27 सौ टन कोयला कम, रेहर भूमिगत खदान का है मामला
सूरजपुर,11 अप्रैल 2024 (घटती-घटना)। एसईसीएल विश्रामपुर क्षेत्र के रेहर भूमिगत खदान में शार्टेज कोयले की जांच करने एक बार फिर सीबीआई की टीम ने बुधवार को दस्तक दी। कोयला घोटाले में जल्दी ही अपराध दर्ज होने की चर्चा जोरों पर हैं। मामले से जुड़े अधिकारियों में अपराध दर्ज होने के भय सताने लगा है। मामले में सीबीआई अधिकारियों ने बिना जांच पूरे हुए मीडिया को कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया है।
लगभग दो करोड़ रुपये लागत के 27 सौ टन कोयला शार्टेज के मामले में सीबीआई यहां तीसरी बार जांच के लिए पहुंची है। एसईसीएल विश्रामपुर के रेहर अण्डरग्राउण्ड खदान की जांच करने इससे पूर्व पहली बार सीबीआई की टीम जनवरी माह में और दूसरी बार फरवरी माह में आ चुकी है। फरवरी माह में 22 दिन तक डेरा जमाए सीबीआई के अधिकारी इंस्पेक्टर यतीश चन्द्र शर्मा व पीसी संजय पटेल मामले से जुड़े दस्तावेजो को खंगालकर सबूत बतौर हजारों पन्नो के दस्तावेजो की फोटो कापी कराकर अपने साथ ले गए थे।
बता दें इससे पूर्व जुलाई 2022 में एसईसीएल कंपनी के विजिलेंस विभाग ने मामले की जांच शुरू की थी। जांच में करीब 27 टन कोयला कोल स्टाक में शार्टेज पाया गया था। तत्कालीन खान प्रबंधक समेत कई अधिकारियों का अन्य क्षेत्रों में तबादला करने के बाद मामला शांत हो गया था। लेकिन फिर अचानक सीबीआई टीम ने जनवरी माह से मामले की जांच शुरू कर दी है।