- महंगा ऑफिस डालकर ठग रहे थे लोगों को…ठगी का घड़ा भर गया और अब पुलिस के डर से हुए फरार
- एफआईआर के बाद गिरफ्तारी का इंतजार…कितना लंबा करना पड़ेगा इंतजार?
- ठगी करने वाले असफाक उल्लाह व उसके पिता सहित बहनोई के विरुद्ध सूरजपुर में दर्ज हुई दूसरी एफआईआर।
- क्या पुलिस के हत्थे चढ़ेंगे असफाक उल्लाह व उनके पिता…अंबिकापुर पुलिस का कहना गई बार गए घर पर मिला नहीं?
- महंगा ऑफिस डालकर ठग रहे थे लोगों को…ठगी का घड़ा भर गया और अब पुलिस के डर से हुए फरार
ठगी करने वाले असफाक के विरुद्ध बढ़ रही है एफआईआर की संख्या - 35 दिन में 10 लाख रूपए को दुगुना करने के नाम पर असफाक ने उठाया पैसा पर नही लौटाया
- असफाक व संजीत सहित उनके परिवार पर भी लगा ठगी का आरोप.. गिरफ्तारी अब?
-ओंकार पाण्डेय-
सुरजपुर,09 अक्टूबर 2024 (घटती-घटना)। दैनिक घटती घटना ने फरवरी 2024 में ही बता दिया था की सूरजपुर के लोग ठगी के शिकार होंगे असफाक उल्लाह के हाथों,पर यह बात कोई मानने को तयार नही था आज जब लोगों को एहसास हो गया कि वह ठगी के शिकार हो गए हैं तो अब पुलिस के दरवाजे पहुंचने लगे हैं, वैसे तो सूरजपुर जिले में दो ठगों ने संभाग से कई सौ करोड़ रुपए ठग लिए हैं और ऐसे ऐसे लोगों को ठगा है उन्होंने जो कभी ठगे जाएंगे ऐसा कोई सोचा नहीं था। अब यह मामला पुलिस तक पहुंच चुका है और अब पुलिस के द्वारा गिरफ्तारी का इंतजार है असफाक उल्लाह व उसके परिवार के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज हो चुके हैं तो वहीं संजीत व उनके परिवार के विरुद्ध एक एफआईआर। अभी इन दोनों के विरुद्ध कई एफआईआर और दर्ज होने की आशंका जताई जा रही है। असफ़ाक उल्लाह के विरुद्ध दूसरा एफआईआर सूरजपुर थाने में दर्ज हुआ है विशाल गुप्ता की शिकायत पर, विशाल गुप्ता से 35 दिन में रुपया दुगुना करने के नाम पर पैसा लेकर वह भी 10 लाख रुपए की ठगी की गई है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार विशाल गुप्ता आ. स्व. श्यामबिहारी गुप्ता उम्र लगभग 30 वर्ष, निवासी केतका रोड बिजली आफिस के सामने सूरजपुर की शिकायत के अनुसार असफाक उल्लाह आ. जरीफ उल्लाह व उसके पिता जरीफ उल्लाह सहित उनका रिश्तेदार शाहरूख अंसारी के द्वारा पैसा 35 दिन में दुगुना करने का झांसा देकर 10 लाख रूपये ठगी होने की बात कही है। विशाल गुप्ता ने बताया कि असफाक, जरीफ उल्लाह जाति मुसलमान निवासी ग्राम शिवप्रसादनगर सहित शाहरूख अंसारी निवासी ग्राम करौदामुड तहसील भैयाथान ने उन्हे यह विश्वास अपनी बात से दिलाया की उनके पिता को शेयर मार्केट का अच्छा ज्ञान है व वह ऐसी कंपनी में पैसा लगाते है कि 35 दिन में पैसा दुगुना हो जाता है। परंतु वह उसकी बातों पर विश्वास नहीं किए वहीं उसके एक सप्ताह के पश्चात असफाक उल्लाहअपने पिता व एक और रिश्तेदार शाहरुख के साथ उनके घर पर आया और उनसे कहा कि वह उन्हे 10 लाख रूपया दे दें, उन्होंने यह भी कहा की उक्त पैसा 35 दिनों में दुगुना करके दे दूँगा, परंतु उसके पश्चात भी उन्हे उनकी बातों पर भरोषा नहीं हुआ उसके पश्चात उक्त सभी लोगो ने कहा कि वह उसे भरोशा नही है तो बदले में उसे दस लाख रूपये का चेक दे देते हैं जिसके पश्चात असफाक के द्वारा अपने पंजाब नेशनल बैंक शाखा वैकुण्ठपुर में सचालित खाता में जारी चेक क्रमांक 647941 राशि दस लाख रूपये प्रदान किया,इस कारण उनके प्रलोभन में आ गया और उनके प्रलोभन में आकर अपने वैवाहिक कार्यक्रम हेतु रखे गये दस लाख रूपये को उनके खाते में आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर कर दिया। उसके पश्चात उक्त अनावेदकगण वहाँ से चले गये।
क्या ठगी के मामले में असफाक व संजीत ने नटवरलाल को पीछे छोड़ा
ठगी मामले में आज तक नटवरलाल को ही बादशाहत हासिल है क्योंकि वह ठगी के बाद भी न पकड़े जाने के लिए प्रसिद्ध था। अब सूरजपुर जिले के असफाक और संजीत भी नटवरलाल बनने की ओर अग्रसर हैं क्योंकि उन्हे यह आभास था की उन्हे कोई नहीं पकड़ सकता क्योंकि कोई जल्द शिकायत ही नहीं करेगा और अपना पैसा वापस मिलेगा इस आस में वह बैठा रहेगा। हुआ भी वही ज्यादातर लोग जो दोनो से ठगी का शिकार हुए हैं वह इस इंतेजार में बैठे हैं और इस उम्मीद में हैं की उनका पैसा मिलेगा और यही उम्मीद और आस दोनों ठगों के लिए वरदान साबित हो रही है और वह निश्चिंत हैं। बता दें की अधिकांश में से कुछ गिने चुने लोग ही अपने साथ हुई ठगी को स्वीकार कर पा रहे हैं उसे सच मान रहे हैं शेष सभी अभी भी दोनों ठगों से पैसा वापस मिलेगा इस आस में बैठे हैं। वैसे बता दें की दोनों ठगों के यदि पूरी कहानी और पूरे ऐसे लोग जिन्हे इन्होंने ठगा है वह समाने आएंगे तो यह देखने को मिलेगा की यह दोनों कैसे नटवरलाल को भी पीछे छोड़ चुके हैं और ठगी में अब बादशाहत इन्हीं आगे दर्ज होगी।
असफाक व संजीत से आर्थिक नुकसान का झटका खाने वाले,न घर के रहे और न घाट के…
असफाक उल्लाह और संजीत ने कई लोगों को जिनकी संख्या सैकड़ों में भी हो सकती है वहीं कई सैकड़े हो सकती है ऐसा बताया जा रहा है को आर्थिक नुकसान बड़े आर्थिक नुकसान की ओर धकेल दिया है। पैसा दुगुना करने के नाम पर लाखों लेकर दोनों ने लोगों को ऐसा चुना लगाया की अब पैसा देने वाले लोग न घर के हैं न घाट के,इसका आशय इस तरह समझा जा सकता है की वह शिकायत कर असफाक और संजीत को कानूनी उलझनों में जरूर कुछ दिनों के लिए डाल सकते हैं लेकिन इससे भी उनको कोई लाभ नहीं होना है क्योंकि उनका लाखों डूबना तय है वहीं उन्हे यह मालूम होते हुए भी की अब उनका पैसा उन्हे नहीं मिलना है वह शिकायत दर्ज करने से बच रहे हैं और इसके पीछे की वजह एक ही है वह है की ठग बाहर रहेगें तो उनका पैसा उन्हे मिल सकता है वैसे यह भी उनकी कल्पना मात्र है इसलिए वह मौन हैं। खैर सब कुछ जानकर भी अनजान बनना ही असल मायने में ऐसे ठगों के लिए वरदान साबित होता है और ठगे जा चुके लोग न घर के रह जाते हैं न घाट के।
पैसे मागने पहुचे घर तो किया गाली-गलोज
उसके एक माह पश्चात उसने जब अनावेदकगण से अपनी उपरोक्त राशि की माँग किया तो उनके द्वारा आज-कल कहकर टाल मटोल किया जाने लगा, उसके पश्चात वह अगस्त 2024 में अनावेदक के घर पैसा माँगने गया तो अनावेदक द्वारा माँ बहन की अत्यंत ही अश्लील गाली गलौज दी गईं और बोला गया की आज के बाद पैसा माँगने आओगे तो गाड़ी के नीचे दबाकर मार दूंगा,जिससे वह अत्यंत भयभीत भी है। शिकायतकर्ता ने कहा है की उसे आशंका है कि उनलोग उसे व उसके परिवारवालों के साथ कभी भी कोई अनहोनी घटना कारित कर सकते हैं । सभी अनावेदकगण के द्वारा आपस में मिली भगत करके उससे 10 लाख रूपये की ठगी की गई है यही उसकी शिकायत है।
ठगने वालों की गिरफ्तारी कब?
दोनों ठगों के लिए पर्याप्त शिकायत पुलिस को मिल चुकी है। बता दें की पुलिस के पास शिकायत के आधार पर कार्यवाही का क्या-क्या कानूनी आधार बनता है वह तो वही जाने लेकिन कानून के जानकारों की माने तो अभी तक दर्ज शिकायत काफी है दोनो के विरुद्ध अपराध दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के लिए।। अब सवाल यह है की पुलिस जिसने पहले भी खबरों से संज्ञान नहीं लिया और बड़ी ठगी का शिकार कई लोग कई सैकड़े की संख्या में लोग हो गए जबकि पुलिस ऐसा होने से रोक सकती थी क्या वह अब गिरफ्तार करेगी असफाक और संजीत को या अब भी उन्हे और इंतेजार करते देखा जायेगा?
पैसा रखने के लिए पेटी तक खरीद रखी थी असफाक उल्लाह ने,जो पेटी अब गायब है
असफाक उल्लाह अपने पास एक पेटी खरीद कर रखा हुआ था जिसमें वह पैसा रखता था और वह भी वह पैसा जो वह लोगों से ठगी के हिसाब से जुटाता था। जबसे असफाक उल्लाह गायब है तभी से उक्त पेटी भी गायब है यह भी पता चल रहा है। बताया जा रहा है की कुछ पैसा शौक में जिसमे महंगी गाडियां खरीदना शामिल है में असफाक ने उड़ा दिए और कुछ पैसा उसने संपçा अर्जित करने में लगा दिए वहीं जो बचा था पेटी में उसे ही लेकर वह फरार है। अब लोगों को कहां से पैसा मिलेगा जो वह इंतेजार में हैं यह वही जाने।
पेटी में भरकर असफाक कहां ले जाता था पैसा?
असफाक के पास जो बड़ी बड़ी पेटी थी वह उसमे पैसा रखता था जो लोगों से दुगुना करने के नाम पर वह लेता था वहीं वह उसी पेटी को लेकर वह कहीं भी आया जाया करता था। वह कहां आया जाया करता था और पेटी में पैसा लेकर क्या करने वह जाया करता था क्यों जाया करता था यह एक बड़ा सवाल है जिसका जवाब अब पुलिस को असफाक से लेना चाहिए।
असफाक के गिरफ्तारी के बाद ही खुलेगा उसके ठगने की कहानी का राज
अशफाक व संजीत लोगों से पैसे ठग कर क्या करते थे इसका खुलासा तो पुलिस से पकड़े जाने के बाद ही हो पाएगा, जब मामला दर्ज नहीं हुआ था सीना तान के चल रहे थे अब जब एफआईआर हो गया तो फिर से फरार हो गए, पुलिस के हाथों से बचने का पूरा प्रयास है पर कब तक रहेंगे फरार? इन दोनों ने लोगों को ऐसोआराम की वजह से ठगा?