परिजनो ने जताई हत्या की आशंका
पुलिस ने संदेहियो से नहीं की अब तक पुछताछ
लखनपुर,08 अपै्रल 2024 (घटती-घटना)। सरगुजा पुलिस के द्वारा ऑपरेशन विश्वास के तहत आपराधिक गतिविधियों के विरुद्ध हर क्षेत्र में करवाई तो की जा रही है।परंतु उदयपुर पुलिस के सुस्त कार्य प्रणाली को लेकर कई सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं।उदयपुर थाना क्षेत्र में एक मामला सामने आया है। एक आदिवासी लड़की की जंगल में फांसी के फंदे पर झूलती सड़ी गली लाश के मामले में उदयपुर पुलीस के हाथ खाली है। 20 दिन बीत जाने के बाद भी मामले का खुलासा करने में पुलीस असफल रही। वही इस मामले में कई पहलू सामने आ रहे हैं मृतिका लड़की लैकमेलिंग की शिकार थी या कुछ और मामला था क्षेत्र में जन चर्चा का विषय बना हुआ है। इधर मृतिका लड़की के माता पिता ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहे है यही नहीं उदयपुर पुलिस के द्वारा मामले में संदेहियों से अब तक किसी भी प्रकार की पूछताछ नहीं की जिससे कई सवाल खड़े हो रहे है। शिव भजन ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुकेश सेठ,पंकज सेठ और सरजू यादव उसके घर के पास पहुंचे और शिवभजन से रू.10000 रूपए मांगने लगे और कहां की तुम्हारी बेटी सरस्वती ने अपने भैया के खाते में रू.10000 डलवाया है। शिव भजन ने कहा कि उसका कोई भी रिश्तेदार बाहर नहीं रहता है। उसकी लड़की क्यू किसी के खाते में पैसा डलवाई होगी। आरोप है की डांडगांव सेठ के द्वारा साइकिल मोबाइल सहित लडकी को बंधक बना कर रखे हुए थे। पैसा के सम्बंध में पूछताछ करने जब शिव भजन की पत्नी और उसकी बड़ी बेटी जा रही थी तो पंकज ,मुकेश ने उन्हें जाने से रोक दिया और लड़की को मोटरसाइकिल से बुलाने की बात कही। परिजनो का कहना है कि मोटरसाइकिल से उतरने के बाद लड़की एकदम से गायब हो गई 6 से 7 लोगों के द्वारा मिलकर उसकी लडकी को ढूंढा गया परंतु उसका कुछ पता नहीं चला। लड़की के नहीं मिलने पर उसने उदयपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कही जिस पर पंकज सेठ के द्वारा रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने की विनती करने लगा इसके बाद शिव भजन अपनी लड़की को ढूंढता रहा। पंकज द्वारा सायकल और मोबाईल लाने शिव भजन से कहा उसका बड़ा लड़का डांडगॉव साइकिल और मोबाइल ले कर आया। 2 दिनों तक लड़की नहीं मिली 16 मार्च को शिव भजन ने उदयपुर थाना में सरस्वती की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और 18 मार्च को जंगल में फांसी के फंदे पर झूलती हुई सड़ी गली सरस्वती की लाश मिली। सरस्वती की लाश मिलने के बाद परिवारवाले सन्न रह गए। उदयपुर पुलिस घटना स्थल पर फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची और मामले की तफ्तीश में जुटी ।20 दिन बीत जाने के बाद भी उदयपुर पुलिस की जांच अधूरी है। इधर परिवार वालो ने हत्या के आशंका जताई है। अब देखना होगा कि उदयपुर पुलिस कब तक इस मामले को सुलझा पाती है।
इस मामले को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे। जो आज भी अनसुलझे है। पीयूष गोयल जब ग्राहक सेवा केंद्र का संचालन नहीं करता तो क्या जान पहचान के कारण ही मृतीका के भैया के खाते में अपने खाते से ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर किया। जब पीयूष गोयल ने खाते में पैसा डाला तो पंकज और मुकेश सेठ मृतिका सरस्वती के घर पैसा मांगने क्यू पहुंचे। फिर उन्होंने शिव भजन को रिपोर्ट दर्ज कराने से क्यों मना किया। ऐसे कई सवाल है जो इस मामले से जुड़े हैं। कहीं ना कहीं पुलिस के सुस्त कार्य प्रणाली के कारण इस मामले में अब तक खुलासा नहीं हो सका है।
इस संबंध में सहायक उप निरीक्षक दुबे ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। डांडगांव के सेठ पियूष गोयल के के खाते से रू.10000 लड़की के द्वारा ट्रांसफर कराया गया था। खाता और फोन डिटेल खंगाली जा रही है।