जर्मनी से आयातित एमआरआई मशीन 15 जुलाई तक भेजने की संभावना
अम्बिकापुर,19 मई 2024 (घटती-घटना)। राजमाता श्रीमति देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय अंबिकापुर में स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी का प्रयास चल रहा है। पानी और शौचालय की दिक्कतों को दूर करने के लिए एक बार फिर ताकत झोंकी जा रही है। सुधार कार्य किए जा रहे हैं। वहीं फैकल्टी की कमी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर भारी पड़ रही है। मेडिकल कॉलेज में 150 सीट के लिए फैकल्टी की कमी दूर नहीं होने की स्थिति में एनएमसी तीन लाख रुपये तक जुर्माना ठोक सकता है। दो माह के भीतर कमी दूर नहीं होने पर मान्यता भी खतरे में पड़ सकती है। डीन डॉ. रमनेश मूर्ति ने बताया कि फैकल्टी की 20 प्रतिशत कमी है। उन्होंने 87 पदों के लिए प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। आचार संहिता हटने के बाद वे पुनः इस दिशा में आवश्यक पहल करेंगे।
शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध अस्पताल पर फोकस करते हुए डीन डॉ. रमणेश मूर्ति ने बताया कि जर्मनी की कंपनी के द्वारा आगामी 15 जुलाई तक एमआरआइ मशीन भेज देने की संभावना है। इसका टेंडर छह माह पहले ही कर दिया गया था। इसके लिए 53 लाख रुपये की लागत से ट्रांसफार्मर लगाने का काम किया जाना है। प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मंत्री की सहमति से सीजीएमएससी अपने पास उपलध फंड से 53 लाख रुपये ट्रांसफार्मर लगाने के लिए बिजली विभाग को देगा। मेडिकल कॉलेज के बताया कि एमआरआइ की मशीन 14 करोड़ एक लाख रुपये की है, इसके लिए सीएसआर मद से सात करोड़ रुपये और मेडिकल कॉलेज से सात करोड़ रुपये कंपनी को दे दिया गया है। मशीन आने के बाद इसकी स्थापना और इंस्टालेशन में एक से दो माह का समय लग जाएगा। एमआरआई की सुविधा मिलना सरगुजा संभाग के लोगों के लिए बड़ी सौगात होगी। ट्रामा सेंटर का उन्नयन प्राथमिकता देते हुए कराया जा रहा है। इसके अलावा दवा वितरण कक्ष के बगल में ही स्टोर रूम का निर्माण कराया जाएगा, ताकि दवाओं की उपलधता काउंटर के करीब हो। अभी मुख्य अस्पताल भवन से दवा ढोकर दवा वितरण कक्ष में ले जाना पड़ता है।
पांच अतिरिक्त नल कनेक्शन की मांग
अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरसी आर्या ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन की ओर से नगर निगम से पांच अतिरिक्त नल कनेक्शन की मांग की गई है। निगम का अमला इसके लिए सर्वे करके गया है। डीमांड की राशि भी दे दी गई है। डॉ. अर्पण सिंह चैहान ने बताया कि अस्पताल में बनी पानी की समस्या को कई बार समय सीमा की बैठक में सामने लाया गया है। पानी टंकी भरने के लिए नए कनेक्शन की कवायद भी ठंडे बस्ते में है।
सीजीएमएससी को कमियों से कराया अवगत
डीन डॉ. रमणेश मूर्ति ने बताया कि सीजीएमएससी के नए ई उमाशंकर पटेल के आने के बाद उन्हें अस्पताल में व्याप्त कमियों से अवगत कराया गया है। अस्पताल में लगभग 55 छोटे-बड़े विभिन्न श्रेणियों के काम चल रहे हैं। प्राथमिकता देते हुए हर काम को पूरा करने कहा गया है। अस्पताल में आईसीएमआर की तरफ से एक लैब का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने बताया सभी वार्डों में टॉयलेट की स्थिति अच्छी नहीं है, इस कार्य को प्राथमिकता देते हुए पूरा करने कहा गया है, जिससे मरीजों को हो रही दिक्कत से मुक्ति मिले। अस्पताल के बर्न यूनिट को पुर्नस्थापित किया जाएगा जो आठ से 10 बेड का होगा। यहां दो एसी लगाए जाएंगे, जिससे गंभीर स्थिति में आने वाले मरीज को राहत मिलेगी।
विधायक पहुंचे अस्पताल, प्रबंधन से की गुफ्तगूं
पानी और शौचालय में गंदगी से मरीजों को हो रही दिक्कत से रूबरू होने शनिवार को अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने डीन डॉ. रमनेश मूर्ति,अधीक्षक डॉ. आरसी आर्या, सीजीएमएससी के ई उमाशंकर पटेल, सहायक इंजीनियर ऋ षभ, सब इंजीनियर मयंक सहित चिकित्सा अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने कहा मरीजों को पानी और शौचालय की सुविधा मिले,इसे कार्ययोजना के तहत मूर्तरूप दें। अस्पताल में आने वाले व भर्ती होने वाले मरीजों को यह एहसास होना चाहिए कि उन्हें बेहतर इलाज सहित अन्य सुविधाएं मिल रही हैं। विधायक का भट्ठापारा की ओर से अस्पताल परिसर में प्रवेश के लिए खुला मार्ग होने के कारण बेखौफ होती वाहनों की आवाजाही और दवा वितरण कक्ष में कतार लगाकर खड़ा रहने वाले महिला-पुरुष के लिए बनी रहने वाली खतरे की स्थिति, वहीं अस्पताल परिसर के बंद गेट को खोलने के बाद बढ़ी चोरी की समस्या की ओर ध्यानाकर्षण कराने पर उन्होंने तत्संबंध में प्रबंधन से चर्चा करके आवश्यक कदम उठाने की बात कही। बता दें अस्पताल परिसर का मुख्य गेट खुलने के बाद इसका अनैतिक लाभ आसपास में स्थित कुछ निजी लैब के संचालकों को मिल रहा है। अस्पताल के हमर लैब के आसपास दलालों की सक्रियता बनी रहती है और वे जांच के लिए इंतजार में बैठे मरीजों के स्वजनों को गुमराह करने में पीछे नहीं रहते हैं।