बैकुण्ठपुर@कोसम ने आयोजन के स्तर को समृद्ध किया: संजय अलंग

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बैकुण्ठपुर,01 अक्टूबर 2024 (घटती-घटना)। साहित्य, संस्कृति और सामाजिकता के विकास के लिए गठित टीम अभिव्यक्ति ने कोरिया जिले में दो दिवसीय साहित्य महोत्सव कोसम भाग दो का आयोजन किया। गत 28 सितम्बर से प्रारंभ हुए इस दो दिवसीय आयोजन में छत्तीसगढ़ के अनेक साहित्यकारों, रचनाधर्मियों, युवा कलमकारों के साथ ही साथ हिन्दी जगत के अनेक मूर्धन्य विद्वानों ने और उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश के भी अनेक प्रतिभावान कलाकारों ने अपनी सहभागिता देकर कार्यक्रम को सफल बनाया। जिला मुख्यालय में गठित संस्था टीम अभिव्यक्ति द्वारा कोरिया साहित्य महोत्सव के आयोजन का यह निरंतर दूसरा वर्ष था। इस दो दिवसीय आयोजन की शुरूआत 28 सितंबर को कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में स्थित आडिटोरियम में हुई। प्रथम दिवस हिन्दी साहित्य के विशिष्ट हस्ताक्षर और कुल 125 से ज्यादा पुस्तकों के रचयिता व्यंग्य श्री गिरीश पंकज के आतिथ्य में आयोजन की औपचारिक शुरूआत हुई। कार्यक्रम के प्रथम दिवस सरगुजा अंचल के कलमकारों का साझा काव्य संकलन कोसम भाग दो, श्री गिरीश पंकज की संपूर्ण रचनावली, श्री राजेश जैन की काव्यकृति और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी आयुक्त बस्तर श्री श्याम धावड़े की शोध कृति पुरखती कागजात का विमोचन किया गया। इस अवसर पर कोसम के मंच पर श्री गिरीश पंकज ने कहा कि वह भारत के विभिन्न प्रदेशों में साहित्य के आयोजनों में निरंतर सहभागिता करते हैं और कोसम का आयोजन उन राष्ट्रीय आयोजनों से किसी भी मामले में कमतर नहीं है। उन्होने कहा कि कोयलांचल क्षेत्र में इस आयोजन ने स्वमेव सभी साहित्य विधाओं का संगम रखते हुए जिस तरह से साहित्य की उन्नति के लिए कार्यक्रम संचालित किया है यह अपने आप में अनूठा है। श्री गिरीश पंकज ने आयोजन को अब तक के सफलतम आयोजनों में जोड़ते हुए कहा कि जिस निष्ठा व इच्छाशक्ति के साथ कोरिया साहित्य महोत्सव आयोजित किया है वह जल्द ही अपनी राष्ट्रीय पहचान बनाएगा। प्रथम दिवस सत्र की शुरूआत बिलासपुर से आई शास्त्रीय नृत्यांगना सुश्री उदिता चक्रवर्ती के नाट्य प्रस्तुति से हुई। कोसम के प्रथम दिवस कोरिया जिले में विकास की संभावनाओं का विषय लेकर परिचर्चा आयोजित की गई। इसमें जिले की कलेक्टर चंदन त्रिपाठी, पुलिस कप्तान सूरज सिंह परिहार, एसइसीएल के महाप्रबंधक बी एन झा और जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी डॉ आशुतोष चतुर्वेदी ने अपने विचार साझा किए।


योजनाओं के क्रियान्वयन में संतृत्प अवस्था को पाने के लिए समेकित प्रयास करना होगा
कलेक्टर कोरिया ने आयोजन की उपयोगिता और संपादन की प्रशंसा करते हुए कोरिया जिले को हरीतिमा से आच्छादित और विकास की अपार संभावनाओं का जिला बताया। उन्होने कहा कि हमें प्रत्येक योजनाओं के क्रियान्वयन में संतृत्प अवस्था को पाने के लिए समेकित प्रयास करना होगा और यह कार्य जनसहयोग को लेकर करने का प्रयास किया जाएगा।
एक अच्छे समाज के निर्माण में साहित्य की उपयोगिता जरुरी
पुलिस कप्तान श्री परिहार ने कानून व्यवस्था और साइबर अपराध को रोकने के लिए सरलता से संदेश देते हुए कहा कि यदि आप लोभ का संवरण करते हैं तो आप किसी भी तरह के साइबर अपराध की जड़ काटने में सक्षम होंगे। अपने देशज कविता पाठ से उपस्थित श्रोताओं को प्रभावित करते हुए उन्होने साहित्य के क्षेत्र में विकास को गतिमान रखने के लिए टीम अभिव्यक्ति की सराहना की। उन्होने एक अच्छे समाज के निर्माण में साहित्य की उपयोगिता पर विस्तार से अपने विचार रखे।
आलोचनाओं के परे हमें समाज को सुगठित करने के लिए रामचरित मानस का मार्गदर्शन लेने की अनुसरण करने की जरूरत है
इसमें पूर्व प्राचार्य लाहिड़ी कालेज प्रोफेसर भागवत प्रसाद दुबे ने अपने विस्तृत वक्तव्य में कहा कि हमारे जीवन का आधार ही भगवान श्री राम हैं। तुलसीदास की यह कालजयी रचना है जिसने प्रत्येक युग में भारतीय जीवन ष्शैली को दिशा प्रदान की है। उन्होने कहा कि आलोचनाओं के परे हमें समाज को सुगठित करने के लिए रामचरित मानस का मार्गदर्शन लेने की अनुसरण करने की जरूरत है। इस सत्र में रामचरित मानस पर राजेन्द्र सोनी, गौरव अग्रवाल, श्री परमेश्वर सिंह ने अपने विचार रखे सत्र का संचालन टीम अभिव्यक्ति के श्री हरिकांत अग्निहोत्री ने किया।
इन्होंने भी रखा विचार
जिला पंचायत सीइओ डॉ आशुतोष चतुर्वेदी ने कोरिया के विकास में क्षेत्र के ग्रामीण विकास के लिए पर्यटन और संपूर्ण सामाजिक विकास के लिए अपने विचार साझा किए। इस सत्र का संचालन टीम अभिव्यक्ति की ओर से रूद्र मिश्रा ने किया। व्यक्तित्व के विकास में हिंदी विषय पर श्रीमती अनु चक्रवर्ती ने व्यंग्य श्री गिरीश पंकज से साक्षात्कार किया। इसके बाद युवा कवि सम्मेलन में पूरे प्रदेश के युवा साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं से समा बांध दिया। इस सत्र के बाद उत्तरप्रदेश बनारस से आए ग्वालियर घराना के प्रतिनिधि युवा गायक श्री राघवेन्द्र शर्मा ने अपनी टीम के साथ सुगम गायन से कोसम के मंच को समृद्ध किया।
कोसम ने अपने दूसरे ही वर्ष आयोजन के स्तर को समृद्ध किया है
कोसम के आयोजन में दूसरे दिन वरिष्ठ इतिहासकार और पूर्व कमिश्नर संजय अलंग ने छत्तीसगढ के इतिहास और इसकी भौगोलिक स्थिति पर गठन से लेकर अब तक के परिदृश्य पर अपनी जानकारी साझा की। उन्होने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि कोसम ने अपने दूसरे ही वर्ष आयोजन के स्तर को समृद्ध किया है और आने वाले समय में कोसम राष्ट्रीय स्तर का साहित्यिक आयोजन के रूप में जाना जाएगा। विदित हों कि श्री संजय अलंग कोरिया की माटी में ही पले बढ़े हैं और उनका इस क्षेत्र से विशेष लगाव है। इस सत्र में उनसे प्रख्यात कलमकार, संयोजक आशीष सिन्हानिया ने बातचीत की। कोसम में दूसरे दिन रामचरित मानस पर परिचर्चा सत्र का आयोजन किया गया।


सम्मान के साथ आयोजन का हुआ समापन
आयोजन के अंतिम सत्र में युवा साहित्यकार श्री गौरव अग्रवाल को आरोही सम्मान, स्थापित साहित्यकार के रूप में बिलासपुर की डॉ सुनीता मिश्रा को विदुषी सम्मान तथा आजीवन साहित्य सेवा के लिए मनेन्द्रगढ़ के सुपरिचित हस्ताक्षर श्री बीरेन्द्र श्रीवास्तव को वागीश सम्मान प्रदान किया गया। इस आयोजन को सफल स्वरूप प्रदान करने के लिए टीम अभिव्यक्ति के संरक्षक श्री नरेश सोनी की ओर से जिला पंचायत सीइओ डॉ आशुतोष चतुर्वेदी सहित प्रोफेसर एमसी हिमधर, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जितेन्द्र गुप्ता, श्री तरूण रघुंवशी, श्री योगेश गुप्ता, डॉ सपन सिन्हा, डॉ डी के उपाध्याय, श्री विनय मोहन भटट, श्री सुनील शर्मा, श्री आयुष नामदेव, श्री सचिन, रामानुज पीजी कालेज की छात्राओं सुश्री संगीता यादव और तनुप्रिया को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। आयोजन की सफलता के लिए आभार व्यक्त करते हुए टीम अभिव्यक्ति के संरक्षक ने परोक्ष और अपरोक्ष तौर पर सहयोग करने वाले प्रत्येक कोरिया वासी का हृदय से आभार व्यक्त करते हुए आयोजन का समापन किया।
मीडिया और वेब मीडिया पर भी हुई चर्चा
इसके बाद मीडिया और वेब मीडिया विषय पर परिचर्चा सत्र का आयोजन किया गया जिसमें वरिष्ठ पत्रकार श्री उत्तम कश्यप, श्री चंद्रकांत पारगीर, श्री सुनील शर्मा, श्री प्रवीन्द्र सिह, श्री अरूण जैन, श्री रामचरित द्विवेदी ने सहभागिता की और मीडिया की जिम्मेदारियों और चुनौतियों पर विस्तार से विचार रखे। परिचर्चाओं के दौर में सोसल मीडिया पर लेखन विषय को लेकर वरिष्ठ हिन्दी विद श्री द्वारिका प्रसाद अग्रवाल और बिलासपुर छंदशाला की संयोजिका डॉ सुनीता मिश्रा ने अपनी बात रखी। इन दोनों सत्रों का संचालन जिला पंचायत पीआरओ रूद्र मिश्रा ने किया। बेमेतरा से आए युवा गायक श्री शिवम सोनी ने गिटार के साथ शानदार भजन प्रस्तुति देकर पूरे आयोजन को अलग उंचाई प्रदान की। इसके बाद रायपुर से आए रंगमंच के कलाकारों ने अपनी नाट्य प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में पीजीकालेज के दल ने बेहतरीन ददरिया नृत्य प्रस्तुत किया। पूरे प्रदेश के कुल 72 साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया और कोरिया साहित्य महोत्सव को अभूतपूर्व बनाने में अपना योगदान दिया।


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