- सीएम के निज सहायक ने रुद्रप्रयाग उत्तराखंड के कलेक्टर को लिखा पत्र
- केदारनाथ मंदिर पहुंचने सहित विशेष पूजा अर्चना का पत्र में है उल्लेख,सूची में जिनके हैं नाम वह हैं कांग्रेसी भाजपाई हुए नाराज
- सोशल मिडिया पर भाजपाई निकाल रहे भड़ास,झंडा उठाने नारा लगाने के लिए भाजपा कार्यकर्ता
- आचार संहिता में शासकीय सुविधा कांग्रेसियों को मिलने का लगा रहे आरोप
-ओंकार पांडेय-
सूरजपुर,02 जून 2024 (घटती-घटना)। प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक पत्र के बाद सूरजपुर जिले के भाजपाई खासे नाराज नजर आ रहे हैं और जिसका इजहार वह सोशल मिडिया में कर रहे हैं और जिसपर अन्य भाजपाइयों की भी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। आदर्श आचार संहिता के दौरान जारी उक्त पत्र उत्तराखंड राज्य के रुद्र प्रयाग कलेक्टर को लिखा गया है और जिसमे चार लोगों के लिए रुद्रप्रयाग से केदारनाथ मंदिर यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर व्यवस्था करने के लिए कहा गया है और जिस पत्र के सार्वजनिक होते ही सूरजपुर जिले के भाजपाई आग बबूला हैं। भाजपाइयों का आरोप है की जो चार लोग मुख्यमंत्री कार्यालय से पत्र लिखवाकर केदारनाथ यात्रा के लिए आचार संहिता के दौरान जा रहे हैं वह कांग्रेसी हैं और मुख्यमंत्री के निज सचिव द्वारा लिखा गया रुद्र प्रयाग कलेक्टर को पत्र आचार संहिता के दौरान लिखा गया है।
भाजपाइयों का कहना है की बात यदि भाजपा के कार्यकर्ताओं की होती उन्हे आदर्श आचार संहिता का बहाना बनाकर टाल दिया जाता और जब बात कांग्रेसियों की आई मुख्यमंत्री कार्यालय से बकायदा पत्र जारी कर रुद्रप्रयाग कलेक्टर को निर्देशित कर दिया गया। पत्र 29 मई को जारी किया गया है मुख्यमंत्री कार्यालय से और 2 जून की तिथि को चार लोगों के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था करने की बात कही गई है। बताया जा रहा है की मामले को लेकर सूरजपुर जिले के भाजपाई काफी अक्रोशित हैं और वह सोशल मिडिया पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं उनका कहना है की जब नारा लगाना हो जिंदाबाद करना हो झंडा पार्टी का उठाना हो पार्टी कार्यकर्ता की जरूरत ही पार्टी को और सत्ता के सुख के समय विपक्ष के लोगों को लाभ प्रदान किया जा रहा है। भाजपा के नेता कार्यकर्ता इस पोस्ट पर अपने अपने विचार प्रकट कर रहे हैं।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष ने सबसे पहले सोशल मिडिया पोस्ट कर जाहिर की नाराजगी,बाद में पोस्ट कराया गया डिलीट-सूत्र
बताया जा रहा है की मामले में सबसे पहले भाजपा जिला उपाध्यक्ष ने सोशल मिडिया पोस्ट कर नाराजगी जाहिर की और जिसके बाद अन्य भाजपाइयों की भी प्रतिक्रिया पोस्ट पर समाने आने लगी जिसके बाद बड़े नेताओं को मामले में दखल देना पड़ा और उन्होंने जिला उपाध्यक्ष अनुज सिन्हा की पोस्ट डिलीट कराई क्योंकि इससे पार्टी की छवि को नुकसान हो रहा था। वैसे जब तक पोस्ट डिलीट कराई गई तब तक जिले सहित प्रदेश स्तर तक बात जाहिर हो गई और भाजपा कार्यकर्ताओं में निराशा देखने को मिला और अन्य जिले में भी इसकी चर्चा होने लगी। भाजपा जिला उपाध्यक्ष का मुंह तो भाजपा नेता बंद करा ले गए लेकिन अंदर खाने यह मामला भाजपाइयों के लिए कर्मठ कार्यकर्ताओं के लिए काफी बुरा अनुभव देने वाला रहा जो सुनने को मिल रहा है।
अन्य एक भाजपा नेता ने पोस्ट नहीं किया डिलीट,सोशल मिडिया पर पोस्ट है नाराजगी जाहिर करता मौजूद
बताया यह भी जा रहा है की भाजपा के ही नेता बिट्टू सिंह ने पोस्ट डिलीट नहीं किया और उस पर आज भी प्रतिक्रिया सामने आ रही है । झंडा उठाने जिंदाबाद करने सहित पार्टी को जिताने वाले कार्यकर्ता के लिए आचार संहिता का बहाना कांग्रेसियों के लिए आचार संहिता में हेलीकॉप्टर सुविधा यही है सोशल मिडिया पोस्ट का मजमून।
क्या प्रत्येक भाजपा नेता कार्यकर्ता को हेलीकॉप्टर सुविधा के लिए मिलेगा मुख्यमंत्री कार्यलय से पत्र,या सुविधा कुछ खास के लिए मात्र?
शासन से मिलने वाली सुविधा का लाभ या तो बड़े नेता उठाते हैं अधिकारी उठाते हैं या फिर पहुंच रखने वाले गिने चुने कार्यकर्ता उठाते हैं। क्या सभी भाजपाइयों को भी अब प्रदेश में ऐसी सुविधाएं मिलेंगी यह सूरजपुर के कांग्रेस नेताओं के लिए जारी रुद्रप्रयाग कलेक्टर को लिखे गए पत्र के बाद जिसमे हेलीकॉप्टर सुविधा की मांग की गई है उनके लिए यह सवाल खड़ा करती है। सुविधा सभी भाजपा कार्यकर्ताओ को ऐसी मिलेगी या कुछ खास के लिए ही ऐसी सुविधा का प्रावधान है यह अब सवाल उठ रहा है वहीं अब हर भाजपाई ऐसी सुविधा की मांग करेगा क्योंकि जब कांग्रेस नेताओं के लिए पत्र जारी हुआ है सुविधाओं के लिए तो उनके लिए क्यों नहीं यह उनकी मांग होगी। कुल मिलाकर एक पत्र शासन सरकार पार्टी के लिए फजीहत बन चुका है।