अंबिकापुर @बहुचर्चित राजमोहिनी भवन के समीप की शासकीय भूमि के निजी होने के मामले में भू-माफिया रच सकते हैं बहुत बड़ा षड्यंत्र

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अंबिकापुर 19 मार्च 2024 (घटती-घटना)। सरगुजा के अंबिकापुर शहर का बहुचर्चित राजमोहिनी भवन के समीप का शासकीय भूमि का निजी होने मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद से भू माफिया में हड़कंप मचा हुआ है अपने बचने का पूरा प्रयास कर रहे है, इसी कड़ी में वह जिन्होंने जिस व्यक्ति के नाम भूमि को निजी कराया था उसको भी कलेक्टर न्यायालय में पेश होने से पहले ही लापता कर दिए, अब बंशु कहां है इसका किसी को पता नहीं, इसकी वजह बताई जा रही है कि मामले को लीपा पोती करने के उद्देश से भू माफिया बंशु का लापता कर दिया है, ताकि उनका राज ना खुल जाए, भू माफिया अपने बचने की वजह से बंशु की हत्या न कर दे ऐसी भी संभावना जताई जा रही है, शासकीय भूमि को निजी करने के चक्कर में भूमाफिया और भी बड़ा क्राइम कर सकते हैं ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है।
शिकायतकर्ता कैलाश मिश्रा ने कलेक्टर सरगुजा को पत्र लिखा है की अम्बिकापुर शहर के कुख्यात जमीन विक्रय व क्रय करने का धंधा करने वाले व्यक्तियों के समुह द्वारा ग्राम परसा निवासी बन्सु आत्मज भुटकुल लोहार नामक व्यक्ति से अवैध नामांतरण एवं विक्रय के पश्चात् जिला प्रशासन द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराये जाने के बाद से ही बंशु आत्मज भुटकुल लोहार, निवासी ग्राम परसा के लापता होने तथा उसकी हत्या कर मामले में लिपापोती होने की संभावनाओं के कारण बंशु आत्मज भुटकुल लोहार की खोजबीन करनी चाहिए। आवेदक नगर अम्बिकापुर में समाज सेवा का कार्य करने वाला जागरूक नागरिक है। आवेदक के आवेदन पर नगर अम्बिकापुर के पी.जी. कॉलेज के सामने स्थित राजमोहिनी भवन के बाजू में अवैधानिक तरीके से कुछ जमीन बेचने-खरीदने के धंधेबाजों द्वारा आपस में एक समुह बनाकर जिसमें हल्का पटवारी, राजस्व निरीक्षक, नजूल अधिकारी, नजूल अधिकारी कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा बहुमुल्य जमीन जो नमनाकला, अम्बिकापुर क्षेत्र में स्थित जमीन खसरा नं. 243/1 संशोधित खसरा नं. 243/41 रकबा 4.22 एकड़ जमीन पर ग्राम परसा निवासी बन्सु राम पिता भुटकुल राम का नया आधार कार्ड बनाकर उसे खड़ा कर पहले फर्जी पेपर को आधार बनाकर तत्कालीन नजूल अधिकारी नीलम टोप्पो से दिनांक 7-10-2022 को नजूल अभिलेखों में नामांतरण दर्ज कराकर नजूल अभिलेख दुरुस्त कराया गया था। इसके बाद सम्पूर्ण जमीन को टुकड़ो-टुकड़ों में करके 50 करोड़ रूपये में जमीन का बिक्रीनामा कराकर 8 विक्रय पत्र का रजिस्ट्री कराकर विक्रय किया गया है। आवेदक के आवेदन पर कलेक्टर महोदय, सरगुजा द्वारा स्व-प्रेरणा में पुनरीक्षण की कार्यवाही संचालित करते हुए 14 मार्च 2024 को बंशु आत्मज भुटकुल लोहार को उपस्थिति की नोटिस जारी की गई थी। न्यायालय में बंशु आत्मज भुटकुल लोहार उपस्थित नहीं हुआ था, बल्कि उसका पोता न्यायालय में उपस्थित होकर बताया था, कि वह बीमार है, उसका इलाज रायपुर के अस्पताल में चल रहा है, परन्तु यह नहीं बताया गया कि किस अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया है। इस प्रकार विरोधाभाषी परिस्थितियां निर्मित है। आवेदक को अंदेशा है, कि बंशु लोहार भू-माफियाओं के समूह के कजे में है तथा भविष्य में उसकी हत्या कर सारे राज समाप्त कराने का षड़यंत्र किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में निष्पक्ष अधिकारी नियुक्त कर जांच कराया जावे, ताकि फरार बंशु लोहार का पता चल सके। जिला प्रशासन के आदेश पर बंशु लोहार व अन्य व्यक्तियों के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट पुलिस थाना, गांधीनगर में दर्ज किया गया है।


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