4 महीने में तेज़ी से बढ़ी बिजली की डिमांड
रायपुर,30 मई 2024 (ए)। छत्तीसगढ़ में इस साल भीषण गर्मी पडऩे की वजह से बिजली की खपत बढ़ गई है। हालांकि मई महीने के पहले सप्ताह से मौसम में आए बदलाव की वजह से बिजली की खपत में थोड़ी बहुत कमी आई है, लेकिन पिछले सालों की तुलना में बिजली खपत में काफी वृद्धि हुई है।
दरअसल बिजली कंपनी के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, बिजली की खपत हर साल करीब 10 फीसदी बढ़ती है और खपत में यह विधि सामान्य है ,क्योंकि एक साल में कई नए कनेक्शन लिए जाते हैं. इससे मांग बढ़ती है। जानकारी के मुताबिक गर्मी में खपत औसतन 40 से 50 फीसदी तक बढ़ जाती है।
पिछले साल के मुकाबल इस साल बढ़ी बिजली खपत
हालांकि अच्छी बात यह है कि मई महीने में बिजली की खपत में औसत के अनुसार वृद्धि नहीं हुई है. पिछले साल मई के 20 दिनों की औसत डिमांड खपत 343.18 मेगावाट तक पहुंच गई थी. इस साल 1 से 20 मई तक बिजली की औसत डिमांड खपत 399.18 मेगावॉट है. जिससे इस साल मई महीने में बिजली की खपत कम होने का अनुमान लगाया जा रहा है.
क्यों बढ़ी है बिजली की खपत?
अमूमन सामान्य मौसम में घरों में बिजली की खपत 300 से 350 यूनिट तक होती है, लेकिन गर्मी के मौसम में घरों में एसी, कूलर, पंखे लगातार चलाने की वजह से बिजली की खपत करीब 400 से 500 यूनिट तक पहुंच जाती है. जिसकी वजह से बिजली का बिल भी काफी ज्यादा आता है. बीते 5 महीने की बात की जाए तो जनवरी और फरवरी माह में पूरे प्रदेश में 40 से 50 लाख यूनिट बिजली की खपत हुई.मार्च और अप्रैल महीने में यह बढ़कर 80 लाख से 90 लाख यूनिट के बीच पहुंच गई.सिर्फ मई महीने में ही एक करोड़ 10 लाख यूनिट बिजली की खपत अब तक हुई है. हालांकि पिछले साल मई महीने में एक करोड़ 40 लाख यूनिट के आसपास बिजली की खपत हुई थी. उसकी तुलना में इस साल मई के महीने में करीब 30 लाख यूनिट बिजली की खपत कम हुई है।
गांव तो गांव शहरों में भी लाईट गुल…
नवतपा के साथ छत्तीसगढ़ का पारा 40 डिग्री पार हैं मंगलवार को तो मुंगेली का पारा लगभग48 डिग्री का भी आंकड़ा पारा कर दिया ऐसे में लोगो की परेशानी बिजली की आँख मिचौली से भी बढ़ गई है, गांव के बाद शहरों में भी लोगो को बिजली की कटौती का सामना करना पढ़ रहा है, बिलासपुर, बेमेतरा,कवर्धा,अम्बिकापुर जैसे शहरों के लोग हलाकान हैं।
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