मुझसे कोरे कागज पर साइन कराए गए…
महिला ने रेप की शिकायत ली वापस
कोलकाता,09 मई 2024 (ए)। लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में पनपे संदेशखाली मामले को लेकर बीजेपी ने सत्तारूढ़ दल टीएमसी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए गंभीर आरोप लगाए थे। वहीं अब चुनाव के बीच संदेशखाली को लेकर एक बार फिर सियासी उठापटक जारी है। पिछले हफ्ते एक वायरल वीडियो को लेकर टीएमसी इस मामले पर बीजेपी पर हमलावर हैं। टीएमसी ने संदेशखाली में महिलाओं से रेप के आरोप मनगढ़ंत बताए थे। वहीं अब इस पूरे मामले में नया मोड़ आ गया है। संदेशखाली मामले में दो महिलाओं ने टीएमसी नेताओं के खिलाफ रेप की शिकायत को वापस ले लिया है।
पीडि़ता का यू-टर्न
रिपोर्ट के अनुसार संदेशखाली की तीन पीडि़ताओं में में से एक, जिनकी टीएमसी नेताओं के खिलाफ रेप की शिकायत से उत्तर 24 परगना जिले के इस ग्रामीण ब्लॉक में अशांति फैल गई थी, उन्होंने बुधवार को यू-टर्न ले लिया है। पीडि़ता ने दावा किया कि उसके साथ मारपीट नहीं की गई। इसी के साथ उसने स्थानीय बीजेपी नेता पर कोरे कागज पर साइन करने और पुलिस में शिकायत करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।
महिला की नई शिकायत दर्ज
साथ ही कहा गया है कि महिला ने कथित तौर पर झूठे बलात्कार के आरोप को वापस लेने के फैसले के परिणामस्वरूप धमकियों और सामाजिक बहिष्कार का हवाला देते हुए संदेशखाली पुलिस स्टेशन में एक नई शिकायत दर्ज की। महिला ने आरोप लगाया है कि भाजपा महिला मोर्चा की एक स्थानीय पदाधिकारी और पार्टी के अन्य सदस्य उसके घर आए और उससे फर्जी शिकायत पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा।
पीडि़ता ने क्या किया दावा?
टीओआई ने महिला के हवाले से कहा, उन्होंने पीएमएवाई के लिए मेरा नाम सूचीबद्ध करने के बहाने मेरे हस्ताक्षर मांगे। बाद में वे मुझे यौन शोषण की शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस स्टेशन ले गए। तृणमूल कार्यालय के अंदर मेरे साथ कोई यौन उत्पीड़न नहीं हुआ। मुझे कभी भी इसके लिए मजबूर नहीं किया गया। बंगाल की महिला एवं बाल विकास और सामाजिक कल्याण मंत्री शशि पांजा ने आरोप लगाया कि जो महिलाएं बलात्कार के झूठे आरोप वापस लेने गईं थीं, उन्हें स्थानीय भाजपा नेताओं ने गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। उन्होंने कहा, भाजपा ने नाटक रचा था और अब वे उन महिलाओं को धमकी दे रहे हैं, जो झूठी शिकायतें वापस लेने गई थीं।
टीएमसी सांसद ने बीजेपी को घेरा
इसके अलावा टीएमसी सांसद सागरिका घोष ने कहा, यह घृणित है कि भाजपा संदेशखाली की उन महिलाओं को धमकी दे रही है, जिन्होंने उस तरीके के बारे में सच्चाई बताई है जिस तरह से उन्हें फर्जी बलात्कार की शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर किया गया था। संदेशखाली की साजिश दिखाने वाला वायरल वीडियो सामने आने के बाद अब कुछ महिलाओं ने कहा है कि उन पर झूठे केस दर्ज कराने का दबाव डाला गया था।