स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव बोले-चिकित्सकों से जबरदस्ती
नहीं करा सकते काम,उनके बीच कॉन्फिडेंस लाने की जरूरत
अंबिकापुर,25 मई 2024 (घटती-घटना)।छाीसगढ़ शासन के गृह,जेल व स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, स्वास्थ्य कमिश्नर चंदन कुमार,पद्मिनी भोई प्रबंध संचालक छाीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन व जगदीश सोनकर प्रबंध संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण कर स्वास्थ्य विभाग द्वारा आम नागरिकों को मिल रही सुविधाओं दवाओं और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया,इस दौरान अधिकारियों ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौजूद उपकरणों की जानकारी ली। शनिवार को छाीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ अन्य अफसरों के साथ शनिवार को सरगुजा पहुंचे और मेडिकल कॉलेज अस्पताल के व्यवस्थाओं की जानकारी ली। टीम ने ओपीडी में मरीजों की लंबी लाइन को देखकर इसे व्यवस्थित करने, आयुष्मान कार्ड के लिए और काउंटिर बढ़ाने,दवाइओं की रख-रखाव बेहतर करने की बात कही। निरीक्षण के दौरान मेडिकल कॉलेज अस्पताल में खुले में दवाओं का काटून रखा हुआ था। वहीं मरीजों के लिए हर वार्ड में एसी व कुलर की व्यवस्था करने की बात कही है। स्वास्थ्य कमिश्नर चंदन कुमार कहा कि हमलोग अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था की क्या स्थिति है इसका आकलन करने अए हैं। कुछ व्यवस्था ठीक है। जो कमी है उसे संज्ञान में हमलोग ले रहे हैं। कमियां कोई गंभीर नहीं है। ओपीडी की भीड़ ज्यादा है उसे बेहतर करने की आवश्यकता है। मरीजों से भी हमलोगों ने बात की कोई विशेष कमियां नहीं बताया। ओपीडी व आईपीडी यहां ज्यादा है। उसके अनुसार व्यवस्था में कोई विशेष कमियां नहीं है। निरीक्षण के दौरान सरगुजा कलेक्टर विलास भोसकर, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. रमणेश मूति, अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरसी आर्या सहित अन्य चिकित्सक व अस्पताल के कर्मचारी उपस्थित थे।
मेडिकल कॉलेज का किया गया निरीक्षण
इस दौरान मेडिकल कॉलेज का भी निरीक्षण किया गया तथा विभिन्न विभागों अवलोकन करते हुए प्राध्यापकों और छात्रों से शैक्षणिक गतिविधियों पर चर्चा की गई। श्री पिंगुआ द्वारा स्किल लैब का भी अवलोकन किया गया, इस दौरान बताया गया कि स्किल लैब में नए चिकित्सा छात्रों की चिकित्सकीय कौशल क्षमता बढ़ाया जाता है। उन्होंने शैक्षणिक सुविधाओं का जायजा लेकर, छात्रों को बेहतर सुविधा उपलध कराने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। टीम द्वारा गंगापुर में निर्माणाधीन राजमाता देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय भवन का भी अवलोकन किया गया।
अंबिकापुर में भी चिकित्सकों को मिलेगा सम्मान
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ ने मीडिया से बात की। उन्होंने डॉक्टरों की कमी दूर करने की बात को लेकर कहा कि बाहर से आने वाले चिकित्सकों के मन में आत्मविश्वास लाना होगा कि अंबिकापुर अच्छी जगह है। रायपुर व दिल्ली से आने वाले डॉक्टरों के मन में भय रहता है कि अंबिकापुर काफी दूरस्थ है। आचार संहिता के बाद चिकित्सकों के मन में कंफिडेंस लाने की आवश्यकता है। अंबिकापुर में भी चिकित्सकों को बहुत सम्मान मिलेगा। स्वास्थ्य मंत्री के क्षेत्र में गायनोंलॉस्टि की कमी की बात को लेकर अपर मुख्य सचिव ने कहा कि डॉक्टर ऐसे होते हैं कि इनसे जोर जबरस्ती से काम नहीं लिया जा सकता है। पूरे इको सिस्टम में सुधार की जरूरत है। शासन की ओर से जितनी सुविधाएं दी जाती है उसके अलावा कंफिडेंस आना जरूरी है। बैंड के बावजूद भी कई चिकित्सक नहीं आना चाहते हैं।
मरीजों से की भी बात,ली व्यवस्थाओं की जानकारी
निरीक्षण के दौरान विशेष सचिव चंदन कुमार,प्रबंध संचालक छाीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन के पद्मिनी भोई व प्रबंध संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जगदीश सोनकर ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती मरीजों से भी बात की। आपातकालीन कक्ष में गंभीर मरीज को देखकर प्रबंधन पर नाराजगी जताया और मरीज को तत्काल आसीयू में भर्ती कराने की बात कही। वहीं मधुमक्खियों के हमले में भर्ती पिता-पुत्र व पुत्री की स्वास्थ्य की जानकारी ली।
दवाईयों की उपलधता की ली गई जानकारी
टीम द्वारा ड्रग वेयरहाउस का निरीक्षण कर दवाईयों की उपलधता की जानकारी ली गई। उन्होंने दवाओं के मांग,उनके सापेक्ष आपूर्ति की गयी दवाओं के विवरण का भी गहनतापूर्वक परीक्षण किया तथा सॉफ्टवेयर में एंट्री की जांच की। उन्होंने कहा कि दवाओं के भण्डारण में मानकों का विशेष ध्यान रखा जाये तथा कोल्ड चेन की निरन्तर निगरानी की जाये। उन्होंने कहा कि ड्रग वेयर हाउस में अभिलेखों का रखरखाव व्यवस्थित हो।
जेल का भी किया निरीक्षण,साफ-सफाई पर ध्यान देने की कही बात
गृह, जेल व स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ केन्द्रीय जेल का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर विलास भोस्कर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह भी थे। इस दौरान उन्होंने जेल में बंदियों के स्वास्थ्य, सुरक्षा सहित दी जाने वाली अन्य सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने यहां पुरुष बैरक,महिला बैरक,मुलाकात कक्ष,किचन, कला उद्योग शाखा, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम आदि का अवलोकन किया। स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेने पिंगुआ ने चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वास्थ्य परीक्षण की जानकारी ली तथा पंजियों की जांच की। इसके साथ ही उन्होंने डॉक्टरों की उपलधता,बीमार बंदियों के उपचार संबंधी सुविधाओं और दवाओं की उपलधता भी देखी। निरीक्षण के दौरान उन्होंने जेल में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने कहा। परिसर भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का भी अवलोकन किया गया। इस दौरान उन्होंने ने कैदियों से बात की,महिला कैदियों से मुलाकात के दौरान छोटे बच्चों का भी हालचाल पूछा। जेल में कला उद्योग शाखा में संचालित गतिविधियों का अवलोकन करते हुए उन्होंने वस्तुओं के सम्बन्ध में जानकारी लेते हुए निर्माण प्रक्रिया,प्रशिक्षण एवं विक्रय के बारे में जानकारी ली और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।