्टाफ नर्स की व्यवस्था है।
इन जगहों पर चल
रहा हमर क्लीनिक
शहर के बौरीपारा, गोधननुर, गांधीनगर, मुक्तिपारा, बरेजपारा, बिशुनपुर, मायापुर, नमनाकला में हमर क्लीनिक का संचालन हो रहा है। इन हमर क्लीनिक में केवल स्टाफ के नाम पर एएनएप की ड्यूटी लगाई गई है। स्टाफ की व्यवस्था न होने के कारण ओपीडी की संख्या भी धीरे-धीरे कम होती जा रही है।
हमर क्नीनिक में डॉक्टर उपलध हैं। स्टाफ की व्यवस्था नहीं होने के कारण वैकल्पिक व्यवस्था से स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है। 90 प्रकार की दवा का भी वितण किया जाता है।
डॉ. शीला नेताम,
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, सा. नवापारा
मिलनी थी ये सुविधा
हमर क्लीनिक में 105 प्रकार की दवा के अलावा संपूर्ण बीमारी की जांच की सुविधा की बात कही गई थी, लेकिन वर्तमान में यहां मात्र 90 प्रकार के ही दवा मिल रहे हैं। जांच केवल कीट के माध्यम से की जाती है। जबकि सौंपल कलेक्ट कर जांच जिला अस्पताल के हमर लौब में करानी की व्यवस्था बनाई गई थी। लेकिन मरीजों को न तो अब संपूर्ण दवा मिल पा रहा है और न ही विभिन्न बीमारियों की जांच हो पा रही है।
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