सरगुजा एपीआई कांफ्रेंस में जुटें देशभर के 300 चिकित्सकों ने किया अपने अनुभव को साझा
अंबिकापुर,28अपै्रल 2024 खानपान में गड़बड़ी के कारण भारत देश में डायबिटीज बहुत तेजी से बढ़ रहा है। जिसके कारण छोटी उम्र में ही लोग हार्ट अटैक के शिकार हो रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण शारीरिक व्यायाम नहीं करना और स्ट्रेस के कारण शरीर का तंत्र बिगड़ जाना है। स्ट्रेस के कारण ब्रेन हेमरेज, हार्ट अटैक, किडनी की बीमारी हो रही है। उक्त बातें रविवार को सरगंवा पैसेल रिसॉर्ट में काशी यूनिवर्सिटी के सीरियर रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ. मधुकर राय ने प्रेस वार्ता के दौरान कही। ये सरगुजा एपीआई कांफ्रेंस में शामिल होने पहुंचे थे।
डॉ. मधुकर ने कहा कि डायबिटीज के कारण 15-20 साल पहले ही लोगों को हार्ट अटैक आ जा रहा है। इस बीमारी से बचने के लिए डॉक्टर ही महत्वपूर्ण नहीं है पूरे समाज की भागीदारी होगी तभी इससे बचाव हो सकता है। आज बच्चे पढ़ाई के बोझ तले खेल नहीं पा रहे हैं, हमें पेरेंट्स और स्कूल के टीचर को यह सब बताना पड़ेगा कि उन्हें खेलने की भी आवश्यकता है। जवान लडक¸े सुसाइड कर रहे हैं इन सब का कारण स्ट्रेस है। यह साइलेंट किलर है हम सबको मिलकर लड़ाई लडऩी होगी तभी स्वस्थ समाज इस देश को हम दे पाएंगे।
कॉन्फ्रेंस में पहुंचे डॉक्टर आशुतोष ने बताया कि डायबिटीज व हार्ट अटैक के कई कारण है इसका एक कारण जेनेटिक भी हो सकता है लेकिन पारिवारिक परंपरा पर इसे छोड़ देना गलत होगा और भी इसके कई कारण है। सबसे बड़ा कारण स्ट्रेस व मोटापा है, हाइट के हिसाब से आपका वजन कितना होना चाहिए, आपके खाने की थाली में क्या-क्या होना चाहिए यह लोगों को नहीं पता है। रात में देर तक जागने का चलन हो गया है जबकि हमें रात 10 बजे के बाद सो जाना चाहिए और 6.30 से 7 घंटे तक का नींद पूरा करके सुबह जल्दी उठ जाना चाहिए। डॉ लखन सिंह ने बताया कि स्वस्थ शरीर में ही सुंदर मानसिकता का विकास हो सकता है। बच्चों को खेलने प्रोत्साहित करें, आज बच्चे इंटरनेट जैसे नशे की चपेट में है, इससे बच्चों को जितना दूर रखें उतना ही बेहतर है। बचपन से ही हेल्दी लाइफस्टाइल और एक्सरसाइज करें तो यह बीमारी काफी दूर रहेगी। रायपुर से पहुंचे डॉक्टर अरुण केडिया ने बताया कि हार्ट अटैक से बचने का एकमात्र तरीका डिसिप्लिन के साथ रहना होगा,यह बचपन से आपके माता-पिता और विद्यालय में भी इसे बताने और इस पर काम करने और जागरूकता की आवश्यकता है।डॉ अरुण ने कहा कि मोटापा केवल बीमारी है और इसे डलूएचओ ने भी सत्यापित किया है, इसका उपचार घर के खान-पान और एक्सरसाइज से ही दूर होगा।जिस तरह धार्मिक प्रवचन होता है उसी तरह स्वास्थ्य का भी प्रवचन होना चाहिए तभी लोगों में जागरुकता आएगी।