@ बंगाल की बाढ़ इंसान द्वारा बनाया हुआ है,पानी छोड़ने से पहले सलाह नहीं ली
कोलकाता,22 सितम्बर 2024 (ए) मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में आई बाढ़ पर पीएम मोदी को एक और लेटर लिखा है। 2 दिन के अंदर लिखी दूसरी चिट्ठी में ममता ने आरोप लगाया कि दामोदर घाटी निगम ने उनसे सलाह लिए बिना पानी छोड़ा, जिससे बंगाल के जिले डूब गए। इससे पहले ममता ने 20 सितंबर को भी पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि दामोदर घाटी निगम के तहत आने वाले बांधों से 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण बंगाल में बाढ़ आई।
इधर, बंगाल सरकार और केंद्र के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच राज्य के बिजली सचिव शांतनु बसु ने बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है।
बसु के अलावा बंगाल के सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर ने भी रेगुलेशन कमेटी से इस्तीफा दे दिया है। दामोदर घाटी जलाशय विनियमन समिति में केंद्रीय जल आयोग, पश्चिम बंगाल, झारखंड और दामेादर वैली निगम के प्रतिनिधि होते हैं।
ममता की पीएम को लिखी दूसरी चिट्ठी की बड़ी बातें…
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री का दावा है कि डीव्हीसी बांधों से पानी छोड़ा जाना पश्चिम बंगाल सरकार के प्रतिनिधियों से परामर्श लेने, दामोदर घाटी रिजर्वायर रेग्युलेशन कमेटी की सहमति और सहयोग से किया गया था, मैं इससे असहमत हूं।
सभी अहम फैसले केंद्रीय जल आयोग, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार आम सहमति के बिना एकतरफा लेती है। कभी-कभी राज्य सरकार को बिना सूचना दिए पानी छोड़ दिया जाता है। हमारे विचारों का सम्मान नहीं किया जाता।