@ अब एकमात्र सहारा ‘मंगेतर’ की कल हादसे में हुई मौत
तिरुवनंतपुरम,12 सितम्बर 2024 (ए) । केरल के वायनाड जिले में जुलाई के दौरान हुए विनाशकारी भूस्खलन में सैकड़ों लोगों की जान चली गई। कई-कई परिवार उजड़ गए और लैंडस्लाइड के वक्त मातम जैसे हालात थे। इन्हीं लोगों में शामिल हैं, श्रुति (24), जिन्होंने अपने पूरे परिवार को खो दिया और अब मुश्किल दौर से गुजर रही हैं। बुधवार को श्रुपि को एक और बड़ा झटका लगा, जब उनके मंगेतर जेन्सन की कार हादसे के बाद मौत हो गई। डॉ. मूपेन मेडिकल कॉलेज के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि हादसे के दौरान लगी कई चोटों की वजह से जेन्सन गंभीर रूप से घायल हो गए थे और रात 8ः50 बजे उनकी मौत हो गई। एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टरों ने बताया कि उनकी नाक से बहुत खूब बह रहा था,उनके दिमाग अंदरूनी चोट आई थी।
जेन्सन के साथ मंगलवार को उस वक्त हादसा हुआ, जब उनकी कार एक प्राइवेट बस से टकरा गई। कार में मौजूद श्रुति और जेन्सन के परिवार के कई सदस्य घायल हो गए। मेडिकल स्टाफ की कोशिशों के बावजूद, जेन्सन को बचाया नहीं जा सका।
ऐसे हुआ हादसा
30 जुलाई को भूस्खलन की वजह से मेप्पाडी पंचायत के चूरलमाला और मुंडक्कई गांवों में श्रुति के परिवार के 9 सदस्यों की मौत हो गई थी, जिनमें उनके माता-पिता (शिवन्ना, सबिता) और उनकी छोटी बहन श्रेया शामिल थीं। इस आपदा ने अचानक उनकी जिंदगी बदल दी. परिवार के कई सदस्यों को खोने के बाद श्रुति की जिंदगी में उनके मंगेतर जेन्सन की सहारा थे। इस कपल ने त्रासदी से कुछ हफ्ते पहले 2 जून को सगाई की थी।
29 अगस्त को श्रुति और जेन्सन पुथुमाला श्मशान घाट गए थे, जहां उनके परिवार के कुछ सदस्यों का अंतिम संस्कार किया गया था। कुछ दिनों बाद, उनकी दुनिया फिर से बिखर गई, जब जेन्सन एक कार दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए।
शादी करने का बनाया था प्लान
श्रुति और जेन्सन ने पहले तो दिसंबर में एक बड़े शादी कार्यकर्म का प्लान बनाया था, लेकिन भूस्खलन के बाद सितंबर में उन्होंने एक कोर्ट में साधारण रूप से रजिस्टर्ड शादी करने का फैसला किया था। दुखद घटनाओं पर संवेदना व्यक्त करते हुए केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने जेन्सन और श्रुति के परिवार के प्रति संवेदना जताते हुए कहा, यह खबर बहुत दुखद है। आपदाओं की वजह से होने वाले नुकसान की भरपाई कोई नहीं कर सकता। अब हम यह आश्वासन दे सकते हैं कि यह राज्य आपके साथ है, श्रुति। चुनौतियों और दर्द से उबरने की ताकत मिले।