कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी हेतु ऑनलाइन बैठक सम्पन्न
अम्बिकापुर 07 जनवरी 2022 (घटती-घटना)। छतीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास तथा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया के अध्यक्षता एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री टीएस सिंहदेव की विशेष उपस्थिति में शुक्रवार को कोरोना की तीसरी लहर से निपटने जिले में की जा रही तैयारी के संबंध में ऑनलाइन बैठक का आयोजन किया गया। प्रभारी मंत्री डॉ डहरिया ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है और इससे उबरने के लिए दूसरी लहर की तरह ही पूरी तैयारी रखनी होगी। आवश्यक तैयारी के लिए राशि की कमी नहीं है। वर्तमान में डीएमएफ मद में जो राशि है उसे आरक्षित रखे ताकि उससे अस्पताल की व्यवस्था से लेकर उपकरण एवं दवाई खरीदने के लिए उपयोग किया जा सके।
डॉ डहरिया ने कहा कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए जिले में रैली, जुलूस, सभा, सामाजिक धार्मिक आयोजनों को बंद किया जाय। व्यवसायिक प्रतिष्ठानां सहित सिनेमा, माल, होटल, जिम आदि सार्वजनिक स्थलों में अपनी क्षमता के एक तिहाई उपस्थिति हो। इन संस्थाओं में मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था हो। रेलवे स्टेशन एवं बस स्टैंड में रैंडम टेस्टिंग की व्यवस्था रखें। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन के मरीजो के लिए 24ग7 काल सेंटर की व्यवस्था हो ताकि किसी भी समय जरूरत पड़ने पर सूचित कर सकें। होम आइसोलेशन के मरीजों के लिए आवश्यक दवाओं का वितरण के भी कार्ययोजना निर्मित की जाए। जिले में उपलब्ध बेड संख्या, दवाईयों की ऑनलाइन उपलब्धता हो। उन्होंने कहा कि दूसरी लहर में जिले के अधिकारी-कर्मचारियों, सामाजिक संगठन एवं मीडिया के द्वारा बेहतर कार्य किया गया था इस बार भी सभी मिलकर अच्छा काम करेंगे और तीसरी लहर से उबरेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री श्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि कोरोना कि तीसरी लहर शुरू हो गई है और तेजी से संक्रमण देखने को मिल रही है। वैश्विक स्तर पर माना जा रहा है कि यह संक्रमण व्यापक होगा लेकिन कम नुकसान पहुंचाएगा। इससे निपटने के लिए हम सभी को कोविड उपयुक्त व्यवहार अपनाना होगा। तीसरी लहर में मरीजों को अस्पताल ले जाने की कम ही स्थिति बनेगी लेकिन होम आइसोलेशन रहने वाले मरीजों के लिए उपयुक्त व्यवस्था सुनिश्चित हो और होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के लिए होम मॉनिटरिंग जैसे उपाय हां। उन्होंने कहा कि पॉजिटिव केस की लेट रिपोर्टिंग ना हो तथा अस्पतलों में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था हो। बिना आवश्यकता के मरीजों को अस्पताल में भर्ती न करें ताकि गंभीर एवं जरूरतमंद मरीज को बेड मिल सके। जिले में वर्तमान में 2.59 पॉजिटीविटी दर देखी गई है जो आने वाले समय में बढ़ सकती है। जिले के अस्पतालों में कोविड 690 बेड की उपलब्धता है जिसे और विस्तार करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हर उप स्वास्थ्य केन्द्र के पास के स्कूल को चिन्हांकित कर प्राथमिक स्तर पर भर्ती के लिए व्यवस्थाएं सुनिश्चित हों ताकि बड़े अस्पतालां पर दबाव कम हो।
महापौर डॉ अजय तिर्की ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण की दर बढ़ती जा रही है जिसे देखते हुए स्कूलों का का संचालन बंद कर देना हितकर होगा। स्कूल बंद नहीं करने पर कभी भी विस्फोटक स्थिति निर्मित हो सकती है जिससे स्थिति और भी गंभीर बन सकती है।
संतुलित हो कार्यवाही- बैठक में कोरोना गाईडलाइन के अनुपालन के लिए व्यक्तिओं एवं संस्थाओं पर की जाने वाली प्रशासनिक कार्यावाही के सम्बंध में सुझाव देते हुए कहा गया कि प्रशासनिक कार्यवाही एकांगी न हो सब के साथ एक जैसी कार्यवाही हो और इसके विरोध की स्थिति न बने। कार्यवाही से पहले लोगों को अपनी बात रखने का अवसर दिया जाए।
प्रभारी कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए जिले में पूरी तैयारी कर ली गई है। निगरानी के लिए जिला, विकासखंड एवं ग्राम पंचायत स्तर पर निगरानी दल बनाए गए हैं। होम आइसोलेशन के लिए मितानिनों की टीम तैनात है। वर्तमान में 155 पॉजिटिव केस हैं जिसमें अम्बिकापुर से सर्वाधिक हैं। संक्रमण की स्थिति शहरी क्षेत्रों में ही ज्यादा हैं। प्रतिदिन लगभग 1450 कोविड टेस्टिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि कोविड के मरीजों के लिए जिले में 690 बेड हैं जिसमें 123 आईसीयू, 414 ऑक्सीजनयुक्त तथा अन्य सुविधाओं के साथ उपलब्ध हैं। बैठक में छत्तीसगढ़ वनौषधि पादप बोर्ड के अध्यक्ष श्री बालकृष्ण पाठक, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु सिंह, जिला पंचायत सदस्य श्री राकेश गुप्ता, श्री आदित्येश्वर शरण सिंहदेव, सीएमएचओ डॉ पीएस सिसोदिया, मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ लखन सिंह सहित अन्य अधिकारी ऑनलाइन जुड़े थे।