क्या बाजार शहर व उसकी सड़क कुछ ही व्यापारियों का है, जो जगह-जगह पर अतिक्रमण किए हुए हैं?
–संवाददाता –
मनेन्द्रगढ़,07 अप्रैल 2024 (घटती-घटना)। स्टेशन रोड राजस्थान भवन रोड से बिल्कुल सटा हुआ गेट एवं दुकानें जो बनवाए गए हैं, जो किराए पर चल रहे है। मांगलिक कार्य शादी विवाह के सीजन में रोड जाम हो जाता है क्या यह सही हैं?विवेकानंद चौक, गांधी चौक, फवारा चौक, से लेकर जैन मंदिर से भगत सिंह तिराहा से पी.डब्ल्यू.डी तिराहा तक व्यापारियों ने निवास दुकान बनवाए हैं वह सही है, परंतु दुकान के सामने में सज्जा बोर्ड दो पहिया वाहन, ठेला सब्जीयों की दुकान अतिक्रमण कर रखे हैं क्या यह सही है? हम आपको बताना चाहेंगे कोरिया से विभाजित नवीन जिला मनेद्रगढ़-चिरमिरी- भरतपुर, पूर्व की सरकार मे जिला की घोषणा हुई तो, क्षेत्र वासियों को लगा मनेद्रगढ़ शहर में यातायात एवं अतिक्रमण पर शासन प्रशासन द्वारा बदलाव देखने को मिलेगा। कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक का कार्यालय होने पर शहर में यातायात से निजात मिलेगा, लेकिन देखने सुनने को मिल रहा है कि भगत सिंह तिराहा से पीडब्ल्यूडी तिराहा तक शासकीय कन्या स्कूल तथा हॉस्टल है, शासकीय बाउंड्री से लगे हुए स्थान में अतिक्रमण देखने को मिल रहा है। शहर में चार चक्का छोटा वाहन आमने-सामने होते हैं, शहर के सड़क पर वाहनों कि भीड़ इकट्ठी हो जाती है काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
आलम यह है कि विवेकानंद चौक सड़क पर चार पहिया वाहन का अधिकांश देखने को मिलता है। जबकि वहीं गांधी चौक, जैन मंदिर चौक तक चार पहिया वाहन सड़कों पर नियम विरुद्ध खड़े नजर आते हैं।मनेद्रगढ़ शहर वासियों से यातायात पर जब हमने बात की शहर वासियों ने मीडिया के माध्यम से शासन प्रशासन से मांग की है। मनेद्रगढ़ शहर में जगह-जगह भी अवैध अतिक्रमण किया गया है उसे जल्द हटाया जाए। क्योंकि मनेद्रगढ़ मार्केट सिर्फ व्यापारियों का मार्केट नहीं है मनेद्रगढ़ के समस्त आम नागरिकों का हृदय स्थल है जहां यातायात की व्यवस्था में सुधार होना अति आवश्यक है लेकिन मनेद्रगढ़ के व्यापारीगण नहीं चाहते हैं। इसलिए तो यातायात पर व्यापारी वर्ग कुछ भी नहीं कहते? लगभग दो महीने पूर्व प्रेस वार्ता में जिला पुलिस अधीक्षक, चंद्र मोहन सिंह ने व्यापारीयो एवं आम नागरिकों से अपील की थी सड़क के किनारे जो सफेद पट्टी बनी है उसके अन्दर वाहन एवं ठेला ना खड़ा करें, चालानी कार्रवाई की जाएगी, और चालानी कार्रवाई की भी गई। बड़े दुर्भाग्य की बात है नियम उल्लंघन चार पहिया वाहन मालिकों द्वारा किया जा रहा है, लेकिन पुलिस द्वारा चालानी कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है क्या छूट भैया नेताओं ने दबाव बना रखा है?