- परियोजना विभाग का कर्मचारी सहायक आयुक्त का भर रहा कान,कर रहा अपनी मनमानी
- संदीप परिहार नाम का कर्मचारी कर रहा सहायक आयुक्त को गुमराह: सूत्र
- संदीप परिहार का एमसीबी जिले में हो चुका है तबादला फिर भी कोरिया जिले के विभागों की नहीं दे रहा फाइल:सूत्र
- मलाईदार सभी शाखा सम्हालता है खुद संदीप परिहार,सहायक आयुक्त को खुद देता है निर्देश
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर,12 सितम्बर 2024(घटती-घटना)। कोरिया जिले में आदिम जाति कल्याण विभाग की सहायक आयुक्त के कान भरने का काम संदीप परिहार नाम का एक परियोजना विभाग का कर्मचारी कर रहा है और विभागीय जानकारों के द्वारा बताया जा रहा है की यह नहीं चाहता की कार्यालय में उसकी मनमर्जी के विरुद्ध कोई काम हो। परियोजना विभाग का उक्त कर्मचारी सहायक आयुक्त का खास सलाहकार बना हुआ है वहीं उसका तबादला भले ही एमसीबी जिले में हो गया है लेकिन वह कोरिया जिले को भी अपने हिसाब से ही चला रहा है वह एक तरह से दोनों जिले का जिम्मा सम्हाल रहा है और उसी के दिए निर्देश पर सहायक आयुक्त कार्य करती हैं। संदीप परिहार को लेकर बताया जा रहा है की विभाग के ही कर्मचारी उसको लेकर काफी अक्रोशित हैं क्योंकि उसका काम ही है सहायक आयुक्त का कान भरना और अपनी मनमानी चलाना,संदीप परिहार को लेकर यह भी बताया जा रहा है की यदि उसके अब तक के कार्यकाल की जांच की जाए तो काफी कुछ ऐसा पता चल सकता है जो उसके दोषपूर्ण कार्यप्रणाली को साबित करने के लिए काफी है। वर्तमान की जिले की सहायक आयुक्त को लगातार दिग्भ्रमित करना ही उसका मुख्य कार्य है और वह सलाहकार कम सहायक आयुक्त को निर्देशित करने वाला बना हुआ है जिसकी चर्चा विभाग में भी काफी है। मलाईदार विभाग में वह किसी अन्य को आने नहीं देना चाहता है वहीं अन्य कर्मचारियों से उसका व्यवहार भी काफी रूखा है। वैसे सूत्रों की माने तो फिलहाल वह कोरिया एमसीबी दोनों जिलों का काम खुद के जिम्मे रखे हुए है और वह अपनी मनमानी पर लगातार उतारू है।
जून 2024 में हो चुका है नवीन जिले एमसीबी के लिए तबादला,अब तक नहीं छूट रहा कोरिया जिले का मोह
सूत्रों की माने तो जून माह में ही संदीप परिहार का तबादला नवीन जिले एमसीबी के लिए हो चुका है लेकिन उसका मोह अभी तक कोरिया जिले से छूट नहीं सका है। कार्यालय में उसका बराबर हस्तक्षेप बना रहता है कोरिया जिले के वहीं सहायक आयुक्त को वह खुद निर्देशित करता है। बता दें की वह कोरिया जिले के अपने समस्त प्रभार जरूर दूसरे को सौंप चुका है लेकिन वह अभी तक उन विभागों की फाइल नहीं सौंप रहा है जिससे प्रभार लेने वाला भी परेशान है।
सभी मलाईदार विभाग का पूरा प्रभार अपने पास रखा है संदीप परिहार
बताता जा रहा है की सहायक आयुक्त को इस तरह वह अपने गिरफ्त में रखा हुआ है की वह सभी मलाईदार विभाग अपने पास रखा हुआ है। सभी विभाग जहां भी कुछ लाभ अनुचित मिल सकता है वहां वह किसी अन्य का हस्तक्षेप बर्दास्त नहीं करता है। संदीप परिहार एमसीबी जिले में सहायक आयुक्त बतौर काम कर रहा है और सर्वेसर्वा बना हुआ है क्योंकि सहायक आयुक्त को वह गिरफ्त में रखकर चल रहा है।
नौकरी एमसीबी में शासकीय आवास कोरिया जिले में निवासरत
संदीप परिहार नौकरी एमसीबी जिले में कर रहा है वहीं वह निवास कोरिया जिले के मुख्यालय में परियोजना कालोनी के शासकीय आवास में कर रहा है। नियमानुसार उसे मुख्यालय में ही निवास करना चाहिए जबकि वह शासकीय आवास कोरिया जिले का हथियाकर बड़े दमदारी से जिले में ही निवास कर रहा है।। सभी नियम कायदों को वह दरकिनार करके अपना मुख्यालय कोरिया जिला मुख्यालय को बना रखा है।
जांच होने पर संदीप परिहार की अनियमितताओं की खुलेगी पोल:सूत्र
सूत्रों की माने तो संदीप परिहार के कोरिया जिले के कार्यकाल सहित एमसिबी जिले के कार्यकाल की यदि जांच की जाए तो उसकी पोल खुल जायेगी। काफी कुछ ऐसा पता चल सकेगा जो उसकी अनियमितताओं सहित उसकी मनमानी को साबित करने के लिए काफी होगा।
जनपद सहित अन्य विभागों को कार्य देने के बदले लेता था उनसे मोटी रकम:सूत्र
सूत्रों की माने तो आदिम जाति कल्याण विभाग अंतर्गत होने वाले निर्माण कार्यों को अन्य विभागों जनपद पंचायतों को देने के नाम पर वह मोटी रकम भी कमीशन के तौर पर वसूलता था। वह इस मामले में काफी लंबा खेल खेल चुका है। अब यदि जांच होगी तो इन बातों का भी खुलासा होगा।
परियोजना में 275-1 जैसा मलाईदार शाखा देखता था संदीप परिहार
कोरिया जिले में संदीप परिहार परियोजना का 275-1 जैसा मलाईदार विभाग देखता था। वह इस शाखा का पूरा जिम्मा सम्हालता था और अधिकारियों को वश में करके अपनी मनमानी चलाता रहता था। वह जब स्थांतरित हुआ तब उसके द्वारा प्रभार तो बाबूलाल सहायक ग्रेड 3 को दे दिया गया लेकिन आज तक फाइल वह नहीं सौंप रहा यह सूत्र बताते हैं।
शौचालय निर्माण मामले में जांच होने पर खुलेगी बड़ी अनियमितता की पोल
संदीप परिहार को लेकर यदि सूत्रों की ही माने तो उसने शैचालय निर्माण कार्य में जमकर भ्रष्टाचार किया है और कई ऐसे शौचालय निर्माण कार्यों को अनापत्ती जारी कर दी है जिनका कार्य ही पूर्ण नहीं हुआ है। शौचालय निर्माण की जांच से इसके भ्रष्टाचार की पोल खुल सकती है। घटिया निर्माण कार्यों की भी अनापत्ती जारी की है संदीप परिहार ने।
आर ओ वाटर सप्लाई में भी घोटाले की आशंका
संदीप परिहार को लेकर सूत्र कई अन्य दावे कर रहे हैं और कई पोल वह खोलने तैयार हैं, सूत्रों का कहना है की परत दर परत ही उसकी करतूत सामने आएगी और आर ओ वाटर सप्लाई में भी भ्रष्टाचार से इंकार करना सही नहीं होगा जिसका भी जिम्मा संदीप परिहार ही सम्हाल रहा था।