अंतर्राज्यीय गिरोह के 4 सदस्य गिरफ्तार,अलग-अलग राज्यों में 200 से ज्यादा लोगों से लाखों रुपए कर चुके है ठगी
अंबिकापुर 26 दिसम्बर 2021 (घटती-घटना)। सरगुजा पुलिस ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में अंतरराज्यीय गिराह के चार सदस्यों को नवादा बिहार से पकड़ा है। सरगुजा पुलिस ऑनलाइन ठगी के मामले में इसे अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मान रही है। आरोपी अंबिकापुर की रहने वाली एक युवती के अलावा देश के विभिन्न राज्यों में करीब 200 से ज्यादा लोगों से लाखों रुपए ऑनलाइन ठगी कर चुके हैं। पुलिस ने इनके पास से ठगी के 5 लाख 13 हजार रुपए नकद, 11 मोबाइल, 2 लैपटॉप, एवं इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के अलावा 11 एटीएम कार्ड भी जब्त किया है। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर उसे जेल दाखिल कर दिया है। इस कार्रवाई में साइबर सेल की भूमिका अहम कड़ी मानी जा रही है।
मामले का खुलासा एएसपी विवेक शुक्ला ने रविवार को कोतवाली थाने में पत्रवार्ता में किया। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से जिले में साइबर आपराध काफी बढ़ चुके हैं। लोग आए दिन ऑनलाइन ठगी के शिकार हो रहे हैं। 20 नवम्बर 2021 को नमनाकला अम्बिकापुर निवासी युवती का सामान डीटीडीसी कोरियर से आने वाला था। लेकिन समय पर नहीं पहुचने के कारण युवती ने गूगल में डीटीडीसी कोरियर का नम्बर सर्च कर पूछताछ की, लेकिन इस मोबाइल नम्बरपर फोन आरोपियों के पास लग गया। आरोपियों द्वारा गूगल पर अपना वेब पेज बनाकर गूगल में यह दर्शाया जाता था कि वे कोरियर संबंधित हेल्प लाइन का कार्य करते हैं। युवती द्वारा जब गूगल सर्च इंजन से कस्टमर केयर का नम्बर सर्च कर मोबाइल नम्बर 6289768672 पर कॉल किया गया। मोबाइल धारक ने अपने आप को डीटीडीसी कोरियर का कर्मचारी बताया और साथ ही यह कहा कि एरिया पिन कोड मैच न होने की वजह से आपका सामान डिलीवर नहीं हो पा रहा है। इस पर प्रार्थिया द्वारा डीटीडीसी के ऑफिस से सामान प्राप्त करने की बात कही गई तब उक्त मोबाइल नम्बर से यह बताया गया कि आप को ऑफिस से भी सामान नहीं मिल पायेगा क्योंकि आपको इसके लिए एक ऑनलाइन रिम्ेस्ट करनी पड़ेगी, जिससे आपका सामान आप तक पहुंच जाएगा। इसके पश्चात् आरोपियों द्वारा पीडि़ता के मोबाइल पर एक लिंक भेजा गया तथा उस लिंक में दी हुई जानकारी भरने को कहा गया, और उस लिंक को भरकर मोबाइल नम्बर 7669300771 पर भेजने को कहा गया। लिंक भेजने के पश्चात् कुछ ही समय में युवती के खाते से 85 हजार रुपए कट गए। ठगी का शिकार होने पर प्रार्थिया ने इसकी सूचना साइबर सेल अंबिकापुर को दी। साइबर सेल द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए साइबर पोर्टल पर वांछित जानकारी प्रेषित की गई तथा लगभग एक सप्ताह के अंदर आरोपियों के खाते में डले 69 हजार रूपये होल्ड करवा दिए गए। वहीं प्रार्थिया द्वारा थाना अम्बिकापुर में अपराध दर्ज कराया गया था। कोतवाली पुलिस अज्ञात के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही थी।
आरोपियों तक पहुंचने के लिए सायबर सेल द्वारा तकनीकी जानकारी प्राप्त की गई। प्रथम दृष्टया आरोपियों द्वारा संचालित मोबाइल नम्बर, यूपीआईआईआडी की बारीकी से जांच की गई। इस पर ऑनलाइन ठगी के लिए उपयोग किया गया मोबाइल नम्बर नवादा बिहार राज्य में पाए जाने पर पुलिस अधीक्षक सरगुजा द्वारा विशेष टीम बनाकर टीम को आरोपियों की धरपकड़ के लिए रवाना किया गया था। साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक विजय प्रताप सिंह, एसआई विद्याभूषण भारद्वाज की अगुवाई में विशेष टीम द्वारा नवादा बिहार जाकर आरोपियों के बारे में तथ्यात्मक जानकारी इकट्ठा कर पर घेराबंदी कर छापामार कार्रवाई की गई। इस दौरान आरोपी मो. शाहिद रजा पिता मो. शमसुद्दीन उम्र 24 वर्ष, मो. जियुल्ल अंसारी पिता अब्दुल वहाब उम्र 22 वर्ष, मो. अली हुसैन पिता मुमताज उम्र 22 वर्ष व मो. अयूब अंसारी पिता सफीक अंसारी उम्र 23 वर्ष सभी निवासी ग्राम अहारडीह थाना गांडे गिरीडीह झारखण्ड पकड़े गए। सभी आरोपियों ने ऑनलाइन ठगी के लिए विधिवत सेट-अप बना रखा था। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर दिया है।
कार्रवाई में पुलिस अधीक्षक सरगुजा द्वारा गठित विशेष टीम ने ऑनलाइन ठगी के आरोपियों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। इस कार्रवाई में प्रकरण के जांचकर्ता अधिकारी थाना प्रभारी अम्बिकापुर राहुल तिवारी, साइबर सेल निरीक्षक विजय प्रताप सिंह, उप निरीक्षक विद्याभूषण भारद्वाज, ओम प्रकाश यादव के साथ प्रधान आरक्षक गंभीर साय, प्रवीण राठौर, आरक्षक विकास मिश्रा, अनुज जायसवाल, भोजराज पासवान, अनुराग साय, अतुल शर्मा, संजीव पाण्डेय, कुन्दन सिहं, शिव राजवाड़े सक्रिय रहे।
5 लाख रुपए नकद जब्त
एएसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि सभी आरोपी गिरीडीह झारखंड के रहने वाले हैं। वहीं की पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के मामले में अभियान चलाकर आरोपियों की धरपकड़ शुरू की तो सभी आरोपी नवादा बिहार में किराए के मकान में रहकर अपना सेटअप तैयार कर ऑनलाइन ठगी का काम करते थे। पुलिस ने इनके पास से 5 लाख 13 हजार नगद, ऑनलाइन ठगी के लिए तैयार सेट-अप में कुल 11 नग मोबाइल, 02 नग लैपटॉप, 11 नग एटीएम कार्ड जब्त किया है। वहीं पुलिस ने आरोपियों के विभिन्न खातों को सीज करने की कार्यवाही की गई है। आरोपियों के खाते में लाखों रुपए जमा होने की सूचना है।
आरोपियों ने ठगी के तरीकों का किया खुलासा
कौन बनेगा करोड़पति में इनाम जीनते ने नाम पर लोगों को लॉटरी का प्रलोभन देकर, नौकरी लगाने के नाम पर ऑनलाइन फार्म भरने का झासा देकर, विभिन्न ऑनलाइन सेवाओं के कस्टमर केयर बनकर, फर्जी सोशल मीडिया अकाउण्ट बनाकर, बैंक का अधिकारी बनकर केवायसी अपडेट करने के नाम पर, मोबाइल कंपनी से कस्टमर केयर द्वारा रिचार्ज एवं ऑफर का प्रलोभन देकर।