- ब्लड टेस्ट,यूरिन टेस्ट वाले भी कम नहीं थे जल्दी बाजी में नहीं मिल पा रहा था मरीजो को बेहतरीन रिजल्ट सभी के सभी सिर्फ और सिर्फ अपना रिकॉर्ड पूरा करने में लगे हुए थे…
- भ्रष्टाचार का अड्डा बना प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हो रहे लोगों के जान के साथ में खिलवाड़ ना नेता का डर अधिकारी का डर
-सोनू कश्यप-
प्रातपपुर 24 मई 2024 (घटती-घटना)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर में गर्भवती महिलाओ का सोनोग्राफी महज़ जांच के नाम पर हो रहा है जान से खिलवाड़ । अस्पताल में सैकड़ो महिलाएं कतार में लगकर अपने बारी का इंतजार करते नजर आई वहीं कई गर्भवती महिलाएं स्वास्थ प्रबंधन पर कई गंभीर सवाल खड़ा कर दिए । सोनोग्राफी में जांच रिपोर्ट सही नहीं दिया जा रहा है और कहा जा रहा है कि एक सप्ताह बाद कहीं दूसरे जगह किसी प्राइवेट सस्थान में सोनोग्राफी करा लेना तो क्या सरकारी अस्पतालों में सिर्फ नाम मात्र के लिए सोनोग्राफी किया जा रहा है । सिर्फ सुर्खियां बटोरने के लिए या सिर्फ राज्य सरकार सिफऱ् गर्भवती महिलाओ गरीबों के साथ मजाक कर रही हैं । उनकी जान से हो रही खिलवाड़ तो क्या इन गरीब महिलाओं का सरकार की नजर में कोई अहमियत नहीं है। क्या सरकार को उनकी कोई परवाह नहीं है। अगर परवाह है तो इतना लापरवाही क्यों और स्टाफ की भारी कमी से कारण कई गर्भवती महिलाएं बाहर में कराहती नजर आई । ऐसा लग रहा है कि बाहर से कोई आदेश है इतना ही सोनोग्राफी करना इससे ज्यादा नहीं । वही रिकॉर्ड पूरा करते दिखे सोनोग्राफी करने वाले सरकार को यदि गर्भवतियों महिलाओं की इतनी ही चिंता परवाह है तो सप्ताह में रोज सोनोग्राफी क्यों नहीं किया जा रहा है और तो और अस्पताल के अंदर भी काफी अववस्था देखी गई । कई गर्भवती महिलाएं जमीन पर बैठी हुई मिली वही खून टेस्ट और लड टेस्ट वाले भी कम नहीं थे वे भी सिर्फ अपना रिकॉर्ड पूरा करने में लगे थे। जांच सही आए या ना आए सिर्फ रिकॉर्ड पूरा करके दिखाना है और भेजना है। प्रतापपुर का स्वास्थ्य केंद्र का शौचालय का तो पूछे ही मत शौचालय की तो वह दुर्दशा ख़राब है कि मरीज तो मरीज मरीज के परिजन भी शौचालय में चले जाए तो मरीज बन जाना तय है। इतनी गंदगी इतनी महक कि अगर अच्छा और स्वस्थ आदमी शौचालय मे चला जाए तो तबीयत खराब होना तय है । सवाल यह खड़ा होता है कि इतनी मोटी मोटी रकम सरकार स्वास्थ्य विभाग को प्रदान कर रही है तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा शौचालय की साफ सफाई एवं अस्पताल की साफ सफाई क्यों नहीं किया जाता । आखिर इसका पैसा ज्यादा कहा है यदि समय रहती है स्वास्थ्य विभाग के नज़रे नहीं खुली तो लगातार खबरों में प्रकाशित होती रहेगी। इनकी मनमर्जी अब नहीं चलने वाली बहुत हो गया गरीब महिलाओं बुजुर्गों बच्चो की जान के साथ खिलवाड़ अब नहीं होने देंगे।
इस विषय में सूरजपुर सीएमओ आर यश सिंह ने कहा कि व्यवस्थाओं में सुधार की जाएगी और लापरवाही बरतने वाले के ऊपर सख्त कार्रवाई की जाएगी । साथ में जिले में एक ही रेडियोलॉजिस्ट है जो एक महीने में दो दिन ही मुक्त स्थान पर जाकर गर्भवती महिलाओं के लिए व्यवस्था देखी जा रही है। हालांकि गर्भवती महिलाओं को किसी प्रकार का दिक्कत ना हो इसके लिए उचित प्रबंध करना चाहिए लापरवाही पर रखने वाले कर्मचारी एवं अधिकारी को नोटिस की जारी की जाएगी।