छत्तीसगढ़ में सूदखोरी का आलम चरम पर…गैरलाइसेंसी सूदखोरों पर कब की जाएगी कार्रवाई…?
@ व्यवसायी को 5 लाख का कर्ज देकर 30 लाख वसूलने का आरोप…
@ निगरानीशुदा गुंडा-बदमाशों की लिस्ट में शामिल है आरोपी
@ लोगों को ब्याज के चक्रव्यूह में फंसाने वाले सूदखोरों पर पुलिस की पैनी नज़र …
-आदित्य गुप्ता-
रायपुर,23 सितम्बर 2024 (घटती-घटना)। पुलिस ने सूदखोरी केस में करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ़ अध्यक्ष विरेंद्र सिंह तोमर उर्फ रुबी सिंह के भाई रोहित तोमर और उसके मैनेजर योगेश सिन्हा को गिरफ्तार किया है। इन लोगों पर कारोबारी को 5 लाख का लोन देकर उससे 30 लाख की वसूली का आरोप है। मामला गुढç¸यारी थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के अनुसार पुलिस ने 12 सितंबर को गिरफ्तारी की और 13 सितंबर को चुपचाप तरीके से जेल भेज दिया। रोहित तोमर की गिरफ्तारी सार्वजनिक नहीं की। मीडिया को भी किसी तरह की जानकारी नहीं दी।आरोपियों ने गन प्वाइंट पर कारोबारी को किडनैप किया था। पुलिस ने 7 दिन बाद भी खुलासा नहीं किया, जिसके बाद मीडिया ने गुçढ़यारी पुलिस से आरोपी सूदखोर की जानकारी ली। अफसर गिरफ्तारी के बाद भी जानकारी देने से बचते दिखे। बाद में रामनगर चौकी प्रभारी देवशरण सिंह ने रोहित तोमर और उसके साथी योगेश सिन्हा की गिरफ्तारी की पुष्टि की।
निगरानीशुदा गुंडा-बदमाशों में शामिल है रोहित
मिली जानकारी के अनुसार आपको बता दें की सूदखोर रोहित तोमर निगरानीशुदा गुंडा बदमाश है। आरोपित के खिलाफ राजेंद्र नगर, तेलीबांधा, पुरानी बस्ती, कोतवाली और गुढç¸यारी में नौ से ज्यादा प्रकरण में अपराध पंजीबद्ध हैं। आरोपित सूदखोरी, मारपीट, धमकी देने के प्रकरण में जेल भी जा चुका है।
इनके खिलाफ़ पुलिस को ध्यान देने की है जरूर…
पुलिस सूदखोरों के खिलाफ न केवल कार्रवाई करे, बल्कि लोगों को भी सूदखोरों के चंगुल से कैसे बचें इसके लिए जागरूकता अभियान चलाई जाने की जरूरत है ताकि लोग इस सूदखोरी के चंगुल से बच सकें।