- क्या जनपद उपाध्यक्ष भाजपा में शामिल होने वाली हैं या सिर्फ मतलब साध रही है?
- जनपद उपाध्यक्ष बैकुंठपुर अब भाजपा विधायक की शरण में:सूत्र
- कांग्रेस की पूर्व विधायक की करीबी थीं कभी खुद कांग्रेस से विधायक के टिकट के लिए की थी दावेदारी भी
- बैकुंठपुर के भाजपा विधायक को मांग पत्र लिखकर स्वीकृत कार्यों का श्रेय लेने का आरोप लगा रहे जनपद उपाध्यक्ष पर
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर,24 सितम्बर 2024 (घटती-घटना)। बैकुंठपुर जनपद पंचायत की उपाध्यक्ष अब भाजपा विधायक की शरण में जा पहुंची हैं। पूर्व की कांग्रेस विधायक की खास वहीं कांग्रेस पार्टी की ही सक्रिय सदस्य खुद विधानसभा में कांग्रेस की ही दावेदार रह चुकी जनपद उपाध्यक्ष पर अब यह आरोप लगा है की उन्होंने भाजपा विधायक की शरण ली है और पहले से ही स्वीकृत कार्यों का वह श्रेय लेना चाह रही हैं।
बता दें की जनपद उपाध्यक्ष बैकुंठपुर ने बैकुंठपुर विधायक को पत्र लिखा है और कुछ निर्माण कार्यों की स्वीकृति प्रदान कराने की मांग की है वहीं कुछ लोगों का कहना है की मांग पत्र में से कुछ कार्य पहले ही स्वीकृत हो चुके हैं और जनपद उपाध्यक्ष केवल श्रेय लेने के लिए पत्र लिख रही हैं। जनपद उपाध्यक्ष ने चार मांग किया है बैकुंठपुर विधायक से जिसमे ग्राम पंचायत छींदिया में मुक्तिधाम निर्माण कार्य, ग्राम छींदिया से रामपुर ठाकुर पारा होते हुए शिवपुर पहुंच मार्ग डामरीकृत कार्य, ग्राम छींदिया के उप स्वास्थ्य केंद्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा दिलाए जाने की मांग, ग्राम छींदिया के धान खरीदी केंद्र को पूर्ण सोसायटी का दर्जा दिलाए जाने की मांग। जनपद उपाध्यक्ष के मांग पत्र को लेकर लोगों का यह कहना है की कुछ कार्य स्वीकृत हैं और उनका श्रेय उपाध्यक्ष लेना चाहती हैं वहीं वह चुनावी वर्ष होने के कारण ऐसा प्रयास या दिखावा कर रही हैं वहीं उनके भाजपा विधायक को पत्र लिखे जाने के बाद यह भी माना जा रहा है की अब उनका भाजपा की तरफ झुकाव भी हो रहा है वहीं कुछ का यह भी कहना है की जब विधानसभा चुनाव परिणाम के दिन कांग्रेस प्रत्याशी की हार हुई थी उस दिन हार की मिठाई खाने वाले में यह भी शामिल थीं इनके सहयोगी भी शामिल थे और इससे यह जाहिर है की इनका समर्थन तब कांग्रेस प्रत्याशी को नहीं मिला था। वैसे आरोप जो भी लगे यह बात देखी गई है की जनपद उपाध्यक्ष स्थाई तौर पर किसी को भी विश्वास में लेकर या किसी के भी विश्वास में रहकर काम नहीं कर पाई हैं। पहले वह कांग्रेस विधायक की सबसे खास थीं अब वह भाजपा विधायक से निर्माण कार्य की मांग कर रही हैं। कुल मिलाकर यदि देखा जाए तो निर्माण कार्य स्वीकृत कराने वाले से ही उनका जुड़ाव ज्यादा कायम रहने वाला है दलीय कोई उनकी बाध्यता नजर आती है लगता दिखता नहीं।
क्या जनपद उपाध्यक्ष अपने लिए आगामी पंचायती चुनाव के लिए स्वार्थ साधने में जुटी है?
राजनीति में कब कौन किस करवट बैठ जाए कहा नहीं जा सकता, यदि ऊंट की करवट वाली कहावत से तुलना की जाए तो सही होगा। आजकल बैकुंठपुर की जनपद उपाध्यक्ष को लेकर भी यही चर्चा है और यह चर्चा आम हो गई है की या तो जनपद उपाध्यक्ष अपने लिए आगामी पंचायती चुनाव के लिए स्वार्थ साध रही हैं या फिर अब उनका झुकाव भाजपा की तरफ हो चला है? बैकुंठपुर विधानसभा से विधानसभा चुनाव में खुद को कांग्रेस से दावेदार बनाने के लिए दिल्ली दरबार तक जोर आजमाइश करने वाली जनपद उपाध्यक्ष जिन्होंने बैकुठपुर की तत्कालीन कांग्रेस विधायक जिनकी वह कभी खास हुआ करती थीं परछाईं थीं का भी उन्होंने विरोध कर दिया था, उनके साथ ही जहां वह हर जगह दिखाई देती थीं अब आजकल साा परिवर्तन होते ही वहीं पंचायती चुनाव समीप आते ही भाजपा विधायकों के साथ नेताओ के साथ नजर आने लगी हैं और उनसे अनुनय निवेदन कार्य आदेश कराने ज्ञापन सौंपने लगी हैं, जिसके बाद यह सवाल उठाने लगा है की क्या जनपद उपाध्यक्ष अपना राजनितिक भविष्य भाजपा म देख रही है?
जनपद उपाध्यक्ष मांग पत्र प्रस्तुत कर क्षेत्र में सक्रियता साबित करने में जुटी
बता दें की हाल ही में जनपद उपाध्यक्ष बैकुंठपुर जिन्हे कांग्रेस का माना जाता है और वह हैं भी कांग्रेसी बैकुंठपुर विधायक के पास भी पहुंची थीं और स्वास्थ्य मंत्री और मनेंद्रगढ़ विधायक के पास भी उनका जाना हुआ था और दोनो ही जगह उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुछ मांग पत्र प्रस्तुत किया है। मांग पत्र प्रस्तुत किया जाना एक तरफ वहीं चर्चा है की या तो वह अब अपने क्षेत्र में सक्रियता साबित करने प्रयास साबित करने में जुटी हैं या वह भाजपा प्रवेश की मंशा बना चुकी हैं। पूरे अपने अब तक के कार्यकाल के दौरान निर्माण कार्यों और लाभ अर्जित करने में ही ज्यादातर व्यस्त रही उपाध्यक्ष अब मांग पत्र के साथ दौड़ लगा रही हैं कभी क्षेत्रीय विधायक तो कभी स्वास्थ्य मंत्री के पास। वैसे उनकी मांगे क्षेत्र के लिए आवश्यक मांग है लेकिन लोगों का कहना है की यह सब वह कांग्रेस शासन के कार्यकाल में भी पूर्ण करा सकती थीं लेकिन तब वह निर्माण कार्यों में ही व्यस्त रहीं और अब जब चुनाव सामने है वह यह जाहिर करने में लगी हुई हैं की वह क्षेत्र के लिए सजग हैं गंभीर हैं और वह क्षेत्र को कई सौगात दिलाने प्रयासरत हैं।
भाजपाइयों से नजदीकियों की वजह से ही जनपद उपाध्यक्ष की विधानसभा टिकट कांग्रेस से खारिज हुई थी?
वैसे जनपद उपाध्यक्ष की विधान सभा के लिए टिकट की मांग कांग्रेस से इसलिए भी खारिज हुई थी क्योंकि उनकी नजदीकियां भाजपाइयों से साबित करने में कांग्रेसी सफल हुए थे वहीं यदि अब वर्तमान परिदृश्य में बात की जाए तो वह फिर भाजपाइयों के ही साथ नजर आ रही हैं और अटकलें हैं की वह भाजपा प्रवेश कर सकती हैं। भाजपा विधायक की जीत और कांग्रेस विधायक की हार की मिठाई खाती तस्वीर उनकी वैसे भी वायरल हुई थी तब कई बातें बनाई गई लेकिन अब जब भाजपा विधायकों से वह मांग कर रही हैं और उनके साथ तस्वीरें साझा कर रही हैं यह कहना गलत नहीं होगा की उनकी मंशा भाजपा प्रवेश की भी हो सकती है।