नई दिल्ली@अरविंद को जेल में मारने की साजिशःसुनीता

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नई दिल्ली,21 अप्रैल 2024 (ए)।
दिल्ली के सीएम की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने कहा…केंद्र सरकार अरविंद केजरीवाल को मारना चाहती है। उन्हें जेल में सही दवा नहीं दी जा रही। अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन को जेल में डाल दिया गया। ये सरकार की तानाशाही को दर्शाता है। सुनीता रांची में आईएनडीआईए की रैली को संबोधित कर रही थीं।
इधर, तिहाड़ जेल के डीजी संजय बेनीवाल ने शनिवार 20 अप्रैल को ए आई आई एम एस को चिट्ठी लिखी। इसमें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के लिए एक सीनियर डाइबिटोलॉजिस्ट अपॉइंट करने को कहा गया है। इस लेटर को आम आदमी पार्टी ने भी रविवार (21 अप्रैल) को शेयर किया।
इस बीच,रविवार को दिल्ली की मंत्री आतिशी तिहाड़ जेल के सामने इंसुलिन लेकर पहुंचीं। उन्होंने केंद्र सरकार को ब्रिटिश राज से ज्यादा क्रूर बताया। इससे पहले आतिशी ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार केजरीवाल को मारने की साजिश कर रही है।
अरविंद केजरीवाल 1 अप्रैल से तिहाड़ जेल में हैं। 18 अप्रैल को उन्होंने कोर्ट से अपने डॉक्टर से सलाह लेने और इंसुलिन की मांग वाली याचिका लगाई थी, जिस पर 22 अप्रैल को फैसला आना है।


केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल की अपील पर तिहाड़ जेल प्रशासन ने वीडियो कॉन्फ्रेंस करवाई। इसमें अस्पताल के एक सीनियर डॉक्टर के अलावा तिहाड़ के चिकित्सा अधिकारी भी मौजूद थे। एक जेल अधिकारी ने बताया कि 40 मिनट की सलाह के बाद केजरीवाल को आश्वासन दिया गया कि कोई गंभीर चिंता नहीं है। उन्हें दवाएं जारी रखने की सलाह दी गई। इसकी रेगुलर जांच की जाएगी।
एआईआईएमएस विशेषज्ञ को सीजीएम (ग्लूकोज मॉनिटरिंग सेंसर) का पूरा रिकॉर्ड, केजरीवाल का फूड चार्ट और दवाओं की डिटेल दी गई थी। जेल अधिकारी का कहना है कि इंसुलिन का मुद्दा केजरीवाल ने नहीं उठाया था और न ही डॉक्टरों ने इसका सुझाव दिया था।


केजरीवाल को टाइप-2 डायबिटीज है।
वे शराब घोटाला मामले में तिहाड़ जेल
में 20 दिन से बंद हैं। राउज एवेन्यू
कोर्ट ने उन्हें 23 अप्रैल तक न्यायिक
हिरासत में भेजा है। साथ ही उन्हें घर
का खाना खाने की परमिशन भी दी है।


18 अप्रैल को केजरीवाल के वकील
विवेक जैन ने ट्रायल कोर्ट में एक
याचिका दाखिल कर केजरीवाल के
डॉक्टर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए
मेडिकल कंसल्टेशन लेने की मांग की
थी। उन्होंने तर्क दिया था कि केजरीवाल
टाइप-2 डायबिटीज के मरीज हैं और
उनका ब्लड शुगर लेवल ऊपर-नीचे
होता रहता है।


इसके जवाब में ईडी ने राउज एवेन्यू
कोर्ट को बताया कि केजरीवाल तिहाड़
जेल में जानबूझकर मीठा खा रहे हैं,
ताकि इससे उनका शुगर लेवल बढ़
जाए और उन्हें मेडिकल के आधार पर
जमानत मिल जाए। केजरीवाल के घर
से ऐसा ही खाना आ रहा है, जिसमें
शुगर और कॉर्ब्स की मात्रा ज्यादा रहती
है।


राउज एवेन्यू कोर्ट ने फैसला सुरक्षित
रखा है। अब उनकी इंसुलिन और
डॉक्टर से परामर्श की अपील पर आज
फैसला आएगा।


आप नेता सौरभ भारद्वाज ने बताया कि तिहाड़ जेल की रिपोर्ट झूठ का पुलिंदा है। सबसे पहले केजरीवाल की शुगर को बेतरतीब ढंग से मापा गया। जब भी शुगर लेवल कम हुआ है, रिपोर्ट में केवल वही रिकॉर्ड है। ये अरविंद केजरीवाल को मारने की साजिश है। अरविंद केजरीवाल बार-बार जेल प्रशासन से इंसुलिन मांग रहे हैं, लेकिन वे इसे देने के लिए तैयार नहीं हैं।केंद्र सरकार कहती रही कि केजरीवाल की देखभाल के लिए जेल में एक विशेषज्ञ मौजूद है। तिहाड़ डीजी के एम्स को डायबिटोलॉजिस्ट भेजने के लिए चिट्‌ठी लिखने के बाद उनका झूठ उजागर हो गया है।


तिहाड़ के अफसर ने शनिवार 20 अप्रैल को दावा किया कि केजरीवाल जेल आने के महीनों पहले इंसुलिन लेना बंद कर चुके थे। वे (केजरीवाल) सामान्य एंटी-डायबिटीज दवा मेटफॉर्मिन खाते हैं। ये रिपोर्ट दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को सौंपी गई है। तिहाड़ जेल ने दिल्ली के मंत्री आतिशी के बयान के बाद ये जवाब दिया है।आतिशी ने कहा था- भाजपा के इशारे पर केजरीवाल को जेल में मारने की साजिश हो रही है। केजरीवाल 12 साल से इंसुलिन ले रहे हैं। तिहाड़ प्रशासन को उन्हें इंसुलिन देने में आखिर क्या समस्या है? आतिशी ने ये भी कहा था कि केजरीवाल जेल जाने से पहले से रोज 50 यूनिट इंसुलिन लेते हैं।


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