- प्रशासन ने अतिक्रमण तो हटाया,लेकिन कुछ लोगों का ही अतिक्रमण हटाया गया लगा आरोप
- अतिक्रमण करने वाले राजनीति से जुड़े रसूखदार लोग,नाम उजागर करने से भी परहेज क्यों कर रहा प्रशासन?
–रवि सिंह –
एमसीबी,24 अप्रैल 2024 (घटती-घटना)। नवीन जिले एमसीबी में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण का खेल जारी है जो पूरवर्ती कांग्रेस शासनकाल से ही जारी है जिस पर अंकुश नहीं लग पा रहा है यह शिकायत लगातार आ रही है वहीं प्रशासन पर यह भी आरोप लग रहा है की वह अतिक्रमण मामले में कुछ में ही कार्यवाही कर रहा है उसे ढहाए जाने या हटाने का अन्य में वह भी मौन है क्योंकि मामला रसूखदार राजनीतिक लोगों से जुड़ा हुआ है।
बता दें की नवीन एमसीबी जिले के जिला मुख्यालय के समीप की बेशकीमती शासकीय भूमि को जिला गठन के बाद से ही हथियाने की कवायद जारी है जो देखने में आता रहा है, जब जिला गठित हुआ तब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी तब यह बात सामने आई थी की तत्कालीन क्षेत्रीय विधायक के खास कुछ पत्रकारों ने जिला मुख्यालय के आस पास की शासकीय भूमि अतिक्रमण कर ली थी वहीं अब फिर अतिक्रमण की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है की अतिक्रमण बदस्तूर जारी है और ज्यादातर अतिक्रमण राजनीति से जुड़े रसूखदार लोग ही कर रहे हैं। वैसे प्रशासन ने इस बीच एक दो अतिक्रमण हटाया भी है लेकिन वह किसका अतिक्रमण था यह प्रशासन बताने तैयार नहीं है वैसे बताया जा रहा है सूत्रों द्वारा की अतिक्रमण जो हटाया गया है वह कुछ कांग्रेस नेताओं का ही था जो निर्वाचित नेता हैं और जिनकी नजर बेशकीमती शासकीय भूमि पर थी जो जिला मुख्यालय के आसपास थी। अब यह बात कितनी सच है यह तो घटती घटना पुष्टि नहीं करता लेकिन जहां तक सूत्रों का कहना है उसके अनुसार यह कहा जा सकता है की यह कहीं न कहीं रसूख और राजनीतिक पकड़ का ही मामला है जिससे प्रशासन भी अतिक्रमण कारियों का नाम लेने में घबरा रहा है। वैसे नवीन जिले के जिस जगह अतिक्रमण किया जा रहा है वहां ही नवीन जिला मुख्यालय प्रस्तावित है और इसलिए वहां की शासकीय भूमि की कीमत बढ़नी तय है जिसके कारण वहां रसूखदारों की नजर लगी हुई है। वैसे पूर्व विधायक के खास कुछ पत्रकारों ने जब अतिक्रमण किया था तब गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने इसका विरोध किया था तब प्रशासन ने मामले में क्या कार्यवाही की थी वह भी अब तक स्पष्ट नहीं है।
जिस कांग्रेस नेता का नाम आ रहा है वह अपनी सरकार में भी थे काफी विवादित
वैसे अतिक्रमण मामले में जिस कांग्रेस नेता का नाम आ रहा है वह अपनी सरकार में भी काफी विवादित थे। वह कई बार कई मामलों में विवाद में सामने आए थे लेकिन तत्कालीन कांग्रेस शासन में उनके विरुद्ध कार्यवाही इसलिए नहीं हुई थी क्योंकि तब प्रदेश में कांग्रेस की ही सरकार थी। वैसे अब इस मामले में उनका कितना लेना देना है यह तो स्पष्ट नहीं है लेकिन सूत्रों का कहना है की इस मामले में उन्ही का अतिक्रमण हटाया गया है।
नियम विरुद्ध तरीके से संचालित था स्टोन क्रशर फिर भी नहीं हो पाई थी कार्यवाही
उक्त कांग्रेस नेता का स्टोन क्रशर भी है और स्टोन क्रशर नियम विरुद्ध तरीके से आबादी क्षेत्र में संचालित है ऐसा बताया जाता है और कांग्रेस शासनकाल में इसका विरोध भी हुआ था लेकिन तब इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं हो पाई थी। अब देखना है की क्या अब प्रशासन इनके क्रशर पर कार्यवाही करता है।
नेशनल हाईवे पर भी मचाया था हंगामा पर नहीं हुई कार्यवाही
उक्त कांग्रेस नेता ने नेशनल हाइवे पर भी हंगामा मचाया था जब तत्कालीन विधायक के एक प्रचार लेखन का मामला भाजपाइयों ने तुल पकड़ाया था। तब भी इनके विरुद्ध कार्यवाही नहीं हो सकी थी क्योंकि तब कांग्रेस की ही सरकार थी और विधायक भी कांग्रेस के थे जिनके पक्ष में इन्होंने हंगामा किया था।