वर्षों से कांग्रेस के लिए काम करते आ रहे कार्यकर्ताओं की कांग्रेस में तवज्जो क्यों नहीं?,कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता को लेकर भी अन्नपूर्णा के नाम पर आपत्ती
बैकुंठपुर नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए अन्नपूर्णा के नाम के सामने आते ही जारी हुआ विद्रोह,पूर्व बैकुंठपुर भाजपा विधायक के खास रह चुके हैं अन्नपूर्णा के पति
रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 26 दिसम्बर 2021 (घटती-घटना)। क्या कांग्रेस प्रवेश मात्र से लग सकता है एक महिला पार्षद का जैकपॉट? वर्षों से कांग्रेस के लिए काम करते आ रहे कार्यकर्ताओं की कांग्रेस में तवज्जो क्यों नहीं? बैकुंठपुर नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए अन्नपूर्णा के नाम के सामने आते ही जारी हुआ विद्रोह, कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता को लेकर भी अन्नपूर्णा सिंह के नाम पर लग रही है आपत्ती, बैकुंठपुर नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए विधायक की पहली पसंद हैं अन्नपूर्णा को माना जा रहा, पति के भाजपाई संबंध को लेकर भी किये जा रहें हैं दावे, पूर्व बैकुंठपुर भाजपा विधायक के खास रह चुके हैं अन्नपूर्णा के पति, विधानसभा चुनाव में भी भाजपा के विधायक प्रत्यासी के समर्थन में थे अन्नपूर्णा के पति, अन्नपूर्णा सिंह के नगरपालिका अध्यक्ष पद पर नियुक्ति को नहीं स्वीकार कर सकेगा कोई भी कांग्रेसी, अन्नपूर्णा सिंह के नगरपालिका अध्यक्ष बनने की स्थिति में कांग्रेस में बगावत संभव। बैकुंठपुर नगरपालिका अध्यक्ष को लेकर कांग्रेस के बहुमत में होने के बावजूद बगावत शुरू हो गई है वहीं यह बगावत अन्नपूर्णा सिंह के नाम के कारण शुरू हुई है क्योंकि बैकुंठपुर विधायक की वह पहली पसंद अध्यक्ष पद के लिए बनी हुई हैं और बैकुंठपुर विधायक अन्नपूर्णा सिहं को ही अध्यक्ष बनाना चाहती हैं जो अब पूरा मामला खुल भी चुका है को लेकर कोरिया जिला कांग्रेस कमेटी भी असमंजस में है क्योंकि मामला विधायक के पसंद नापसंद से जुड़ा हुआ है।
बैकुंठपुर विधायक की पहली पसंद हैं अन्नपूर्णा
बैकुंठपुर नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए बैकुंठपुर विधायक की पहली पसंद अन्नपूर्णा सिंह हैं और यह महीनों पहले तय हो चुका था ऐसा अब कुछ कांग्रेस के ही लोगों का कहना है, कहने वालों ने यह भी बताया है कि अन्नपूर्णा सिंह को अध्यक्ष पद का दावेदार घोषित करते हुए विधायक ने पार्षद का चुनाव लड़ने कांग्रेस का टिकट दिया जबकि अन्नपूर्णा सिंह भाजपा की प्रत्यासी होतीं या निर्दलीय चुनाव लड़तीं।
कांग्रेस प्रवेश जैकपॉट जैसा मामला अन्नपूर्णा सिंह के लिए
अन्नपूर्णा सिंह के पति बैकुंठपुर भाजपा विधानसभा के पूर्व विधायक पूर्व मंत्री के सबसे करीबी रह चुके हैं और वह विधानसभा चुनाव में भी भाजपा के ही पक्ष में रहकर चुनाव प्रचार करते देखे गए और उनके ऊपर कांग्रेस ने ही कई बार आरोप भी चुनाव प्रचार के दौरान आपराधिक मामलों को लेकर लगाए,जबकि वह मंत्री के खास वह भी भाजपा मंत्री के खास होने की वजह से बचते हुए भी प्रचार करते रहे और ऐसे में उनकी पत्नी को कांग्रेसी से यदि अध्यक्ष बनाया जाता है तो इसे खुद कांग्रेसी भी अन्नपूर्णा सिंह के लिए जैकपॉट मान रहें हैं क्योंकि कल तक भाजपा सरकार में शामिल परिवार को केवल पार्षद बन जाने पर वह भी कांग्रेस की टिकट पर यदि अध्यक्ष का तमगा मिलता है तो यह जैकपॉट से कम नहीं यह कांग्रेसी भी मानते हैं।
अन्नपूर्णा सिंह के पति रह चुके हैं भाजपाई
कुछ कांग्रेसियों का ही कहना है कि अन्नपूर्णा सिंह का पूरा परिवार भाजपा समर्थित परिवार रहा है, खुद अन्नपूर्णा सिंह के पति पूर्व भाजपा विधायक पूर्व मंत्री के सबसे खास सिपहसालार रह चुके हैं जब सरकार भाजपा की थी। बैकुंठपुर के कांग्रेसियों का कहना यह भी है कि जिसने विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्यासी का भाजपा में रहकर विरोध किया उसे या उसके परिवार के किसी सदस्य को नगरपालिका अध्यक्ष कांग्रेस से बनाना बिल्कुल गलत निर्णय होगा और कांग्रेस के कर्मठ कार्यकर्ताओं के लिए यह किसी कुठाराघात से कम भी नहीं होगा।
कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता को लेकर भी उठा सवाल
बैकुंठपुर नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए अन्नपूर्णा सिंह का नाम विधायक की तरफ से पूर्व से ही तय होने की अफवाहों के बीच अब यह भी कांग्रेस के अंदरखाने की ही खबर है कि अन्नपूर्णा सिंह के कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता को लेकर भी सवाल उठ रहें हैं बताने वाले ने यह भी कहा कि अन्नपूर्णा सिंह आज भी कांग्रेस की प्राथमिक सदस्य हैं या नहीं यह कांग्रेस के ही कार्यकर्ताओं को पता नहीं है।
अन्नपूर्णा सिंह के अध्यक्ष बनते ही कांग्रेस में बगावत तय
बैकुंठपुर नगरपालिका अध्यक्ष पद पर यदि विधायक की पहली पसंद अन्नपूर्णा सिंह को अध्यक्ष बनाया जाता है तो कांग्रेस में बगावत तय है यह भी बताया जा रहा है।पूर्व में भाजपा के सबसे जुझारू और कर्मठ कार्यकर्ता की धर्मपत्नी को अध्यक्ष बनाये जाने से कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ता दुखी होंगे यह भी तय हो चुका है,अब देखने वाली बात होगी कि क्या अन्नपूर्णा सिंह केवल विधायक की पसंद से अध्यक्ष पद तक का सफर पूरा करती हैं या कांग्रेस बैकुंठपुर में किसी निष्ठावान कांग्रेस परिवार के किसी सदस्य को अध्यक्ष बनने का मौका देती है।
15 साल विपक्ष में झंडा उठाने वालों की कद्र का भी उठ रहा सवाल
बैकुंठपुर नगरपालिका अध्यक्ष के लिए बैकुंठपुर विधायक की पहली पसंद के रूप में जबसे अन्नपूर्णा सिंह का नाम सामने आया है तभी से कांग्रेस में ही विरोधी स्वर उठने लगे हैं कि 15 साल तक विपक्ष में रहकर जिसने जिसने भी कांग्रेस का झंडा उठाया और भाजपा की सरकार में सरकार का विरोध करते हुए लड़कर आज कांग्रेस की सरकार बनाने में योगदान दिया उनकी जगह यदि किसी ऐसे व्यक्ति या परिवार के किसी सदस्य को किसी मुख्य पद पर जिला मुख्यालय में ही बैठाया जाता है जो पूर्व में 15 साल तक भाजपा सरकार में भाजपा का भी खास रह चुका है तो यह मेहनतकश कांग्रेस कार्यकर्ताओं का अपमान है और कुछ नहीं यह भी कांग्रेस के ही कार्यकर्ताओं का कहना है जो अभी दबी जुबान से कह रहे हैं।