प्रदेश में जल्द शराबबंदी
रायपुर, 26 दिसंबर 2021 (ए)। छत्तीसगढ़ में भाजपा लगातार कांग्रेस नीत राज्य सरकार पर ये आरोप लगाती रही है कि सरकार बनने से पहले कांग्रेस ने घोषणा पत्र में शराबबंदी का वादा तो किया लेकिन उससे मुकर गए। तीन साल बीत जाने के बाद भी प्रदेश में शराबबंदी नहीं की जा रही है। एक बार फिर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने युवोदय कार्यक्रम में शराबबंदी को लेकर बड़ा बयान दिय़ा है।
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हमारे समाज में त्याग का बड़ा महत्त्व है। इसी कड़ी में शराबबंदी के लिए सभी समाज को मिलकर संकल्प लेना होगा कि कोई अब शराब नहीं पिएगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार को धमतरी के डोंगेश्वर धाम देवपुर में आयोजित परख कबीर सत्संग मेला एवं युवोदय कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डोंगेश्वर धाम में डोंगा पथरा मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख सृमद्धि की कामना की।
मुख्यमंत्री ने यहां सत्संग भवन सह ध्यान कक्ष, मनन वाटिका का भूमिपूजन और सदगुरु अभिलाष साहेब वाचनालय का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डोंगेश्वर धाम देवपुर में मेला क्षेत्र के सौंदर्यीकरण और कबीर आश्रम के विकास के लिए 20 लाख रुपए की घोषणा की। साथ ही सतनामी समाज के जैतखाम के सौंदर्यीकरण के लिए 10 लाख रुपए की घोषणा की।
शराबबंदी के लिए एक जुटता जरुरी- ष्टरू भूपेश
सीएम बघेल ने लॉकडाउन का उल्लेख करते हुए कहा कि इस दौरान लोगों ने शराब नहीं पिया, यही मौका था की शराब को त्यागा जा सकता था क्युंकी शराब सामाजिक बुराई है। सीएम बघेल ने महिलाओं में जोश भरते हुए कहा कि प्रदेश की नारी शराब का सेवन करने वालों को यदि घर में घुसने ही न दें तो यहीं से शराबबंदी का आगाज हो जायेगा। उन्होंने कहा कि सबकी सहमति से ही प्रदेश में शराबबंदी लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि शराबबंदी ऐसी होनी चाहिए कि सबकी सहमति होना चाहिए। शराबबंदी होना चाहिए, लेकिन एक झटके में नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई काम नहीं है, जो सब मिलकर नहीं कर सकते,इसके लिए इच्छाशक्ति की जरुरत है।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में उड़ीसा, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और अन्य राज्यों से लोग छुपते छुपाते शराब लेकर पहुंचे। कई लोग सेनेटाइजर को पी लिया,तो किसी ने होम्योपैथी का लिम्डि पीकर ही नशा करते देखे गए हैं। जब तक सामाजिक लोग संकल्प नहीं लेंगे तब तक इस बुराई को दूर किया जाना मुश्किल है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सभी समाज के लोग संकल्प पारित कर ले कि कोई शराब का सेवन नहीं करेगा और ना ही किसी को करने देगा। उन्होंने कहा कि मुझे बंद करने में कोई तकलीफ नहीं है, लेकिन समाज को भी बीड़ा उठाना पड़ेगा, अकेले मुख्यमंत्री या शासन नहीं कर सकता। सभी समाज में जनजागृति जरूरी है तभी जाकर प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी हो सकेगी।
रात 8 बजे के ऐलान पर कसा तंज
बकायदा उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि रात 8 बजे बंद करने के ऐलान से ही नहीं होगा सबकी सहमति से ही प्रदेश में जल्द ही शराबबंदी होगी। मुख्यमंत्री भूपेश ने समाज प्रमुख सरपंच गांव प्रमुखों से गुजारिश करते हुए कहा सभी गांव में बैठक कर प्रस्ताव पारित किया जाए कि गांव में कोई शराब नहीं पिएगा। इसके लिए जिम्मेदारी हम सभी प्रदेशवासियों को एक साथ लेना होगा। उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर जबरिया शराबबंदी करने पर इसमें कई दिक्कतें भी आएगी। लोग अवैध शराब की ओर अग्रसर होंगे उन्होंने कहा की मैं भी शराब बंदी के पक्ष में हूं और आप सभी यदि साथ देंगे तो प्रदेश में जल्द ही शराब बंदी लागू हो जाएगी।
इस मौके पर संत निष्ठा साहेब बाराबंकी, सिहावा विधायक डॉ लक्ष्मी अग्रवाल, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, दुग्ध महासंघ के अध्यक्ष विपिन साहू, नान के अध्यक्ष राम गोपाल अग्रवाल, नगर निगम के महापौर विजय देवांगन, शरद लोहाना, पूर्व विधायक गुरुमुख सिंह होरा, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष निशु चंद्राकर, संतगण, गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।