पृथ्वीलाल केशरी-
रामानुजगंज 10 जनवरी 2022 (घटती घटना)। सहकारी बैंकों में किसानों की भीड़ उमड़ रही है. बैंक खुलने के पहले सुबह 9 बजे से ही किसानों की लंबी लाइन लग रही है. यहां किसानों की भीड़ रोकना व फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराना किसी चुनौती से कम नहीं है। राशि पाने की होड़ में किसान यह भी भूल गए कि जिले में कोरोना जैसी महामारी का संक्रमण वापस तेजी से फैलने लगा है। जिला मुख्यालय सहित लगभग सभी सहकारी बैंकों में फिजिकिल डिस्टेंसिंग तो दूर बिना मास्क के ही किसानों की भीड़ उमड़ रही है. रामानुजगंज सहकारी बैंक के बाहर सुबह 9 बजे से ही किसानों की भीड़ उमड़ने लगी थी. किसानों के द्वारा फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है किसान एक -दूसरे से सटकर खड़े रहते है।
बैंक प्रबंधन की कोई तैयारी नहीं
धान बेचने के बाद किसान अपने मेहनत कि कमाई लेने बड़ी संख्या में सहकारी बैंकों में पहुंच रहे हैं लेकिन बैंक प्रबंधन के द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए कोई तैयारी नहीं दिख रही है. ऐसे में यदि किसी एक व्यक्ति को कोरोना निकला तो उससे संक्रमण का खतरा और बढ़ जाएग किसानों व बैंक प्रबंधन की यह लापरवाही कहीं लोगों पर ही न भारी पड़ जाए। जब उक्त संबंध में शाखा प्रबंधक देश भगत को जब फोन लगाया गया तो उन्होंने ना तो फोन रिसीव किया और ना ही कॉल बैक किया।