- दो माह पूर्व एक संदिग्ध अवस्था में मिला था घायल,12 मई को इलाज के दौरान हुई मौत
- शिकायत पर कार्यवाही न होने पर थाना के सामने किया प्रदर्शन
- परिजनों ने हत्या का लगाया आरोप शव को थाना के सामने रख परिजनों एवं वार्ड वासियों का धरना
कोरिया/सूरजपुर,13 मई 2024 (घटती-घटना)। 13 मई को युवक की मौत के बाद परिजनों व साहू समाज के सैकड़ों लोगों ने किया पटना थाना का घेराव। थाना के सामने पीकप वाहन में शव रख कर आरोपियों को गिरफ्तार कर उचित कार्यवाही की मांग पर अड़े रहे प्रदर्शनकारी। पुलिस द्वारा उचित कार्यवाही करने की समझाईश व आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ। 12 मई संदिग्ध अवस्था मे घायल की मौत होने के बाद मृतक के परिजन शव को लेकर सुरजपुर के मानपुर से कोरिया के पटना थाने पहुंचे और थाने के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस के आश्वासन के बाद परिजनों ने शव के अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए।
मिली जानकारी के अनुसार दो महिना पूर्व 5 मार्च की रात रनई निवासी शिव प्रसाद साहू के घर सूरजपुर जिले के रामानुजनगर थाना के अंतर्गत ग्राम कैलाशपुर से अमिताब साहू की बारात आई थी,बारात में अमिताब साहू का जीजा मानपुर (सूरजपुर) निवासी दिलकेश्वर साहू पिता धनूकधारी साहू भी शामिल था और बारात के दौरान रात्री करीब 9 से 10 बजे के बीच रनई में नेशनल हाईवे क्रमांक 43 सड़क किनारे नाली में दिलकेश्वर साहू घायल अवस्था में मिला जिसके सिर में गंभीर चोट लगा हुआ था जिसे ईलाज के लिए तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पटना ले जाया गया जहां से जिला चिकित्सालय अम्बिकापुर एसके बाद नवकार हांस्पीटल रायपुर रेफर कर दिया गया जहां सिर का आपरेशन हुआ था लेकिन उसे दो महिने से होष नहीं आया था, परिजनों द्वारा घटना की रिपोर्ट 11 मार्च को पटना थाना में दर्ज कराया गया लेकिन पुलिस दो महिनों में घटना कैसे हुई, दिलकेश्वर के साथ मारपीट हुई या स्वयं किसी दुर्घटना का शिकार हो गया इस बात का पता नहीं लगा सकी इस दौरान 12 मई को ईलाज के दौरान दिलकेश्वर साहू की मौत हो गई और परिजनों के साथ साथ साहू समाज के पदारधिकारी, सदस्य एवं मृतक के गांव के लोग शव को पटना थाना लेकर पहुंच गए और थाना के सामने पीकप में शव को रख कर थाना का घेराव कर पुलिस पर रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद भी जांच व कार्यवाही न हरने का आरोप लगाते हुए यह कहने लगे कि दिलकेश्वर साहू के साथ मारपीट हुई थी उसे मारकर फेंक दिया गया था इसके बाद भी पुलिस द्वारा आरोपियों को नहीं पकड़ा जा रहा है, सभी आरोपियों को पकड़ कर उचित कार्यवाही करने की मांग करने लगे और एक घंटे से भी अधिक समय तक थाना का घेराव करके रखे रहे। सभी को समझाते हुए उप पुलिस अधीक्षक कविता ठाकुर ने उचित कार्यवाही का आश्वासन देते हुए कहा कि 11 मार्च को मामले सूचना एसपी कार्यालय को मिली है, प्रारंभिक जांव व बयान के आधार पर मामला क्या है समझ में नहीं आरहा था अब जैसे ही पीएम रिपोर्ट आता है वैसे ही इस मामले की सूक्ष्मता से जांच की जायेगी और आरोपियों पर उचित कार्यवाही की जायेगी तब जाकर प्रदर्शन कर रहे लोगों का गुस्सा शांत हुआ और वे शव अपने गृह ग्राम अंतिम संस्कार के लिए लेकर गए।
2 महिनों में नहीं हुई कार्यवाही
मृतक दिलकेश्वर के मामले में मृतक के भाई व परिजन पटना थाना में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए कुछ संदेहियों का नाम देकर मारपीट करने का आरोप लगाकर जांच व कार्यवाही की मांग कर रहे थे लेकिन पटना पुलिस द्वारा इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया जिस वजह से इस के हालात निर्मित हुए।
दिखी पुलिस की लापरवाही
दिलकेश्वर साहू के मामले में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने के दो महिना बाद भी पटना पुलिस को घटना के संबंध में पूर्ण जानकारी नहीं हो सकी जिससे अंदाजा लगाया जारहा है कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से न लेते हुए पूरी तरह से लापरवाही बरती है।