बैकुण्ठपुर@पैसे के बलबूते बन सकता है बैकुंठपुर नगरपालिका अध्यक्षःसूत्र

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मुसर्रत जहां को अध्यक्ष बनाने मुस्लिम समाज हुआ एकजुट अभी तक बैकुंठपुर अध्यक्ष पद को लेकर संशय है बरकरार

रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 27 दिसम्बर 2021 (घटती-घटना)। कोरिया जिले की बैकुंठपुर नगरपालिका में कांग्रेस को मिले स्पष्ट बहुमत के बाद भी नगरपालिका अध्यक्ष पद को अभी तक संशय बरकरार है जैसा कि सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है। बैकुंठपुर नगरपालिका अध्यक्ष को लेकर भले ही अलग अलग पार्षदों के समर्थक सोशल मीडिया में कुछ भी लिख रहें हों लेकिन अभी तक किसी के नाम पर अंतिम मुहर नहीं लगी है यह भी सूत्रों द्वारा ही बताया जा रहा है कि अध्यक्ष पैसे के बलबूते भी बन सकता है और या फिर मुस्लिम पार्षद के समर्थकों द्वारा जो लावी तैयार की गई है जिसमें मुस्लिम समाज के लोगों ने रायपुर महापौर से भी मुलाकात कर अपनी बात रखी है और अब रायपुर महापौर भी बैकुंठपुर नगरपालिका अध्यक्ष मसले पर अपनी तरफ से सुझाव या प्रस्ताव रख सकते हैं जैसा कि अब लगने लगा है।

पैसे के बलबूते अध्यक्ष बनने की ज्यादा संभावना

कांग्रेस को बैकुंठपुर नगरपालिका में 20 में से 11 वार्डों में जीत मिली है और एक निर्दलीय प्रत्यासी भी जो विजयी हुआ है वह भी कांग्रेस का ही समर्थक व विचारधारा से जुड़ा पार्षद है और वह भी कांग्रेस के पक्ष में ही मतदान करेगा को लेकर कांग्रेस के पास वर्तमान में 20 में से 12 पार्षद मौजूद हैं और यह बहुमत का आंकड़ा है वह भी बहुमत से भी एक मत ज्यादा का अध्यक्ष के लिए आंकड़ा है। बहुमत होने साथ ही सत्ता में भी कांग्रेस के काबिज होने के बावजूद कांग्रेस का बैकुंठपुर में नगरपालिका अध्यक्ष कौन बनेगा यह तय नहीं हो पा रहा है। सूत्र तो यह भी बता रहें हैं कि बैकुंठपुर नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए पैसों का भी लेनदेन हो सकता है और खरीद फरोख्त से भी इंकार फिलहाल नहीं किया जा सकता जैसा कि कांग्रेस के ही अंदरखाने के सूत्रों का कहना है।

लगातार मानमनौव्वल साथ ही समझाइश है जारी

बैकुंठपुर नगरपालिका में कांग्रेस के जीते हुए पार्षदों को फिलहाल राजधानी से कहीं ले जाया गया है और सभी के बीच सामंजस्य बनाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। पार्षदों के बीच खासकर अध्यक्ष पद की चाहत रखने वाले पार्षदों के बीच आपसी सामंजस्य स्थापित हो सके और एक आम राय स्थापित करते हुए एक किसी नाम पर सभी की सहमति बन सके ऐसा प्रयास कांग्रेस संगठन लगातार कर रहा है लेकिन किसी पार्षद को अध्यक्ष पद के लिए पार्षदों की तरफ से भी आपत्ती हो जा रही है और किसी पार्षद के नाम पर अन्य पार्षद तैयार भी हो रहें हैं तो अध्यक्ष पद की चाहत रखने वाले पार्षद की तरफ से आपत्ती दर्ज हो जा रही है, कुल मिलाकर अभी भी स्थिति अध्यक्ष पद को लेकर स्पष्ट नहीं है जैसा समझ मे भी आ रहा है।

मुस्लिम समाज अलग जाकर कर रहा अध्यक्ष पद के लिए लावी तैयार करते हुए प्रयास

बैकुंठपुर नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए इसबार मुस्लिम समाज भी अपनी लावी तैयार कर प्रयास कर रहा है जिसका उदाहरण बैकुंठपुर में ही कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के कार्यालय और प्रतिष्ठान को मुस्लिम समाज द्वारा घेरे जाने की घटना के दौरान देखा जा चुका है। बैकुंठपुर में समाज द्वारा जो प्रयास किये गए वह तो ठीक अब रायपुर महापौर के समक्ष भी मुस्लिम समुदाय ने अपना पक्ष रखते हुए मुस्लिम समुदाय के जीती हुई पार्षद को अध्यक्ष बनाने पहल करने की मांग रखी है और उन्होंने यह भी कहा है कि बैकुंठपुर के जिस वार्ड से मुस्लिम महिला प्रत्यासी की जीत हुई है उस वार्ड से पूर्व में दो बार पूर्व भी वर्तमान में जीत दर्ज करके आई पार्षद के पति पार्षद रह चुके हैं और इसबार उन्होंने अपनी पत्नी को चुनावी मैदान में उतारा और तीसरी बार जीत भी दर्ज की जबकि उन्ही पूर्व पार्षद आफ़ताब अहमद के भतीजे की भी जीत एक अन्य वार्ड से कांग्रेस प्रत्यासी के रूप में हुई और इसबार स्वयं आफ़ताब अहमद के बलबूते कांग्रेस ने जहां दो सीटों पर वार्डों में जीत दर्ज की वहीं लगातार अजेय रहने की वजह से आफ़ताब अहमद की धर्मपत्नी मुसर्रत जहां का दावा अधिक मजबूत है अध्यक्ष पद के लिए इसलिए अध्यक्ष मुसर्रत जहां को ही बनाया जाय। मुस्लिम समुदाय के प्रयासों से यह भी स्पष्ट है कि मुस्लिम समुदाय भी इसबार चुप नहीं बैठने वाला और वह हर तरह से अपने समुदाय का अध्यक्ष बनाने पूरा प्रयास भी कर रहा है।

भाजपा को अपना अध्यक्ष बनने की उम्मीद

कांग्रेस में जारी अध्यक्ष पद की खींचातानी के बीच भाजपा को उम्मीद है कि उसे भी अध्यक्ष बनाने का मौका मिल सकता है और भाजपा अब मौन रहकर केवल अध्यक्ष निर्वाचन के लिए घोषित होने वाले दिन का इन्तेजार कर रही है। भाजपा पूरी तरह आश्वस्त नजर आ रही है कि अध्यक्ष पद का पेंच कांग्रेस में फंसने के फायदा उसे ही मिलेगा और उसका अध्यक्ष बन सकेगा यह उसे उम्मीद है।

1 जनवरी 2022 को हो सकता है अध्यक्ष पद का चुनाव

नगरीय निकाय चुनावों में पार्षदों की जीत के बाद अब नगरीय सरकार के गठन को लेकर यह भी खबर सामने आ रही है कि इसके लिए 1 जनवरी 2022 को मतदान हो सकता है और 1 जनवरी 2022 को सभी 15 निकायों में सरकार का गठन हो जाएगा।


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