- ममता ने बीजेपी पर लगाया दंगा भड़काने का आरोप
- 19 को वोटिंग और 17 अप्रैल को दंगा कराएगी बीजेपी
- बंगाल में एनआईए एंट्री को लेकर ऐसा क्यों बोलीं ममता बनर्जी…
पुरुलिया,07 अप्रैल 2024(ए)। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने आज पुरुलिया में एक रैली को संबोधित किया। इस दौरान ममता ने बीजेपी और जांच एजेंसियों पर निशाना साधते हुए कहा कि एनआई. और सीबीआई भाजपा के भाई-भाई हैं। ईडी और इनकम टैक्स बीजेपी का फंडिंग बॉक्स हैं। हमारे पास लक्ष्मी भंडार है, लेकिन उनके पास ईडी भंडार और सीबीआई भंडार हैं। ममता ने आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच एजेंसियां टीएमसी नेताओं से या तो बीजेपी में शामिल होने या कार्रवाई का सामना करने के लिए कह रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी, सीबीआई, एनआईए और इनकम टैक्स विभाग जैसी एजेंसियां भाजपा के हथियार के रूप में काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी हर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को यह कहकर डरा रही है कि जब तक वे भाजपा में शामिल नहीं हो जाते, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। हमने ऐसी स्थिति कभी नहीं देखी और यह अब पूरे देश में हो रहा है. देशभर में जहां बेरोजगारी बढ़ रही है, वहीं पीएम मोदी घूम-घूमकर गारंटी की बात कर रहे हैं।असल में उनकी गारंटी है नोटबंदी, सीबीआई, एनआईए, इनकम टैक्स, केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग और गरीबों का पैसा रोकना. लोकसभा चुनाव को लेकर अब कुछ ही दिन बचे हैं। 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होगा। इसको लेकर सभी पार्टियां जोरशोर से चुनाव प्रचार कर रही हैं। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि रैलियां और सभाएं करें लेकिन दंगा न करें। उन्होंने कहा कि बीजेपी ही दंगा करेंगे। 19 अप्रैल को वोटिंग है और ये 17 अप्रैल को दंगा करेंगे। भगवान राम आपको ऐसा करने के लिए नहीं कहते हैं। लेकिन ये लोग दंगा करेंगे और दंगा करके एनआईए को राज्य में प्रवेश करा देंगे।
एएनआई की टीम पर हमले की घटना सामने आई है। हमला उस वक्त हुए जब केंद्रीय जांच अधिकारी तृणमूल कांग्रेस के एक नेता के घर पर 2022 में हुए विस्फोट मामले की जांच के लिए पहुंचे थे। शुरुआती इनपुट से पता चला है कि एनआईए टीम की कार पर ईंटें फेंकी गईं, जिससे विंडस्क्रीन क्षतिग्रस्त हो गई।
स्थानीय लोगों ने वाहन को घेर लिया और उस पर पथराव किया गया। हमले में एएनआई के एक अधिकारी घायल भी हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी कार्रवाई प्रमाणिक है। एनआईए ने कहा कि उसकी कार्रवाई प्रामाणिक, वैध और कानूनी रूप से अनिवार्य थी। एनआईए की टीम जैसे ही मामले की जांच करने आई तभी अनियंत्रित भीड़ ने उनपर हमला कर दिया। टीम जांच के लिए नरूआबिला गांव में तलाशी लेने गए थे। एजेंसी ने कहा कि हमला पूरी तरह से अकारण और अनावश्यक था और एनआईए को उसके वैध कर्तव्यों को पूरा करने से रोकने का प्रयास था। इसमें बताया गया कि स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में और सीआरपीएफ द्वारा प्रदान किए गए सुरक्षा घेरे में पांच स्थानों पर तलाशी ली गई।