नई दिल्ली ,28 दिसंबर 2021 (ए)। लुधियाना कोर्ट में करीब एक सप्ताह पहले हुए बम धमाके के मामले में जांच जारी है। इन सबके बीच पुलिस ने धमाके में शामिल प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख सदस्य जसविंदर सिंह मुल्तानी को जर्मनी में गिरफ्तार कर लिया है। पता चला है कि इस दहशतगर्द के तार लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट से जुड़े हैं। मुल्तानी दिल्ली और मुंबई में कई ठिकानों को निशाना बनाने की भी साजिश रच रहा था।
पंजाब में अभी और ब्लास्ट और आतंकी साजिश को अंजाम देने की साजिश रची गई थी। जसविंदर के गिरफ्तार किये जाने के बाद कई अहम खुलासे हुए हैं। बताया जा रहा है कि मुल्तानी ने पंजाब में अभी और ब्लास्ट कराने और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की गहरी साजिश रची थी। मुल्तानी को खालिस्तानी आतंकवादी बताया जा रहा है। वो फिल्म एरफर्ट में रह रहा था। मुल्तानी एसएफजे से जुड़ा हुआ है और संगठन अलगावादी एक्टिविटी में काफी सक्रिय माना जाता है। मोदी सरकार ने जर्मन प्रशासन से मुल्तानी को गिरफ्तार करने का आग्रह किया था। जिसके बाद उसे अरेस्ट किया गया है।
जसविंदर सिंह मुल्तानी के बारे में कहा जा रहा है कि उसने पंजाब में हैंड ग्रेनेड, विस्फोटक और हथियारों की एक बड़ी खेप पंजाब के भीतर पहुंचाई। इसके बाद वो अचानक सुर्खियों में आ गया। बताया जाता है कि उसने इस काम में पाकिस्तान के कुछ हथियार तस्करों की मदद ली और फिर पंजाब के विभिन्न हिस्सों में यह गैर-कानूनी सामान पहुंचाए।
लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट की बात करें, तो ये बीते गुरुवार को हुआ था। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कम से कम पांच लोग घायल हुए। शुरुआती जांच में पता चला कि हमला स्थानीय बदमाशों के जरिए पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों ने कराया है। हमलावरों ने कोर्ट के ग्राउंड फ्लोर पर धमाके की योजना बनाई थी। इनका मकसद ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना था। हालांकि हमलावर बम को सक्रिय करने की कोशिश कर रहा था, तभी उसमें धमाका हो गया।
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