राजसी परंपरा अनुसार महामाया मंदिर में हुई संधि पूजा
अंबिकापुर,11 अक्टूबर 2024 (घटती-घटना)। शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी व नवमी की पूजा एक ही दिन की गई। शुक्रवार को शक्तिपीठों के साथ दुर्गा पंडालों में जगत जननी की पूजा की गई। पूरे दिन श्रद्धालुओं की भीड़ देवी मंदिरों व पंडालों में उमड़ी रही। सुबह से ही मां के दर्शन के लिए लोग कतार में खड़े रहे। महाअष्टमी पर जगह-जगह कन्या भोज का भी आयोजन किया गया।
शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से चल रही है। श्रद्धालु माता रानी की आराधना में लीन हैं। शुक्रवार को महाअष्टमी व नवमी की पूजा की गई। महाअष्टमी तिथि पर सरगुजा राज परिवार द्वारा कुलदेवी मां महामाया की राजसी परंपरा के अनुसार संधि पूजा की गई। सरगुजा राज परिवार के टीएस सिंहदेव ने पैलेस से मंदिर पहुंचकर पूजा की। इस दौरान उनके भतीजे आदित्येश्वर शरण सिंहदेव भी मौजूद थे। पूजा के दौरान मां महामाया मंदिर का पट बंद हो जाता है। संधि पूजा पूर्ण होने के बाद ही श्रद्धालुओं के लिए मंदिर का पट खोला गया। महाअष्टमी व नवमी के अवसर पर महामाया मंदिर, समलाया मंदिर, मां दुर्गा शक्तिपीठ गांधी चौक,संत हरकेवल मंदिर,काली मंदिर,रघुनाथपुर मंदिर,शीतला मंदिर सहित शहर के सभी देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ सुबह से लगी रही। लोगों ने विधिविधान से पूजा अर्चना कर अपने परिवार के लिए सुख-समृद्धि की कामना की। शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी व नवमी पर श्रद्धालुओं ने कन्याओं को भोजन कराया। पूरे नौ दिन के अनुष्ठान के बाद श्रद्धालुओं ने मंदिरों, दंवी पंडालों, घरों में हवन पूजन कर पूर्णाहूति की। इसके बाद श्रद्धालुओं ने कन्याओं को भोजन करकार मां का आर्शीवाद लिया। सरगुजा राजपरिवार के मुखिया टीएस सिंहदेव एवं उनके उाराधिकारी आदित्येश्वर शरण सिंहदेव द्वारा शनिवार को विजया दशमी के अवसर पर शस्त्र पूजन रघुनाथ पैलेस में किया जाएगा। राजपुरोहित द्वारा पूजा कराई जाएगी। इसके बाद रघुनाथ पैलेस कचहरी में टीएस सिंहदेव आमजनों से मुलाकात करेंगे एवं नीलकंठ पूजा सम्पन्न होगी। महाअष्टमी व नवमी के अवसर पर शहर व आस-पास के गामीण क्षेत्रों से श्रद्धालुओं ने शहर के विभिन्न पंडालों में पहुंच कर मां के दर्शन किए। शहर के विभिन्न जगहों पर आकर्षक पंडाल में मां की प्रतिमाएं स्थापित की गई है। पंडालों में भी पूजा-अर्चना हेतु श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।
दशहरा पर आज निकलेगी विशाल शोभायात्रा
अंबिकापुर. प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी दशहरा के अवसर पर हिन्दू युवा एकता मंच द्वारा शहर में विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। शनिवार को विजयदशमी के दिन कलाकेन्द्र मैदान गांधी चौक से भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी जो महामाया मंदिर तक जाएगी। इस दौरान महामाया मंदिर परिसर में गंगा महाआरती का आयोजन किया जाएगा। मंच के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं द्वारा अधिक से अधिक संख्या में लोगों से रैली में सम्मिलित होने की अपील की गई है।
इस वर्ष विजयादशमी के दिन 90 फीट के रावण के पुतले का किया जाएगा दहन, जमकर होगी आतिशबाजी
बुराई पर अच्छाई के प्रतीक विजयादशमी अर्थात दशहरा 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस अवसर पर सरगुजा सेवा समिति, नागरिक समिति व जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। रावण दहन का कार्यक्रम पीजी कॉलेज ग्राउंड अम्बिकापुर में किया जाएगा। इसकी तैयारी अंतिम चरण में है। इस वर्ष 90 फीट के रावण व 50-50 फीट के कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतलों का दहन किया जाना है।
अंबिकापुर निवासी मो. जावेद द्वारा पिछले 15 वर्षों से रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतले बनाए जा रहे हंै। इस वर्ष विजया दशमी के अवसर पर विशालकाय रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। इसकी लंबाई 90 फीट होगी। वहीं कुभकर्ण व मेघनाद के पुतले 50-50 फीट के रहेंगे।
इनके पुतलों को बनाने की तैयारी पिछले कई दिनों से पीजी कॉलेज ग्राउंड में चल रही है। मो. जावेद बताते हैं कि इसे बनाने में पैरा, बांस व कपड़े की आवश्यकता होती है। पीजी कॉलेज ग्राउंट में टेंट लगाकर 15 कारीगरों के साथ वे पिछले 10 दिन से पुतले तैयार किए जा रहे हैं।
भव्य होगी आतिशबाजी
रावण दहन कार्यक्रम के दौरान भव्य आतिशबाजी भी की जाएगी। आतिशबाजी के लिए अलग से टीम रहेगी। रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतलों में विशेष टीम द्वारा इसे सेट किया जाएगा। वहीं श्रीराम के बाल स्वरूप द्वारा रावण की नाभी में बाण चलाकर उसका अंत किया जाएगा।