- डॉक्टर प्रिंस जायसवाल है… सूरजपुर जिले के स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी डीपीएम, लगातार सुर्खियों में रहना है इनकी आदत में है शुमार
- प्रतिदिन एनएचएम में लगे वाहन से बैकुण्ठपुर से आना-जाना कर रहे हैं सुरजपुर डीपीएम…इसकी अनुमति किसने दी?
-ओंकार पाण्डेय-
सुरजपुर 27 मई 2024 (घटती-घटना)। जिले के स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ प्रभारी डीपीएम डॉ प्रिंस जायसवाल के खिलाफ बैकुंठपुर के सामाजिक कार्यकर्ता संजय जायसवाल ने पुलिस अधीक्षक सुरजपुर को गंभीर शिकायत कर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है। सुरजपुर एसपी को दी शिकायत में सामाजिक कार्यकर्ता संजय जायसवाल ने बताया है कि डॉ प्रिंस जायसवाल जो कि प्रभारी डीपीएम बैकुण्ठपुर, जिला- कोरिया छ.ग. में पदस्थ थे, इनकी काफी शिकायतों के कारण इनका स्थानान्तरण सूरजपुर जिला- सूरजपुर (छ.ग.) कर दिया गया है एवं वर्तमान में सूरजपुर में कार्यरत है। आगे उन्होंने उल्लेख किया है कि डॉ0 प्रिन्स जायसवाल द्वारा मॉस्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ का कोर्स कालरॉक्स टीचर्स यूनिवर्सिटी से सन् 2012-14 में किया गया है, यूनिवर्सिटी के हेल्प लाईन नम्बर पर सम्पर्क करने पर पता चला है कि सन् 2012 से 2014 के बीच फर्जी डिग्री का वितरण किया गया है और रिजल्ट में हस्ताक्षरित रजिस्ट्रार एस0 के0 गुप्ता जो कि वर्तमान में फर्जी डिग्री प्रकरण में जेल में है। उन्होंने डॉ प्रिंस जायसवाल की डिग्री की जांच करते हुए इनके विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही करने की मांग की है।
कलेक्टर साहब इधर भी लीजिए संज्ञान
सुरजपुर डीपीएम एनएचएम के खर्च पर लगाए वाहन का निजी उपयोग कर रहे है,वो रोजाना बैकुण्ठपुर से सुरजपुर आना-जाना कर रहे है,क्या उन्हें आने जाने का सरकारी खर्च की अनुमति प्रदान की गई है? एनएचएम में लगे वाहन का खर्च तमाम दौरे में दिखा दिया जाएगा,सुरजपुर जिला प्रशासन को इस मामले में जांच कर एफआईआर दर्ज करना चाहिए,कोरिया में उन्होंने इसी तरह किराए के वाहन का जमकर दुरुपयोग किया परंतु दर्जनों शिकायत के बाद कोरिया जिला प्रशासन के कान में जूं तक नही रेंगी। वहीं अब प्रभारी डीपीएम सूरजपुर जिले में अपनी मनमानी करते नजर आ रहे हैं। बता दें की प्रभारी डीपीएम सूरजपुर कोरिया जिले में काफी सुर्खियों में रह चुके हैं।
क्या सूरजपुर जिले के स्वास्थ्य विभाग को भी खोखला करने का काम कर रहे हैं वर्तमान में पदस्थ प्रभारी डीपीएम?
सुरजपुर जिले के स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी डीपीएम कोरिया जिले के स्वास्थ्य विभाग खासकर एनएचएम विभाग को खोखला कर चुके हैं,अब वह काफी शिकायतों के बाद सूरजपुर भेजे गए हैं। वैसे कोरिया जिले से उन्हे शिकायतों के बाद ही हटाया गया था और उनका पद संविदा का था जिससे उन्हे मुक्त भी किया जा सकता था लेकिन वह सूरजपुर जिले भेज दिए गए। अब सवाल यह उठ रहा है की क्या सूरजपुर जिले में भी एनएचएम विभाग खोखला करने पहुंचे हैं डॉक्टर प्रिंस जायसवाल। वैसे डॉक्टर प्रिंस जायसवाल को लेकर माना जाता है की वह स्वास्थ्य विभाग में स्वास्थ्य सुविधा बेहतर हो सके इसकी बजाए भ्रष्टाचार की संभावनाओं के हिसाब से जमे हुए हैं।
वैश्विक महामारी के दौरान कोरिया जिले में एन एच एम में जमकर हुआ है खेल,तब प्रभारी एनएचएम थे डॉक्टर प्रिंस जायसवाल
डॉक्टर प्रिंस जायसवाल वही प्रभारी डीपीएम हैं जो कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान कोरिया जिले के प्रभारी थे। तब एनएचएम कोरिया में जमकर भ्रटाचार का खेल हुआ था। तब सरकार कांग्रेस की थी और तब भी डॉक्टर प्रिंस जायसवाल की काफी चलती थी सत्ता के गलियारों में। अब सत्ता परिवर्तन उपरांत डॉक्टर प्रिंस जायसवाल फिर सुर्खियों में हैं और इस बार वह भाजपा नेताओं के साथ करीबियों के लिए भी प्रसिद्ध हैं।