- पत्रकार की खबर प्रकाशन को लेकर कर चुके हैं शिकायत,छवि धूमिल होने की कह चुके हैं बात
- यदि पत्रकार की खबर से छवि हुई धूमिल और उनका व्यवसाय है जायज,तो उन्हे व्यवसाय को लेकर करना चाहिए खुलासा…
- खुद जल्द अमीर बनना और औरों को भी अमीर बनाना कैसे है उनके लिए आसान…बताएं असफाक उल्लाह?
- यदि असफाक उल्लाह के पास बेरोजगारी दूर करने का कोई नया तरीका है तो बन सकते हैं लोगों के लिए भी वह प्रेरणा लेकिन क्या वह बताएंगे अपना सफलता का तरीका?
- कई ऐसे लोग हैं जो दिमाग का उपयोग कर ईमानदारी के साथ व्यवसाय कर रहे हैं और लोगों को भी रोजगार प्रदान कर रहे हैं पर क्या असफाक उल्लाह ऐसा कर रहे हैं?
- असफाक के पास पुश्तैनी जमीन हो सकती है पर क्या उनके पास पुश्तैनी पैसा भी था जिससे उन्होंने करोड़ों का दुकान तैयार किया?
- असफाक उल्लाह के 6 महीने वाले व्यापार के मुनाफा का क्या है राज…कैसे करोड़ की संपçा हो गई अर्जित?
–रवि सिंह –
अम्बिकापुर/सूरजपुर 25 अप्रैल 2024 (घटती-घटना)। सबसे कम समय में करोड़पति बनना कहीं आसान है तो वह है एक टीवी शो में जहां केवल कुछ प्रश्नों का जवाब देकर कोई भी करोड़पति बन सकता है बस उसे करना यह होता है की वहां सवाल देने वाली कुर्सी तक पहुंचने के लिए उसे मशकक्त करना पड़ता है और कहा जाए तो वहां पहुंचना भी आसान नहीं वहीं सभी प्रश्नों का सही उत्तर देकर पहुंचने वाले सभी का करोड़पति बनना भी आसान नहीं, वहीं कहा जाए तो उसके अलावा कहीं और जल्द से जल्द करोड़पति बनना आसान नहीं है लेकिन सरगुजा संभाग के सूरजपुर जिले के एक छोटे से गांव में हर किसी को एक व्यक्ति करोड़पति बनाने का दावा कर रहा है और जिसके लिए वह उनसे पहले पैसा लेकर अपने पास निवेश करा रहा है फिर वह उन्हे करोड़पति बनाने का दावा कर रहा है जो सूत्रों का कहना है वैसे वह खुद भी कम ही समय में काफी बड़ा पैसेवाला व्यक्ति बन गया है और जिसे देखकर अन्य लोगों को भी उसके ऊपर विश्वास होता जा रहा है और लोग उसके पास निवेश कर रहे हैं और वह उनके पैसे को दुगना करने सहित उन्हे महंगे तोहफे देने की बात कर रहा है। वैसे सूत्रों के अनुसार मामला चिटफंड या सट्टे जैसे किसी कारोबार से जुड़ा हुआ है या किसी अन्य देश से इस व्यवसाय के तार जुड़े हैं जिसकी जांच होनी चाहिए क्योंकि उनका मानना है की जिस तेजी से यह व्यवसाय बढ़ रहा है जिस तेजी से इस व्यवसाय में असफाक उल्लाह पैसे वाला बना है महंगी गाडि़यों जिसमे विदेशी गाडियां भी हैं के साथ भारत में निर्मित महंगी गाडियां भी शामिल हैं कहा जा सकता है की यह व्यवसाय आम कोई व्यवसाय नहीं है।
घटती घटना ने पूरे मामले में उन जांच एजेंसियों को ध्यान दिलाने व जांच कर सच्चाई जानने के लिए सूचना देने का प्रयास किया- बताया जाता है की महंगी गाडि़यों के साथ असफाक उल्लाह कई और संपत्ती अर्जित कर चुका है। वैसे इस मामले में घटती घटना ने कई बार खबर प्रकाशन किया वहीं घटती घटना ने यह सवाल खड़ा किया की कैसे एक व्यक्ति मात्र कुछ महीनों में ही करोड़पति बन गया? उसने कैसे कम समय में अधिक संपत्ती अर्जित कर ली महंगी विदेशी गाडि़यों का भी काफिला खड़ा कर लिया, कैसे वह दूसरों को भी करोड़पति बनाने का दावा कर रहा है उन्हे निवेश करने की बात कहकर उन्हे निश्चित मुनाफा देने की बात कर रहा है जो बड़ा मुनाफा है, निवेश के मुकाबले, कुल मिलाकर घटती घटना ने पूरे मामले में उन जांच एजेंसियों को मामले में ध्यान देने जांच कर सच्चाई जानने के लिए सूचना देने का प्रयास किया जो आय से अधिक या गलत किसी व्यवसाय मामले में जांच के लिए जिम्मेदार विभाग होते हैं जो गलत कार्यों की जांच कर उचित कार्यवाही करते हैं,वहीं घटती घटना की खबर से कोई जांच एजेंसी भले ही सक्रिय न हुई हो जांच के लिए उसने भले ध्यान न दिया हो गलत ही सही व्यवसाय पर अंकुश लगाने का प्रयास भले न किया हो जबकि इस मामले में यह बताया जा रहा है लोग अपनी जीवन भर की कमाई असफाक उल्लाह के पास निवेश कर मोटा मुनाफा लेने का लालच कर रहे हैं और वह सभी को मोटा मुनाफा कहां से देता रहेगा यह बड़ा सवाल है फिर भी जांच एजेंसी मौन हैं जिम्मेदार कार्यवाही से बच रहे हैं।
समाचार पढ़कर पुलिस ने भले ही जांचा न की हो लेकिन असफाक उल्लाह की एक शिकायत पर जांचा शुरू?
वहीं खुद असफाक उल्लाह ने तो पत्रकार की ही शिकायत पुलिस से कर दी है और अपनी छवि धूमिल होने की बात समाचारों से होने की बात कर पत्रकार पर कार्यवाही की मांग की है, वहीं असफाक उल्लाह के पास कम समय में अथाह संपçा धन महंगी विदेशी गाडियां महंगा कार्यालय कहां से आया इसकी जांच भले ही समाचार पढ़कर पुलिस ने न की हो लेकिन असफाक उल्लाह की एक शिकायत जो समाचारों को लेकर की गई जो समाचार उसके अज्ञात व्यवसाय को लेकर की गई थी के लिए पुलिस तत्पर नजर आई और उसने तत्काल पत्रकार के लिए नोटिस भेज दिया जिसमे पत्रकार को जवाब देना पड़ा की उसने खबर का प्रकाशन क्यों किया जबकि पत्रकार ने वही किया जो पत्रकारिता का धर्म था सूचना पर सूत्रों की उसने खबर प्रकाशित कर केवल यह प्रयास किया की असफाक उल्लाह के गुप्त व्यवसाय की जांच हो और दूध का दूध और पानी का पानी हो। वैसे पत्रकार ने नोटिस का जवाब दे दिया है और अब असफाक उल्लाह को भी सामने आकर यह बताना चाहिए की उसकी छवि खराब हुई तो क्यों और कैसे हुई? उसकी बढ़ती संपत्ती और उसके आय का क्या जरिया है? और उसके पास पैसे की नकद क्या आवक है जो उसके पास आज अरबों की संपत्ती इकट्ठी होने को है जिसमे महंगी विदेशी गाडियां भी हैं। हो सकता है कुछ या अधिकांश संपçायां असफाक उल्लाह की अन्य परिवार के सदस्यों के नाम से हों फिर भी जांच हुई तो सब स्पष्ट हो जाएगा और वैसे तो असफाक उल्लाह को ही बताना चाहिए की उसकी कौन सी जायज व्यवसाय को लेकर खबर का प्रकाशन हुआ और जिसमे उसकी छवि धूमिल हुई।
क्या पुश्तैनी जमीन बेचकर बनाया दुकान और खरीदा बीएमडब्ल्यू कार?
असफाक उल्लाह के पूरे मामले को लेकर पुलिस को उनके द्वारा तर्क दिया गया है कि उनके पास पुश्तैनी जमीन है और पुराना कपड़े का व्यवसाय था वह शुरू से ही अमीर व्यक्ति हैं पर सवाल यह उठता है कि क्या पुश्तैनी जमीन को बेचकर इन्होंने करोड़ों की दुकान तैयार की या फिर पुश्तैनी पैसा भी इनके पास कहीं गड़ा हुआ था? पुश्तैनी जमीन होना समझ में आता है पर क्या पुश्तैनी पैसा भी था? जिसे उन्होंने करोड़ों की हार्डवेयर दुकान डाली और कंस्ट्रक्शन के साथ उसमें सामान भी लगाया? और यदि इन्होने लोन लेकर दुकान बनाया तो आखिर कितना लोन लिया? क्योंकि दुकान देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह दुकान कंस्ट्रक्शन हुआ उसके अंदर के समान सहित चार-पांच करोड़ की है पर ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर लोन कितना मिला? सवाल व जांच के तथ्य काफी है पर जांच करने की जहमत उठाएं कौन? असफाक उल्लाह की दुकान और उसके सामान की ही कीमती सूत्रों के अनुसार कई करोड़ की है। वैसे यदि यह उनका पुस्तैनी पैसा है तो क्या इसका कर उन्होंने चुकाया है?
असफाक की 1 साल पहले हुई थी शिकायत
1 साल पहले समस्त ग्रामीण के नाम से शिकायत भी हुई थी जिसमें पुलिस जांच करने गई थी पर व्यवसाय करने वाले इतने शातिर थे की पंचायत सहित कई ग्रामीण का कथन अपने तरफ से दिला कर मामले का पटाक्षेप कर दिया गया, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी भी उसे मामले को पटाक्षेप करने में शामिल, उसमें से एक पुलिसकर्मी तो आज भी जयनगर थाना में पदस्थ है जो उनके काफी नजदीकी हैं और उन्हें मामले से बचने की सलाह व तरकीब बताते हैं। अधिकारियों को मैनेज करते हैं। जिस दिन कोई ईमानदार अधिकारी इस मामले की जांच कर दिया उसे दिन कार्यवाही सुनिश्चित है।
कितना चुकाते हैं कर,यह भी है जांच का विषय
असफाक उल्लाह वर्ष में कितना कर चुकाते हैं यह भी जांच का विषय है। असफाक उल्लाह के बारे में बताया जाता है की वह महंगी विदेशी गाडि़यों के शौकीन हैं भारत मे निर्मित महंगी गाडियां भी उनके पास हैं, इस कम समय में उन्होंने और भी संपçा अर्जित की है,उनका दुकान और उसका सामान ही कई करोड़ों का है उनका दौरा और प्रतिदिन का खर्च भी बहोत अधिक है ऐसे में वह कितना कर चुकाते हैं इसकी जांच होनी चाहिए। वह आयकर, वाणिज्यकर को लेकर किस स्तर का भुगतान करते हैं यह महत्वपूर्ण हो जाता है उनके विषय में जांच के दौरान क्योंकि वह काफी ज्यादा आर्थिक संपन्न हैं और प्रतिदिन उनके पास अच्छी आवक है जो नकद है। वैसे काम यह जांच एजेंसियों का है वह जांच करती हैं की नहीं यह उनका विषय है, घटती घटना ने केवल इसलिए समाचार का प्रकाशन किया था और आगे करता रहेगा क्योंकि इस मामले में घटती घटना को जो जानकारी सूत्रों से प्राप्त हुई है उसके अनुसार असफाक उल्लाह का पूरा व्यवसाय चिटफंड जैसा है जिसमे लोगों को पैसा दुगना करने का लालच दिया जाता है और लोग उसी लालच में फंसकर उसके पास अपनी जीवन भर की कमाई लगाते हैं और आज नहीं तो कल यह चिटफंड व्यवसाय बंद होगा और लोगों का पैसा डूबेगा तब हाय तौबा मचेगी जैसा पहले भी हुआ था तब कोई जिम्मेदार विभाग जिम्मेदारी नहीं लेगा और लोगों का पैसा डूब चुका होगा।
असफाक उल्लाह को अपने व्यवसाय की सच्चाई खुद आय व्यय संपत्ती के अर्जित करने के ब्यौरे सहित करना चाहिए प्रस्तुत
असफाक उल्लाह ने पत्रकार को समाचार प्रकाशन मामले में पुलिस से नोटिस भिजवाया और फिर पत्रकार को जाकर पुलिस को जवाब देना पड़ा,वहीं उसने पुलिस के समक्ष यह शिकायत की है की उसकी छवि धूमिल हुई है समाचारों के प्रकाशन के बाद।अब इस मामले में असफाक उल्लाह को एक काम और करना चाहिए,उसे अपनी संपत्ती और अर्जित करने का समय सहित सभी ब्यौरे सार्वजनिक करना चाहिए,वह कितना आय अर्जित करता है,उसका मुख्य व्यवसाय क्या है उसकी प्रतिदिन की आय क्या है वहीं उसके कम समय में इतनी संपत्ती अर्जित करने के पीछे का क्या राज है। वह पूरी तरह जैसे ही आय व्यय का संपत्ती का ब्यौरा दे देगा वैसे ही यह साफ हो जाएगा की उसकी संपत्ती और उसकी आय जायज ही सही है और फिर मामले में फिर सवाल नहीं उठेंगे, वैसे केवल कहने से ही उसके व्यवसाय को सही नहीं माना जायेगा। उसके व्यवसाय को तभी सही माना जायेगा जब यह वह खुद सार्वजनिक करने समाने आयेंगे की उनके आय का जरिया क्या है और वह दूसरों को कैसे पैसा दुगना करके देते हैं।
पत्रकार भी करेगा असफाक उल्लाह की शिकायत,मांगेगा आय व्यय संपत्ती की जानकारी
असफाक उल्लाह ने पत्रकार की शिकायत की और उसे पुलिस से नोटिस भिजवाया। पत्रकार ने नोटिस का जवाब दे दिया। अब पत्रकार असफाक उल्लाह की संपत्ती, आय व्यय की जानकारी को लेकर मांग करेगा शिकायत करेगा और कार्यवाही करने आवाज बुलंद करेगा। बताया जाता है की असफाक उल्लाह के विरुद्ध केवल इसीलिए जांच नहीं हो रही है क्योंकि उसकी शिकायत कोई नहीं कर रहा है वहीं पत्रकार की शिकायत के बाद जांच होती है की नहीं यह देखने वाली बात होगी।
दैनिक घटती घटना
की एक ही मांग है, असफाक उल्लाह के मामले की जांच स्वतंत्र एजेंसी करे
एक साल पहले असफाक उल्लाह की बढ़ती संपत्ती और उसके चिटफंड व्यवसाय की जांच हुई थी जो समस्त ग्रामवासियों की शिकायत के आधार पर हुई थी। उस समय शरीर तरीके से पंचायत एवम कई ग्रामीणों का कथन अपनी तरफ से ही दिलवाकर मामले को दबा दिया गया था। उस समय कुछ पुलिसकर्मी भी इस मामले में सहयोगी बने थे जिसमे से ही एक पुलिसकर्मी आज भी जयनगर पुलिस थाने में पदस्थ है और संबंधित को बचने की सलाह वही प्रदान करता है। वहीं अधिकारियों से तालमेल बिठाने का काम भी उसी के जिम्मे हैं। वैसे जिस दिन असफाक उल्लाह के मामले की जांच कोई ईमानदार अधिकारी करेगा उस दिन ही इस मामले में बड़े खेल का पोल खुल सकेगा।
असफाक उल्लाह के कारोबार से जुड़े हुए कुछ सवाल
सवालः जिले से लेकर संभाग के अधिकांश लोगों को फेक उल्लाह के कारोबार की है जानकारी फिर जांच एजेंसीयों तक क्यों नहीं पहुंच रही है जानकारी?
सवालः जीएसटी, आईटी, ईओडब्ल्यू व ईडी पता कर पाएगी 6 महीने वाले व्यापार में होने वाली कई गुनी कमाई के राज को?
सवालः क्या कोई है जो फेक उल्लाह के आय से ज्यादा संपत्ती के मामले की जांच कर अवैध कारोबार का भंडाफोड़ कर सके?
सवालः उल्लाह को कौन सी ताकत है जो बचा रखी है…कारोबार हार्डवेयर दुकान का पर चर्चा लोगों के पैसा दुगना करने की कैसे?
सवालः 6 महीने पहले व्यापार के प्रतिष्ठान का किया उद्घाटन और 6 महीने में ही कैसे बन गए नगर सेठ?…कई दशकों से व्यापार करने वाले क्यों है फेक उल्लाह के दीवाने?
सवालः नए-नए व्यापार में कदम रखने वाले पुराने व्यापारियों को अपने चरण में झुकाने में हुए कामयाब आखिर क्या है इसका राज?
सवालः जिले में कई व्यापारी जिनकी संचालित है हार्डवेयर की दुकान लेकिन 6 महीने वाले हार्डवेयर की दुकान की कमाई सभी व्यापारियों से ज्यादा कैसे?
सवालः क्या हार्डवेयर दुकान के पीछे चल रहा है फेक उल्लाह के अवैध कारोबार का गोरख धंधा?
सवालःहार्डवेयर दुकान में नहीं पहुंचते ग्राहक फिर भी उनकी दूसरी कमाई के चर्चे हार्डवेयर दुकान से ज्यादा कैसे?
सवालःक्या अब पत्रकार खुद बना पड़ेगा शिकायतकर्ता और मांग करेगा फेक उल्लाह के अवैध कारोबार की जांच की?