एक-एक करोड़ रुपये के बॉन्ड छापने का ऑर्डर दिया
नई दिल्ली,30 मार्च 2024 (ए)। भारतीय स्टेट बैंक ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा प्राप्त चुनावी बांड से संबंधित सभी जानकारी भारत निर्वाचन आयोग को सौंप दी है। विपक्ष द्वारा बीजेपी की काफी आलोचना की जा रही है क्योंकि केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी को इन चुनावी बॉन्ड के जरिए सबसे ज्यादा चंदा मिला है।
इसे लेकर विपक्ष ने बीजेपी और केंद्र सरकार पर हमला बोला है। हालाँकि नई जानकारी सामने आई है कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले ही 8,350 चुनावी बांड छपवा लिए थे। माना जा रहा है कि यह जानकारी सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी से मिली है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा चुनावी बांड योजना को असंवैधानिक बताए जाने से तीन दिन पहले केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने हजारों करोड़ रुपये के चुनावी बांड की छपाई को मंजूरी दी थी। खुलासा हुआ है कि सरकारी प्रिंटिंग कंपनी पहले ही 8,350 बॉन्ड छापकर भारतीय स्टेट बैंक को भेज चुकी है।सरकारी प्रिंटिंग कंपनी को एक-एक करोड़ रुपये के बॉन्ड छापने का ऑर्डर दिया गया। सुप्रीम कोर्ट द्वारा योजना को बंद करने के आदेश के 15 दिन बाद, वित्त मंत्रालय ने भारतीय स्टेट बैंक को चुनावी बांड की छपाई बंद करने का आदेश दिया।चुनाव बांड योजना की शुरुआत के बाद से कुल 22,217 चुनावी बांड भुनाए गए। बीजेपी को 8,451 करोड़, कांग्रेस को 1,950 करोड़, तृणमूल कांग्रेस को 1,707.81 करोड़ और बीआरएस को 1,407.30 करोड़ रुपये मिले।