- वार्ड पंच में परिवार के सदस्य को जीत दिला पाने में असफल लोग भी लोकसभा में एक लाख मतों की लीड दिलाएंगे?
- प्रत्याशी से वह कर रहे दावा,वाहवाही के लिए है ऐसा दावा जमीनी हकीकत फिलहाल अलग
- मामला भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी को कोरबा लोकसभा क्षेत्र के कोरिया जिले से एक लाख मतों से बढ़त दिलाने के दावे से जुड़ा हुआ
- भाजपा जिलाध्यक्ष ने प्रत्याशी से किया है दावा,कोरिया से एक लाख की बढ़त मिलेगी प्रत्याशी को
- अविभाजित कोरिया में भाजपा संगठन फिलहाल है गुटबाजी का शिकार,चार चेहरे ही संगठन अन्य को नहीं तव्वजो
-रवि सिंह-
कोरिया, 09 मार्च 2024 (घटती-घटना)। कोरबा लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी को कोरिया जिले से एक लाख मतों की बढ़त मिलेगी ऐसा दावा भाजपा कोरिया जिलाध्यक्ष ने भाजपा की घोषित प्रत्याशी से किया है, अपने लिए समर्थन साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं से परिचय करने पहुंची भाजपा की कोरबा लोकसभा की घोषित प्रत्याशी ने से यह दावा जिलाध्यक्ष ने उनके कोरिया जिले आगमन पर किया है। वहीं अब जिलाध्यक्ष भाजपा के दावे के बाद यह सवाल खड़ा हो रहा है की क्या वह अपने दावे को सच कर दिखाने वाले हैं। वैसे जिलाध्यक्ष भाजपा कोरिया की बात करें तो वह अपने परिवार के सदस्य को ही वार्ड पंच के चुनाव में जीत दर्ज करा पाने में असफल साबित हो गए थे ऐसे में उनका एक लाख की बढ़त का दावा कितना सही साबित होगा यह चुनाव परिणाम के बाद स्पष्ट होगा। कोरिया जिले में भाजपा गुटबाजी का शिकार बनी ही हुई है,जिलाध्यक्ष के साथ चार चेहरे ही केवल नजर आते हैं शेष को वह खुद किनारे रखना चाहते हैं जैसा बताया जाता है क्योंकि उन्हे अन्य के सामने आने से खुद की कमियों और खुद की असफलताओं के सामने आने का भय रहता है। लगातार देखा जा रहा है की विधानसभा चुनाव जैसे ही संपन्न हुए वैसे ही भाजपा के अधिकांश कार्यकर्ता फिर से उपेक्षा का शिकार होने लगे जिनमे वरिष्ठ पदाधिकारी भी शामिल हैं जिन्हे लगातार कार्यक्रमों से भी दूर किया जाने लगा और उन्हे तवज्जो देना भी इसलिए बंद किया गया क्योंकि सीमित लोगों के साथ अधिक फायदा होगा।
ज्ञात होकी भारतीय जनता पार्टी द्वारा कोरबा लोकसभा से प्रत्याशी घोषित होने के बाद राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय का बैकुंठपुर आगमन हुआ,जहां भाजपा कार्यालय में स्वस्फूर्त पहुंचकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने सरोज पांडेय का स्वागत किया, इस दौरान सुश्री पांडेय कार्यकर्ताओं से रूबरू हुईं और कमर कसकर चुनाव में लगने का आह्वान किया। उन्होने कार्यकर्ताओं से 400 का लक्ष्य पूरा करने के लिए मेहनत करने की अपील की साथ ही कांग्रेस पर परिवार वाद का आरोप भी उन्होने लगाया। इस दौरान अति उत्साह से लबरेज भाजपा के बड़बोले कोरिया जिलाध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव में अविभाजित कोरिया जिले से 1 लाख मतो से बढत का हवा हवाई वादा किया, जो कि कार्यकर्ताओं के भी गले नही उतर रहा है। जिलाध्यक्ष के दावे के बाद भाजपा कार्यकर्ता कार्यालय में चटकारे ले रहे थे। ज्ञात हो कि जिलाध्यक्ष अपने पुत्र को अपने गृह क्षेत्र से पंच का चुनाव नही जीता सके थे वह लोकसभा चुनाव में 1 लाख की बढत का दावा कर रहे है जो कि हास्यप्रद है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कोरिया जिले से भाजपा को लगभग 40 हजार की बढत मिली थी हलांकि तब भाजपा के जिलाध्यक्ष स्व.तीरथ गुप्ता थे,उन्होने अपने संगठन क्षमता के बल पर पार्टी कार्यकर्ताओं को एक कर दिया था। तो वहीं संपन्न हुए विधानसभा चुनाव मंे यदि अविभाजित कोरिया जिले में वोटों के हिसाब से भाजपा के बढत की बात करें तो भरतपुर सोनहत विधानसभा से 4919 वोट, मनेंद्रगढ विधानसभा से 11880 वोट और बैकुंठपुर विधानसभा से 25413 वोट मिलाकर कुल 42212 वोट की बढत है फिर भी जिलाध्यक्ष हवा हवाई दावा कर रहे हैं जो समझ से परे है।
जिलाध्यक्ष के कार्यकाल में कार्यकर्ता उपेक्षित,सोशल मीडिया में छलका कार्यकर्ता का दर्द
कोरिया जिला भाजपा अध्यक्ष कृष्णबिहारी जायसवाल प्रदेश संगठन के सामने भले ही कितना भी हवा हवाई दावा कर वाहवाही लूटने की कोशिश कर लें लेकिन यह सच है कि उनके कार्यकाल में पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता एकदम असंतुष्ट हैं,इसका कारण यह है कि वे सभी को नीचा दिखाने की कोशिश कर उटपटांग बोलते फिरते हैं। यही नही नेताओं की उपेक्षा करना उनकी आदत में शुमार है। सरोज पांडेय के आगमन के दौरान भी कुछ ऐसा ही हाल रहा जिसमें कई कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की गई है,जिससे कि कार्यकर्ताआंे में भारी आक्रोश देखा जा रहा है,एक कार्यकर्ता ने कार्यक्रम समाप्ति के बाद दूसरे दिन सोशल मीडिया में जिलाध्यक्ष की ओर इशारा करते हुए जमकर भड़ास निकाली। कार्यकर्ता ने लिखा कि अगर अकेले चुनाव लडवाना है और बैकुंठपुर में भाजपा कार्यकर्ता की जरूरत नही है तो अध्यक्ष महोदय साफ कर दीजिए इस बात को। बैकुंठपुर का एक भी व्यक्ति दिल से उस क्षद्य किंग मेकर को कुर्सी तक बैठने को नही देगा,ग्राम पंचायत की परीक्षा फेल व्यक्ति। तेरा अहंकार मै तोडूंगा तू लगा दे अपनी ताकत मेरे खिलाफ। बिरयानी खिलाओ एल्डरमैन बन जाओ। गोड़ गिरो रेस्ट हाउस का काजू भरो। क्या बैकुंठपुर की भाजपा परिवार तक सीमित हो गई है,वो चाहे जिसके बुलाए वो चाह जिसको नही बुलाए। पार्टी के संगठन को अहंकार आ गया है,कोई भी खड़ा होगा मोदी के नाम पर जीतेगा ही,ऐसे लोगो को समझिए सरोज दीदी। जिनका वजूद अपने घर के पंचायत तक नही है वो भी किंग मेकर खुद को समझते हैं। कार्यालय आना रात को 8 बजे दारू बिरयानी लेना और फिर 9 बजे घर में अपनी गाड़ी के बगल से निकलकर सो जाना और जीता दिए ये ग्राम पंचायत फेल। सोशल मीडिया में उपरोक्त भड़ास जिलाध्यक्ष के खिलाफ एक कार्यकर्ता द्वारा निकाली गई है, हलांकि कुछ देर बाद सोशल मीडिया पोस्ट डिलीट भी कर दिया गया लेकिन तब तक खबरची ने पोस्ट अपने पास सुरक्षित कर लिया था। उक्त पोस्ट से समझा जा सकता है कि जिलाध्यक्ष के खिलाफ किस प्रकार आक्रोश है।
कैसे दिला पाएंगे जिलाध्यक्ष 1 लाख वोट की बढत
भाजपा कार्यालय में संपन्न हुए कार्यक्रम में लोकसभा उम्मीदवार सरोज पांडेय केसाथ स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल,लोकसभा क्षेत्र प्रभारी धरमलाल कौशिक, विधायक भैयालाल राजवाड़े,पूर्व संसदीय सचिव चंपा देवी पावले समेत कई वरिष्ठ पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे। उद्बोधन के दौरान ही जिलाध्यक्ष कृष्णबिहारी जायसवाल ने अविभाजित कोरिया जिले से 1 लाख से अधिक मतो से बढत दिलाने का दावा किया,उन्होन यह दावा कैसे किया यह तो वही बता सकते हैं लेकिन वर्तमान स्थिति में अविभाजित कोरिया जिले में वैसी स्थिति एकदम नही है कि भाजपा इतनी वोट बढत के रूप में हासिल कर सके। वर्तमान मंे अविभाजित कोरिया जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर भाजपा के विधायक है, इन तीनों विधायकों को खुद मेहनत कर भाजपा प्रत्याशी को जीत दिलानी होगी।
जिलाध्यक्ष के भरोसे चुनाव आसान नही
ना तो संपन्न हुआ विधानसभा चुनाव जिलाध्यक्ष के बल पर जीता गया और ना ही आगामी लोकसभा चुनाव जिलाध्यक्ष के बल पर जीता जाएगा लेकिन आदत से लाचार जिलाध्यक्ष द्वारा बार-बार श्रेय लेने की कोशिश की जाती है। उम्मीदवार सरोज पांडेय समेत प्रदेश संगठन को इस बात को धरातल स्थल पर आकर समझना चाहिए एवं कुछ समय के लिए जिलाध्यक्ष से किनारे रहकर उनकी वास्तविक स्थिति का आंकलन करना चाहिए। जिलाध्यक्ष के भरोसे लोकसभा का चुनाव आसान नही है।
ग्राउंड लेबल पर गायब है संगठन,सूची फर्जी
कहने और वाहवाही लेने को तो जिलाध्यक्ष ने कागज में पूरे कार्यकारणी की सूचि बनाई है लेकिन जब धरातल पर काम पड़ता है तो गिनती के वही कार्यकर्ता नजर आते हैं जिससे कि विभिन्न मोर्चा,प्रकोष्ठ,बूथ प्रभारी,शक्ति केन्द्र प्रभारी की सूचि फर्जी है इसका अंदाज लगता है।
विधायक भैयालाल राजवाड़े को करनी होगी मेहनत
बैकुंठपुर विधानसभा से विधायक चुनाव गए भैयालाल राजवाड़े पर ही इस चुनाव में जीत दिलाने की पूरी जिम्मेदार होगी,हवा हवाई जिलाध्यक्ष के भरोसे चुनाव संचालन में पार्टी को विपरीत स्थिति का सामना करना पड़ सकता है,जिलाध्यक्ष की कार्यक्षमता और वोट दिलाने की क्षमता कितनी है यह पार्टी पदाधिकारियों को भी मालूम है इसलिए विधायक भैयालाल राजवाड़े को सतर्क रहने की जरूरत है।
विधानसभा चुनाव में काम कर रहे थे भैयालाल के व्यक्तिगत समर्थक
भैयालाल राजवाड़े ने इस बार का चुनाव 25 हजार से अधिक मतो से जीता है,इसके पीछे एक बड़ा कारण था कि क्षेत्र में अंबिका सिंहदेव के खिलाफ जबरजस्त माहौल था साथ ही बूथ स्तर पर ऐसे लोग काम करते देखे गए जो कि या तो अंबिका सिंहदेव का विरोध कर रहे थे या कि भैयालाल के खास समर्थक थे । भाजपा के कार्यकर्ता सिर्फ बैठको तक सीमित थे,उनकी सक्रियता बूथ स्तर पर ना के बराबर थी। अब लोकसभा चुनाव में क्या स्थिति होगी यह देखने वाली बात है।